मेरी बेस्ट टीचर ने मुझे चोदना सिखाया -2

(Meri Best Teacher Ne Mujhe Chodna Sikhaya-2)

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अब तक आपने पढ़ा कि मैंने अपनी बुआ को राकेश से चुदते हुए देखा..
अब आगे..

घर आकर मैं खाना खा कर सो गया। करीब 4 बजे मेरी नींद खुल गई मैंने देखा कि मेरी पैंट पर एक दाग लगा हुआ है। मैंने अपनी पैंट उतारी तो मेरी चड्डी पर भी दाग लगा हुआ था.. मैंने तुरंत चड्डी निकाल दी और दूसरे कपड़े पहन कर बाहर खेलने चला गया।

मैं क्रिकेट खेल रहा था.. तब बॉल ग्राउंड के पास वाले स्टोर हाउस में चली गई। वो स्टोर हाउस हमेशा बंद रहता है।
बॉल चली जाने से सब बच्चे अपने-अपने घर चले गए थे.. पर बॉल मेरी थी.. इसी लिए मैंने बॉल ढूंढने का फैसला किया।

लगभग 6 बज रहे थे और सूरज भी ढल चुका था। मैं स्टोर हाऊस के पीछे चला गया और कोई खिड़की ढूंढने लगा। तभी मुझे एक खिड़की खुली मिल गई। मैं चुपके से अन्दर गया और बॉल ढूंढने लगा.. पर स्टोर हाउस बड़ा था और अंधेरा भी हो चुका था।

तभी मुझे खिड़की से कुछ लड़के अन्दर आते दिखाई दिए.. मैं जल्दी से छुप गया।
मैंने देखा मेरी स्कूल के 12वीं क्लास के दो लड़के और उनकी क्लास की लड़की अन्दर आ गए और घास पर बैठ गए।

वो लड़की दोनों लड़कों के बीच में बैठी थी और दोनों लड़के उसके दूध दबा रहे थे।
पहला लड़का- तेरे आम तो मस्त हैं।
दूसरा लड़का लड़की के चूतड़ों पर भी हाथ फेरता हुआ बोला- हाँ यार.. इसके आम और तरबूज दोनों मस्त हैं!

लड़की- तुम लोग क्या सिर्फ बातें करने आए हो.. या फिर कुछ करोगे भी?
पहला लड़का- तेरे लिप्स तो इतने मीठे दिख रहे है.. कि मैं तो दिन भर इनको चूसता ही रहूँ।
दूसरा लड़का- जल्दी से अपने कपड़े उतार.. अब कण्ट्रोल नहीं होता है।
लड़की- हाँ.. उतार रही हूँ.. मुझसे भी कण्ट्रोल नहीं हो रहा है.. जब से तुम दोनों ने ये आदत लगा दी है.. तब से मुझे मेरी चूत में बहुत खुजली हो जाती है।

पहला लड़का- ले मेरा लण्ड चूस..
दूसरा लड़का- मैं तेरी चूत चाट कर साफ करता हूँ।
लड़की- आह.. अआह्हह्हह.. मस्त मजा आ रहा है।
पहला लड़का- यार अब तू मेरी जगह आ और मैं तेरी जगह आता हूँ।
दूसरा लड़का- आह आ.. जल्दी आ..
लड़की- क्या चूसना लगा रहे हो.. पहले मेरी चूत मारो न..
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थोड़ी देर चूत चाटने के बाद उस लड़के ने अपना लण्ड लड़की की चूत में डाल दिया और धक्का मारने लगा और दूसरा लड़का अपना लण्ड लड़की के मुँह में डालकर उसका मुँह चोदने लगा। अब फिर से दोनों अपनी जगह बदली की और चुदाई शुरू की।

मैंने भी अपना लण्ड बाहर निकाला.. मेरा लण्ड कड़क हो गया था। मैंने अपना हाथ थोड़ा आगे-पीछे करने लगा.. मुझे अच्छा लग रहा था। फिर मैंने हाथ को जोर-जोर से हिलाना शुरू किया।
उधर उन दोनों लड़कों ने अपनी स्पीड बढ़ा दी। फिर थोदी देर बाद वो हाँफने लगा। मुझे भी लगा कि मेरी ‘सूसू’ निकल जाएगी।

पर मैंने देखा कि मेरी सूसू की जगह पर कुछ सफेद और गाढ़ा पानी निकल गया। शुरूआत में मुझे ऐसा लग रहा था.. जैसे मेरे ऊपर किसी ने 100 किलो सामान रख दिया हो और अब वो सामान मेरे ऊपर से निकल गया हो.. अब मैं हल्का महसूस कर रहा था।

पहला लड़का- यार.. आज फिर मजा आ गया।
दूसरा लड़का- हाँ यार.. इसकी लेने में बहुत मजा आता है।
लड़की- मैं तो थक गई.. यार एक साल से तुम दोनों मेरी चुदाई कर रहे हो.. सच में बहुत मजा आता है.. कल फिर मिलते हैं इसी जगह पर.. ठीक है अब चलो..

वो तीनों बाहर चले गए.. मैं भी बाहर चला गया.. क्योंकि मुझे उस लड़की का चेहरा देखना था। जब मैं बाहर आया तो देखा दो लड़के पेड़ के पास खड़े हैं।

मुझे लगा कि ये दोनों वही हैं.. पर उनके साथ लड़की नहीं दिखी.. थोड़ी देर बाद पेड़ के पीछे से एक लड़की बाहर आई।

मेरा मुँह खुला का खुला रहा गया- ये क्या… ये तो मोना है.. और ये क्या दोनों लड़कों में से एक उसका भाई है.. लड़का उसका बड़ा भाई है जो 2 साल से 12 वीं क्लास में फेल हो रहा है.. और दूसरा उसका ब्वॉयफ्रेंड.. मुझे मालूम था कि बचपन में उसकी और मोना की शादी फिक्स की गई थी।

जिस मोना के ब्वॉयफ्रेंड से उसकी शादी होने वाली है.. वो भी 2 साल 12 वीं क्लास में फेल हो रहा था।

वो तीनों चले गए.. मैं भी घर आकर खाना खाया और सोच रहा था कि आज के दिन में दो चुदाई देखने को मिल गईं।

एक मेरी बुआ और उसकी सहेली के भाई की चुदाई।
दूसरी मोना और उसके अपने सगे भाई और होने वाले पति की चुदाई।
मैं सोच में पड़ गया था कि आज तक मुझे लण्ड और चूत चुदाई जैसे शब्द पता थे.. पर आज मुझे उसका असली मतलब समझ में आया.. शायद ही मुझे कोई बता सकता था।

अब मुझे भी चुदाई करनी थी.. पर कैसे और किसके साथ.. वो पता नहीं था।

दूसरे दिन..

मैं सवेरे सवेरे ही स्कूल चला गया। मेरा स्कूल सुबह 7 से 11:30 तक है। आज हमारे क्लास की टेस्ट के रिजल्ट मिले। गणित के विषय में मुझे सबसे ज्यादा 70 मार्क मिले।

मैंने अपनी क्लास में गणित विषय में टॉप किया.. थोड़ी देर बाद लंच ब्रेक हुआ में बाहर ग्राउंड में खेलने लगा। तभी हमारे गणित विषय की शिक्षिका ने मुझे बुलाया।
मैडम- अवि बेटा.. तुम्हारे मार्क तो बहुत अच्छे आए हैं।
अवि- हाँ मैडम.. अच्छे हैं.. सब आपकी वजह से हुआ।
मैडम- इसमें मैंने क्या किया.. ये तो तुम्हारी मेहनत का फल है।

अवि- लेकिन जो पुराने सर थे.. तब तो मुझे गणित से डर लगता था.. पर आप कितना अच्छा और सिंपल तरीके से पढ़ाती हो.. जिसके वजह से ही ऐसा हुआ है।
मैडम- ऐसा कुछ नहीं है.. हर टीचर के पढ़ाने का तरीका अलग होता है.. किसी को मेरा पढ़ाना अच्छा लगता है और किसी को पुराने सर का..
अवि- फिर अभी आपकी वजह से मुझे अच्छे मार्क मिले हैं।

मैडम- मेरी तारीफ़ मत करो.. में सिर्फ 6 महीनों के लिए तुम्हारे स्कूल में पढ़ाने आई हूँ.. अब तो सिर्फ 1 महिना ही बाकी बचा है.. फिर मैं चली जाउंगी। तुम्हें फिर से पुराने सर ही पढ़ायेंगे।
अवि- पर मैडम.. आप हमेशा के लिए हमारे स्कूल में क्यों नहीं पढ़ाती हो?

मैडम- नहीं अवि.. मुझे वापस अपने स्कूल जाना होगा.. ये तो कुछ एक्सपेरिमेंट करने के वजह से मैं इस स्कूल में.. और तुम्हारे सर मेरे स्कूल पढ़ा रहे हैं। ये सब हम चैक कर रहे हैंकि शहर और गाँव में पढ़ाने में अंतर और मेंटल कैपेसिटी में कुछ बदलाव आता है या फिर हम जैसे तरीके से पढ़ा रहे हैं.. वही तरीका ठीक है। ट्रांस्फर एक्सपेरीमेंट से दोनों का ही फायदा है.. स्टूडेंट को नए टीचर और टीचर को नए स्टूडेंट मिल रहे हैं.. सबको एस्पिरियन्स मिल जाएगा।

अवि- तो फिर आप चली जाएंगी?
मैडम- हाँ जाना तो पड़ेगा.. और मैं यहाँ पर अकेली हूँ.. मेरे पति और बच्चे तो शहर में ही हैं.. मुझे तो जाना ही पड़ेगा।
अवि- पर आप हमेशा मेरी बेस्ट टीचर रहेंगी।
मैडम- ये अब छोड़ो.. मुझे प्रिंसीपल ने कहा है कि अगर तुम अच्छे से मेहनत करोगे तो तुम गणित में टॉप कर सकते हो..
अवि- मैं तो पूरी मेहनत कर रहा हूँ मैडम।

मैडम- अरे ऐसा नहीं है.. तुम्हें और ज्यादा पढ़ना पड़ेगा और ज्यादा प्रेक्टिस करनी पड़ेगी।
अवि- ठीक है मैडम.. मैं पूरी मेहनत करूँगा।
मैडम- प्रिंसिपल सर ने कहा है कि मैं तुम्हें स्कूल के बाद भी पढ़ाया करूँ.. क्या तुम पढ़ने को तैयार हो?
अवि- हाँ क्यों नहीं मैडम.. मैं दोपहर में आपके घर आ जाऊंगा।

मैडम- हाँ ये ठीक है.. तुम मेरे घर ही आ जाया करो.. प्रिंसिपल सर तो कह रहे थे कि स्कूल में ही पढ़ाना पड़ेगा.. पर मैं सर को समझा दूंगी। आज 3 बजे आ जाना और साथ में बाकी विषय की भी तैयारी करना होगी।
अवि- ठीक है मैडम मैं आ जाऊंगा।
मैडम- देखो.. लंच ब्रेक अभी खत्म हुआ.. चलो जाओ अपनी क्लास में..
अवि- ओके मैडम..

क्लास में आते ही मैं मोना के बारे में सोचने लगा। कितने गोरे दूध थे मोना के.. कितनी अच्छी दिख रही थी बिना कपड़ों के.. मैं सपने में खोया था कि पता चला कि आज हिस्ट्री सब्जेक्ट के टीचर नहीं आए हैं.. तो हम सभी को बाहर ग्राउंड पर खेलने भेज दिया गया। ग्राउंड पर और भी क्लास के स्टूडेंट खेल रहे थे.. हम सब भी खेलने में लग गए.. पर मुझे मोना और उसका ब्वॉयफ्रेंड कहीं भी नहीं दिख रहे थे।

मैं उन्हें ढूंढने लग गया। ढूंढते-ढूंढते मैंने स्पोर्ट रूम के पास जाकर देखा.. तो मोना का भाई बाहर खड़ा था और स्पोर्ट रूम का दरवाजा अन्दर से बंद था। मुझे लगा कि मोना और उसका ब्वॉयफ्रेंड अन्दर चुदाई कर रहे होंगे.. इसी लिए मैं स्पोर्ट रूम की खिड़की से देखने गया.. पर अन्दर देखा कि मोना और उसका ब्वॉयफ्रेंड के साथ हमारे प्रिंसिपल सर हैं और वो भी नंगे थे।

मोना- सर जल्दी से मेरी चुदाई करो.. ज्यादा टाइम नहीं है।
सर- चुप कर कुत्ती साली.. चुपचाप पहले मेरा लण्ड चूस..
ब्वॉयफ्रेंड- मोना चूस न जल्दी.. क्यों नाटक कर रही है?
मोना- हाँ कर तो रही हूँ।

सर- चल छोड़ वो सब.. चल जल्दी कुत्ती की तरह बैठ।
मोना- ये लो सर बन गई आपकी कुत्ती।
सर- अब देख तेरा कुता कैसे तुझे चोदेगा।

इसी के साथ सर ने अपना लण्ड मोना की चूत में डाल दिया और धक्के लगाने लगे। करीब 10 मिनट के बाद.. चुदाई खत्म हो गई।

ब्वॉयफ्रेंड- सर अब तो हम पास हो जाएंगे न..
मोना- हाँ सर.. अब इन्हें पास कर दो।
सर- ठीक है.. तेरी चुदाई का फल तो तुझे मिल जाएगा.. तेरे भाई और तेरे ब्वॉयफ्रेंड को पास कर दूंगा।

ब्वॉयफ्रेंड- थैंक्स सर..
मोना- चलो अब मुझे कपड़े पहनने दो।
सर- हाँ चलो बहुत देर हो गई.. अब मैं चलता हूँ.. नहीं तो लोगों को शक हो जाएगा।

सर के रूम से बाहर जाने के बाद मोना का भाई अन्दर आ गया।

मोना- मोना चलो.. तुम्हारा काम हो गया..
मोना का भाई- अभी कहाँ हुआ.. अभी तो हमें भी तेरी चुदाई करनी है।
ब्वॉयफ्रेंड- हाँ यार सर की चुदाई देख कर मैं भी गर्म हो गया हूँ।
मोना- नहीं.. अभी नहीं.. शाम को स्टोर हॉउस में करना।
ब्वॉयफ्रेंड- पर यार.. सर से तेरी चुदाई देख कर मैं बहुत गर्म हो गया हूँ। अभी क्यों नहीं करवा रही है?
मोना- यहाँ रिस्क है.. समझा करो मेरे साजन।
ब्वॉयफ्रेंड- चलो ठीक है..
मोना का भाई- हाँ चलो।

तीनों स्पोर्ट रूम से चले गए और मैं भी मोना और सर की चुदाई देख कर खुश हो गया और अपने घर चला गया।

बाय मित्रो, मिलते हैं अगले भाग में..

आप सभी मुझे ईमेल जरूर करें। आपके साथ दोस्ती करने में ख़ुशी होगी और आपको भी बहुत मजा आएगा.. ख़ास कर सभी महिला पाठक जरूर ईमेल कीजिएगा। मुझे गर्म महिलाओं से दोस्ती करना पसंद है।
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