मालदीव में दो सहेलियों का डबल हनीमून-2

(Maldives Me Do Saheliyon Ka Double Honeymoon- Part 2)

सनी वर्मा 2017-08-19 Comments

मालदीव में दो सहेलियों का डबल हनीमून-1

चारों साराह की विला में पहुंचे और पीछे बने पूल के पास बैठ गए. विवेक फ्रिज से व्हिस्की निकाल लाया. लड़कियों ने पीने से मना कर दिया तो वो दोनों तो पूल में उतर गईं और विवेक और अजय गीले कपड़े उतार कर टॉवल लपेट कर वहीं पड़ी चेयर्स पर बैठ गए और ड्रिंक लेने लगे.

पूल में साराह और रूबी ने अपनी अदाओं से उनको उकसा उकसा कर जल्दी ही उन्हें भी पूल में आने पर मजबूर कर दिया.

अजय टॉवल उतर कर स्विमिंग कोस्ट्यूम पहनना चाह रहा था पर रूबी बोली- बिना कपड़ों के ही जाओ दोनों…
इस पर विवेक बोला- तुम दोनों भी उतार दो तो हम भी ऐसे ही आ जायेंगे.

रूबी ने एक ही झटके में अपने कपड़े उतार दिए और बाहर फेंक दिए. उसने साराह के कपड़े भी जबरदस्ती उतरवा दिए, अब चारों नंगे ही पूल में थे.
चारों ओर अँधेरा था… पर बराबर वाली विला में भी शायद पूल में एक जोड़ा था जिसकी हल्की हल्की आवाज उन्हें आ रही थी और वो भी शायद रतिक्रिया में मशगूल था.

पूल में आते ही अजय ने रूबी को चिपटा लिया और विवेक ने साराह को… पूल छोटा सा था, पर सेक्स और रोमांच के लिए बहुत था. अब चारों ने पानी का आनन्द लेना शुरू किया. रूबी ने नीचे डाइव मारी और विवेक का लंड हिलती आगे निकल गई अब विवेक भी कहाँ चूकता उसने पीछे से रूबी को पकड़ा और मम्मे जकड़ लिए उसके… अब वासना चरमोत्कर्ष पर आ गई थी.

एक मिनट के अंदर ही विवेक और रूबी के होंठ मिले हुए थे और अजय और साराह के…
साराह तो अपने हाथ से अजय का लंड अपनी चूत में करने की कोशिश भी कर रही थी. जितना हो सकता था उन लोगों ने पूल में किया पर प्रॉपर चुदाई नहीं हो पाई.
हालाँकि विवेक और अजय दोनों ने ही मम्मे दबाने और घोड़ी बना कर चोदने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी पर बेड का मजा कुछ और ही होता है और अभी उनके लंड की पिचकारी छूटी भी नहीं थी.

चारों हड़बड़ी में बाहर आये और शावर लेकर टॉवल से अपने बदन पौंछे और बेड की ओर लपक लिये. अब साराह के ऊपर अजय था और रूबी के ऊपर विवेक… दोनों की टांगें ऊपर उठी हुई थी और घोड़े की स्पीड से लंड चूत चुदाई कर रहे थे. रूबी हल्ला ज्यादा मचा रही थी- विवेक और अंदर… और जोर से… सच्ची बहुत मन था विवेक तुमसे चुदवाने का…
विवेक ने रूबी के मम्मे पकड़े हुए थे.

उधर अजय भी साराह के अंदर गहराइयों तक पहुंचा हुआ था. उसका लंड विवेक से मोटा था और स्पीड भी तेज थी. साराह की आँखें बंद थी शायद उसकी ऐसी चुदाई पिछले दस दिनों में नहीं हुई थी. आज तो उसे लग रहा था कि चूत फट जाएगी.

अब दोनों लड़कियों ने लड़कों को नीचे किया और ऊपर बैठ कर करने लगीं उनका देह शोषण… आज बेड की भी शामत थी… शायद दो चूत पहली बार उस बेड पर एक साथ चुद रही होंगी… दोनों लंडों की पिचकारी छूट गई.
साफ़ करके सभी ने कपड़े पहने और अपनी अपनी विला में चले गए.

रूबी को तीन महीने पहले की वो रात याद आ गई जब वो होटल में अपना मोबाइल लेने नीचे वापिस गाड़ी में आई थी तो विवेक ने उसे गाड़ी में खींच कर इतना चूमा चाता था और मम्मे तक दबा दिए थे. वो तो होटल की लॉबी थी वर्ना शायद रूबी उसका लंड वहीं निचोड़ देती.

अगले दिन सुबह रूबी की आँख तो 6 बजे ही खुल गई थी पर जब उसने अजय को उठाया तो वो कुनमुना कर वापिस सो गया.
रूबी ने अजय का लंड चूसना शुरू कर दिया.
अब क्या था अजय की आँख तो क्या झांट तक खुल गई… उसने रूबी को नीचे पटका और चढ़ गया उसके ऊपर और होने लगी पेलम पेल… दोनों फ्रेश थे… हनीमून का खुमार था… काम निबटा कर दोनों उठे, फ्रेश होकर गाउन पहन कर दोनों पूल साइड पड़ी चेयर्स पर बैठ गए.

रूबी ने कॉफ़ी बना ली थी.

तभी डोर बेल बजी… रूबी समझ गई कि साराह होगी…
हाँ साराह और विवेक ही थे… दोनों ही शॉर्ट्स और टॉप में थे… रूबी को गाउन में देख साराह बोली- हो गए तुम दोनों सुबह ही सुबह शुरू… चलो कपड़े बदल लो, जेट स्की के लिए चलेंगे.

जेट स्की में समुद्र में स्कूटर चलाना होता है, एक सवारी पीछे बैठ जाती है और स्कूटर पानी पर तैरता हुआ तेज स्पीड से दौड़ता है.
साराह को डर लग रहा था और अजय ने उससे कहा कि तुम मेरे स्कूटर पर बैठ जाओ, रूबी विवेक के साथ बैठ जाएगी.

रूबी तो दौड़ कर विवेक के स्कूटर पर उससे चिपट कर बैठ गई और विवेक ने अपनी जेट स्की दौड़ा दी.
हालाँकि उनके साथ कोच भी अलग जेट स्की पर था तो उसने हॉर्न बजाकर उन्हें धीमे चलने की चेतावनी दी, विवेक ने स्पीड धीमी तो करी पर वो कोच से हट कर दूर चलाने लगा. रूबी ने उसे कस के पकड़ा हुआ था. विवेक ने पीछे मुंह घुमाया तो रूबी ने उसे चूम लिया.

रूबी ने हाथ नीचे करके विवेक का लंड टटोल लिया और उसे कस के पकड़ लिया. विवेक कसमसाया तो जेट स्की हिल गई… रूबी संभल कर बैठ गई कहीं स्की पलट न जाए.

अब तक अजय और साराह भी आ चुके थे. अजय धीरे धीरे चला रहा था क्योंकि साराह को डर लग रहा था… साराह मगर हंस रही थी और वो देख चुकी थी कि रूबी ने विवेक का लंड पकड़ा है तो उसने भी आगे खिसक कर अजय के लोअर के अंदर हाथ डाल दिया और अजय का लंड पकड़ लिया.

अब अजय ने भी अपनी जेट स्की को स्पीड दे दी. आधा घंटा मस्ती करने के बाद चारों किनारे पर लेट गए.. चारों ओर सुनसान था… किनारे पर लेटे होने से कभी कभी लहर उन्हें भिगो जाती… रूबी ने साराह का हाथ पकड़ा और उसे खींचती समुद्र में ले गई..एक बड़ी लहर ने उन्हें वापस पटक दिया…अब विवेक और अजय भी दौड़ कर आ गए.

विवेक ने रूबी को और अजय ने साराह को गोदी में उठाया और समुद्र में दूर तक चले गए. दोनों एक दूसरे के पतियों के गले में बाहें डाल कर झूल गईं थी और चूम भी रहीं थी.

आगे जाकर अजय ने साराह को नीचे उतारा तो साराह उसकी पीठ पर लटक गई.
चारों अब चुदासे हो रहे थे… भूख भी लग आई थी तो रेस्तराँ में ब्रेकफास्ट करके वापिस विला की ओर चल दिए.

विला पहुँच कर रूबी ने साराह को आँख मारी और खुद विवेक के साथ उसकी विला में चली गई तो साराह भी अजय से चिपटी उसकी विला में घुस गई.

अजय ने विला को डोर बंद करते ही साराह को पागलों की तरह चूमना शुरू कर दिया. दोनों के कपड़ों में रेत चिपटा था तो दोनों बाथ टब में घुस गए, शावर खोल दिया.
अजय ने अपने और साराह के कपड़े खींच कर उतार दिए और दोनों नंगे चिपट गए शावर के नीचे…

अजय ने साराह के पूरे शरीर पर शावर जेल लगा दिया और अपने ऊपर भी लुढ़का लिया. अब दोनों एक दूसरे से रगड़ रगड़ कर शावर ले रहे थे. अजय का लंड बार बार साराह की चूत पर टक्कर मार रहा था और अजय तो साराह के मम्मों को खा ही जाना चाहता था.

अजय ने साराह की एक टांग ऊपर करके अपना लंड उसकी चूत में करना चाहा पर साराह बैलेंस नहीं कर पा रही थी. साराह नीचे झुकी और अजय का लंड अपने मुंह में ले लिया.

अब दोनों ही बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे तो फटाफट टॉवल से पौंछ कर बेड की ओर भागे.
सुबह हाउस कीपिंग वालों ने बेड बहुत करीने से सजा दिया था.

साराह ने शीट उठाई और अंदर घुस गई. दूसरी ओर से अजय घुस आये और सीधा साराह की चूत में अपनी जीभ घुसा दी, साराह सिहर गई.
अजय ने उसकी टांगें फैला दी और जीभ अंदर तक कर दी और अपने हाथों से उसकी गोलाइयाँ मसलनी शुरू कर दी. साराह ने उसके बाल कस कर पकड़ लिए थे और अब वो कसमसा रही थी.

उधर बराबर वाली विला का मामला कुछ और ही था… विवेक और रूबी बाहर बने पूल में उतर गए थे और उनके कपड़े उतर कर बाहर आ पड़े थे.. विवेक पूल की सीढ़ी पर बैठ गया तो रूबी ने उसका लंड अपने मुँह में ले लिया. दो मिनट चुसवाने के बाद विवेक नीचे उतरा और रूबी को घोड़ी बना कर पीछे से उसकी चूत को लगा फाड़ने… उसके दोनों हाथ उसके मम्मे मसल रहे थे.
रूबी बेड पर चुदना चाह रही थी तो उसने अपने को अलग किया और नीचे डाइव मार कर तैरती हुई विवेक को छेड़ने लगी.
विवेक भी उसके साथ ही तैरने लगा पर चूत को तो लंड चाहिये था, तो रूबी बाहर आ गई और बाथरूम में जाकर शावर लेने लगी.

विवेक भी शावर लेकर टॉवल से अपने शरीर को पौंछने लगा. रूबी को नंगी देख विवेक का लंड पूरा खड़ा था. उसकी ओर इशारा कर के रूबी हंस पड़ी.
विवेक ने रूबी को गोदी में उठाया और और बोला- अभी तुम्हारी हंसी बंद करता हूँ…
रूबी ने उसे कस के चूमा और बोली- जीजू, मैं तो उस रात से जिस रात अपने होटल लॉबी में चूमा था, आज तक आपसे चुदने का इन्तजार कर रही थी, और हंस इसलिए रही थी कि जो लंड अभी तन कर खड़ा है, थोड़ी ही देर में मैं उसे निचोड़ दूँगी.

विवेक बोला- तुम तो बाद में निचोड़ोगी उससे पहले तो ये तुम्हारी चूत फाड़ देगा.
रूबी को चुदने की कोई जल्दी नहीं थी.. उसने विवेक से पूछा- ड्रिंक लोगे?
तो विवेक ने हाँ कर दी.
रूबी ने बार से बियर निकली और एक छोटी शीशी शहद की…
विवेक बोला- शहद का क्या करोगी?
तो रूबी मुस्कुरा दी.

दोनों नंगे ही सोफे पर बैठ गये और बोतल से ही बियर पीने लगे. बीच बीच में रूबी विवेक का लंड चूम लेती और विवेक ने भी उसके मम्मों पर बियर टपका कर पी.

अब चुदाई का पूरा माहौल गर्म था.. विवेक का लंड तनतना रहा था और रूबी की फुद्दी भी फुद फुद कर रही थी.
रूबी ने दो बड़े टॉवल बेड पर बिछाये.
विवेक ने पूछा- ये क्यों?
तो रूबी बोली- चुपचाप लेट जाओ…
विवेक लेटा तो रूबी ने उसके लंड पर शहद लपेट दिया और फिर लगी उसे चूसने… रूबी इतना कस कर चूस रही थी कि उम्म्ह… अहह… हय… याह… विवेक की तो हालत ख़राब हो गई, वो चीखा- मान जाओ, वर्ना मुँह में ही धार छूट जायेगी.

दया खाकर रूबी ने उसे छोड़ दिया तो अब विवेक ने उसे नीचे टॉवल पर पटका और बचा हुआ शहद उसके मम्मों और चूत में भर दिया.
अब विवेक की बारी थी चूत और चूत वाली को मदहोश करने की… उसने चूस चूस कर रूबी को इतना गर्म कर दिया कि रूबी वासना की आग में जलते हुए गिड़गिड़ाने लगी- राजा, अब अपना लंड दे दो.. मेरी चूत को अब फाड़ दो जानू… अब बर्दाश्त नहीं हो रहा प्लीज…

विवेक ने भी उसकी टांगें ऊपर करके चौड़ी की और लगा पेलम पेल में…
एक तो साली की चूत वो भी नई नई कसी कसाई… पंद्रह मिनट की चुदाई में कामकला के सारे आसन इस्तेमाल हो गये… चूत का तो भोसड़ा बना ही… पर लंड भी ऐसा निचुड़ा कि पूरा बेड तहस नहस हो गया.
नीचे बीचा टॉवल वीर्य और चूत रस से भीग चुका था और वासना की आग में जले दोनों बदन निढाल पड़े थे.

दूसरी विला में साराह ने अजय के ऊपर चढ़ाई कर दी थी और वो उछल उछल कर अजय को चोद रही थी. अजय भी नीचे से धक्के दे रहा था और साराह के मम्मे लाल कर रहा था.
अचनक अजय ने साराह को नीचे पटका और पूरी ताकत से अपना लंड घुसेड़ दिया साराह की चूत में… साराह इस हमले को तैयार नहीं थी तो चीख पड़ी, बोली- जीजू फट जायेगी! तो फिर रूबी की आफत आ जाएगी… आप दोनों उसे ही दिन रात चोदोगे…

अब साराह को भी मजा आना शुरू हो गया था, वो बोल रही थी- जीजू मजा आ गया, और थोड़ी स्पीड बढ़ाओ… जीजू उधर से विवेक को भी बुला लो दोनों मिल कर मुझे चोदो!
यह सुन कर अजय को भी जोश आ गया, वो बोला- उसे तो रूबी को चोदने दो.. तुम्हारे लिए तो मैं ही काफी हूँ.
अब अजय ने साराह को घोड़ी बना लिया और पीछे से उसकी चूत में घुस गया और हाथों से उसके मम्मे दबाने लगा. स्पीड बढ़ा कर उसने फाइनल चुदाई की स्पीड बना ली. साराह भी चीख रही थी- मजा आ गया जीजू… मैं तो अब रोज आपसे एक बार जरूर चुदुंगी.

धक्का मुक्की के बीच अजय ने उसकी चूत को अपने माल से भर दिया, दोनों चिपट कर सो गए… थकान जो हो गई थी.

2 बजे एक दूसरे को उठा कर नहाकर फ्रेश होकर दोनों कपल रेस्तराँ में मिले… चारों आपस में गले लगे.
आगे के 3-4 दिन एसे ही मस्ती में बीते.. कभी अपनी अपनी के साथ… कभी बदल कर… और आखिरी रात तो एक ही बेड पर बदल बदल कर!

अजय विवेक ने एक साथ कभी रूबी को चोदा कभी साराह को… सबसे जबरदस्त चुदाई तो साराह की हुई… विवेक ने नीचे लेट कर उसकी चूत में अपना लंड नीचे से घुसाया और ऊपर से अजय ऊपर से उसकी चूत में धक्का देते हुए घुस गया… अब चूत एक और लंड दो… वो चीखी तो उसके मुँह पर रूबी ने अपनी चूत लगा दी… विवेक ने रूबी के मम्मे भी पकड़ रखे थे… नीचे लेटे अजय ने साराह के मम्मे दबोच लिए थे… यानि दोनों चूत, दोनों लंड और दोनों चूतवालियों के मम्मे सब गुत्थम गुत्था…

चूत लंड का ऐसा घमासान शायद उस विला में पहले कभी नहीं हुआ होगा.

अगले दिन इतनी रंग बिरंगी यादों को लेकर दोनों जोड़े वापस हुए.. इस वादे के साथ कि जो हुआ वो एक हसीन सपना था… इससे ज्यादा कुछ नहीं!

दोस्तो, कैसी लगी कहानी… लिखियेगा मुझे [email protected]

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