मैं कैसे बन गई चुदक्कड़-3

(Mai Kaise Ban Gayi Chudakkad- Part 3)

This story is part of a series:

दोस्तो, आपकी कोमल फिर से हाज़िर है अपनी जिंदगी की पहली सेक्स कहानी आपको बताने के लिए।
मेरी कहानी के पिछले भागों में आपने पढ़ा कि कैसे मेरे बॉस ने मेरी सील तोड़ी. उम्मीद करती हूँ आपको मेरे पहले सेक्स की कहानी पसंद आ रही होगी.

तो अब आगे बढ़ते हैं उसी कहानी के अगले भाग की तरफ:

मैं और मेरे बॉस रात की चार बार चुदाई से थक कर सो गए. और जब मेरी नींद खुली तो मैंने देखा कि घड़ी में दोपहर के 1 बज रहे थे. टाइम का पता ही नहीं चला।

मुझे बहुत तेज़ पेशाब लगी थी तो मैं बिस्तर से उठी. और जैसे ही खड़ी हुई तो मेरे दोनों पैरों में और बुर, जो अब चूत बन चुकी थी, में दर्द हो रहा था. मैं अच्छे से चल भी नहीं पा रही थी. मेरी जांघों में खून लगा हुआ था.

मैं किसी तरह से बाथरूम में गई और बैठने की कोशिश की तो बैठ नहीं पा रही थी. मैं सोच में पड़ गई कि क्या करूँ? तो मैंने खड़े खड़े ही मूतना शुरु कर दिया. पेशाब की तेज़ और गर्म धार छूट गई, पेशाब के साथ साथ बॉस का वीर्य भी बाहर आ रहा था, गर्म गर्म पेशाब मेरी जांघों से होता हुआ नीचे गिर रहा था.

फिर मैं वापस आ कर बिस्तर में लेट गई. बॉस बगल में ही सो रहे थे. वो भी अभी नंगे ही थे, उनका काला नाग सा लंड सुस्त पड़ा था और लंड के नीचे बड़ा सा अंडकोष साफ़ दिख रहा था.
मैं लेट कर सोच रही थी कि मैं इतनी बड़ी उम्र के आदमी से मैं चुदाई करुँगी, मैंने कभी नहीं सोचा था. कहाँ मैं 19 साल की और वो 50 साल के … वो भी शरीर में मुझसे लगभग 3 गुना ज्यादा!

कुछ देर में बॉस भी उठे और हम दोनों फ्रेश हो गए. बॉस ने काफी का आर्डर दिया.
कुछ देर में ही एक वेटर काफी ले कर आया. अंदर आकर उसने मुझे देखा, फिर बिस्तर पे लगे खून को देखा और चला गया. वो भी समझ गया होगा कि रात में यहाँ मेरी बुर के साथ क्या हुआ था।

हम दोनो ने कॉफी पी और कुछ देर आराम किया. उसके बाद मैं सर से बोली- मैं नहा लेती हूँ.
तो कहने लगे- अकेली नहाओगी क्या? हम भी तो है यहाँ पर!
और मेरे पास आकर मुझे फिर से नंगी कर दिया और खुद भी नंगे होकर मुझे गोद में उठा के बाथरूम में ले गए.

वहाँ जो बड़ा सा बाथ टब था, उसमें मुझे डाल दिया और उसमें खूब सारा शेम्पू डाल के खुद भी अंदर आ गए और मुझे अपने ऊपर लेटा लिया. मैं उनके ऊपर पीठ के बल लेटी हुई थी.
वो मेरे पूरे शरीर पर शेम्पू लगा रहे थे.
उनका लंड मेरी गांड के बीच में घुसा हुआ था. ऐसा करते करते हम दोनों नहा रहे थे.

फिर हम दोनों टब से बाहर आये। उनका लंड पूरा टाईट हो गया था. उन्होंने मुझे दिवाल से सटा दिया और अपने लंड को मेरी गांड की तरफ से मेरी ताजी फटी चुत में डालने लगे.
लंड चूत में लगा के उन्होंने मेरी कमर को कस के पकड़ लिया और एक बार में पूरा लंड मेरी चूत में उतार दिया. और जोरदार चुदाई शुरु हो गई.
पूरे बाथरूम में बस फट फट फट फट की ही आवाज आ रही थी.

मैं आईने में अपने आप को चुदते देख रही थी.
10 मिनट बाद मेरे बॉस ने अपने लंड का पूरा पानी मेरी चूत में छोड़ दिया.
और हम दोनों नहा कर वापस रूम में आ गए.

पूरा दिन रुक रुक कर मेरी चुदाई होती रही. फिर रात में भी वही हुआ. हम दोनों 3 दिन गोवा में थे और बस तरह तरह से मेरी चुदाई होती रही.
और 3 दिन बाद हम दोनों वापस आ गए.

वहाँ से आने के बाद भी कभी होटल में तो कभी उनके फार्महाऊस में मेरी चुदाई होती रही. वो कभी भी फ़ोन करते कि यहाँ मिलना है, मैं तुरंत वहाँ पहुंच जाती.

ऐसे ही 1 जनवरी 2018 की सुबह सुबह मैं ऑफिस के लिए तैयार हो रही थी कि तभी बॉस का फ़ोन आया और मुझे अपने फार्म हाऊस आने को बोले. कहा कि घर में बता दो कि दो दिन के लिए बाहर जाना है.
मैंने अपने बैग कुछ कपड़े रखे और माँ को बता कर मैं सीधा वहीं चली गई. मैं जानती थी कि पक्का वही काम होगा जिसके लिए मैं ये जॉब कर रही हूँ.

जब वहाँ पहुंची और अन्दर गई तो देखी कि कुछ और लोग भी वहां मौजूद थे. मैंने सोचा कि शायद कोई मीटिंग होगी.
उनमे से एक आदमी हमारे देश का नहीं था, वो किसी अफ्रीकी देश का लग रहा था. बिल्कुल काला और 7 फिट लम्बे कद का आदमी था.

सब बैठ कर किसी काम के लिए बात कर रहे थे, मेरे और बॉस के अलावा वहाँ 4 लोग थे, मतलब हम कुल 6 लोग थे.
2 घंटे तक मीटिंग चलती रही.

मीटिंग ख़त्म होने के बाद बॉस ने फार्म हाउस के नौकर को बुलाया और कान में कुछ कहा. वो तुरंत किचन में गया और बहुत कुछ खाने पीने का सामान ले आया. उसमें एक केक भी था.

बॉस ने मेरे हाथ से केक कटवाया और सबने नाश्ता किया. उसके बाद सभी लोग जाने लगे, बॉस उन लोगों को बाहर तक छोड़ने गए. मैं वहीं बैठी रही.

जब बॉस वापस आये तो मैंने देखा कि बाक़ी सभी लोग तो जा चुके हैं मगर वो अफ्रीकन आदमी नहीं गया था.

बॉस ने मुझे फ्रिज से वाइन लाने को कहा. मैं वाइन कुछ 2 गिलास और प्लेट में काजू लेकर आ गई.
तो बॉस ने कहा- 2 गिलास क्यों लाई? एक और लेकर आओ, तुम भी तो हो.
मैंने मना कर दिया- सर मैं नहीं पीती.
तो बॉस ने कहा- रोज नहीं … पर आज खास दिन है, आज तो पीना ही होगा.

मैं कुछ देर रुकी फिर जाकर एक और गिलास ले आई. बॉस ने तीनों गिलास में वाइन और आइस डाली और मुझे एक गिलास दिया. हम तीनों ने आपस में गिलास को टच किया पीने लगे. मुझे बहुत कड़वा लग रहा था मगर किसी तरह से पूरा पी गई.
फिर कुछ देर बाद दूसरा ग्लास भी बना. मुझे तुरंत ही नशा लग रहा था. मैं उन दोनों के सामने सोफे पे बैठी थी.

उस आदमी जिसका नाम जोन्स था, उसने बॉस के कान में कुछ कहा. बॉस ने मुझे पास आकर बैठने को कहा.
मैं बॉस के पास गई तो बॉस ने मुझे दोनों के बीच में बैठा दिया.
मैं उस वक्त एक टॉप और लैगी पहनी थी

जोन्स ने मेरा ग्लास उठाया और अपने हाथ से मुझे पिलाने लगा. मैं बॉस की तरफ देखी तो बॉस ने कहा- अरे कोई बात नहीं, पी लो अगर प्यार से पिला रहे हैं तो!
तो मैं धीरे धीरे पी गई. अब मुझे और ज्यादा नशा लग रहा था क्योंकि मैंने पहली बार शराब पी थी.
जोन्स ने अपना एक हाथ मेरी जांघ पे रखा हुआ था और हल्के हल्के सहला रहा था. मुझे कुछ अच्छा नहीं लग रहा था.

तभी बॉस ने कहा- कोमल सुनो, जोन्स यहाँ 2 दिन रुकने वाले हैं. और इनकी सेवा के लिए तुमको यहाँ इनके साथ रहना होगा.
मैं बोली- मतलब सर?
“मतलब कि इनकी इच्छा को पूरा करना होगा.” मुस्कुराते हुए बोले- बाकी तुम समझदार हो ही!
मैं बोली- मगर सर मैं!?!
इतना ही कह पाई कि बॉस ने मेरे होंठ पे उंगली लगा दी.
ना चाहते हुए भी मुझे हां करना पड़ा.

उसके बाद हम लोगों ने और शराब पी.
जब सारी शराब ख़त्म हो गई तो बॉस बोले- चलो, मैं अब चलता हूँ।
फिर वे मुझे बोले- अगर कोई प्रोब्लम हो तो मुझे फ़ोन करना.
मैंने हां में सर हिला दिया मगर अंदर से अज़ीब सा डर था कि मैं कहाँ फंस गई आज!

जोन्स मुझे बहुत ही गन्दी निगाह से देख रहा था जैसे खा ही जाने वाला था मुझे!
बॉस के ऊपर आज बहुत गुस्सा भी आ रहा था कि मुझे किसके साथ छोड़ के चले गए.

हम दोनों सोफे पे बैठे थे और जो नौकर था वो भी अपने सर्वेंट रूम में चला गया जो बाहर की तरफ था.

जोन्स उठा, जाकर दरवाजा अंदर से बंद कर दिया और मेरे पास आ कर बैठ गया. वो पूरे नशे में था.
उसने मेरे चेहरे को एक हाथ से पकड़ा और अपना चेहरा मेरे करीब लाने लगा. मैं तुरंत अपना चेहरा दूसरी तरफ कर लिया.

मेरे ऐसा करने पे उसको गुस्सा आया और उसने एक हाथ से जोर से मेरे बालों को पकड़ लिया और एक झटके में मेरे होंठों पे अपने मोटे मोटे होंठ रख दिए और बहुत बेदर्दी से मुझे किस करने लगा. मुझे बहुत दर्द हो रहा था क्योंकि उसने बहुत जोर से मेरे बालों को पकड़ा हुआ था.
फिर एक हाथ से मेरे दूध को जोर जोर से मसलने लगा, मेरी तो जान निकलने लगी थी, उसका किस करना मुझे बहुत गन्दा लग रहा था.

उसने मेरे टॉप के अंदर अपना हाथ डालना चाहा पर उसके मोटे हाथ के लिए जगह नहीं थी तो उसने मेरे गले के पास टॉप को पकड़ के नीचे खींच दिया उससे मेरा एक दूध बाहर आ गया. उसने मेरी ब्रा से दूध को बाहर निकला और जोर जोर से मसलने लगा. मुझे काफी दर्द हो रहा था पर मैं चिल्ला भी नहीं पा रही थी.

कुछ देर वो ऐसा ही करता रहा फिर वो अचानक से उठा, मुझे अपनी ओर खींच लिया, मुझे अपनी गोद में उठा लिया और सीढियों से ऊपर रूम में ले जाने लगा. मैं किसी बच्ची की तरह उसकी गोद में थी.

दोस्तो, इसके आगे क्या हुआ, यह मैं आपको कहानी के अगले भाग में बताऊँगी.
आपकी कोमल मिश्रा
[email protected]
कहानी जारी रहेगी.

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