अनजान लड़की से दोस्ती और चुदाई स्टोरी

(Anjan Ladki Se Dosti Aur Chudai Story)

अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज साईट पर हिंदी चुदाई कहानियां पढने वाले मेरे प्यारे दोस्तो सखियो, भाभी और आंटियो, मेरा नाम राज है. मैं अमृतसर पंजाब का रहने वाला हूँ. मेरी पिछली सेक्स स्टोरी
लुधियाना की पटाखा देसी माल गर्ल की चुत चुदाई की वो रातें
आपने पढ़ी होगी. मैं आप सबका थैंक्स करता हूँ कि आपने मेरी हिंदी सेक्स स्टोरी काफी पसंद की.

अब मैं नई रियल सेक्स स्टोरी लेकर आया हूँ. मैं आशा करता हूँ कि ये भी आपको पसंद आएगी.

यह बात 2013 की है, मैं किसी काम से कपूरथला (पंजाब का ही एक शहर) गया था. जब मैं बस से वापस आ रहा था तो बस में कुछ ही सवारियां थी. मेरे से आगे साइड वाली सीट पर मुझे एक लड़की अपने फोन को लेकर झुंझलाती हुई सी दिखी. मैंने उसकी तरफ ध्यान से देखने लगा, वो परेशान थी, शायद फोन का लॉक चूल गई थी. वो इधर उधर देख रही थी तो उसकी नजर मुझ पर पड़ी, मुझे उसकी ओर देखते हुए देख कर वो मुझ से बोली- मेरे फोन में नेटवर्क नहीं आ रहा… आप मेरी मदद करेंगे क्या?
मैंने कहा- कोई जरूरी फोन करना है तो मेरे फोन से कर लो.
वो बोली- नहीं, मैं अपने फोन से ही करूंगी. आप ज़रा देख लो कि नेटवर्क क्यों नहीं आ रहा?
यह कहते हुए वो मेरे पास ही आकर बैठ गई.

मैंने उससे उसका फोन लिया तो वो नेटवर्क कैच नहीं कर रहा था. मैंने उसका फोन रिबूट कर दिया.
दो मिनट बाद फोन खुल गया और उसमें नेटवर्क आ गया. मैंने उसे फ़ोन दे दिया.

उसने मुझे थैंक्स बोला, फिर उसने कोई नम्बर मिलाया और वो फ़ोन पर बात करने लगी.

मैंने उसको किसी लड़के से बात करते हुए सुना था तो मुझे समझ आ गया था कि बंदी (बन्दा का स्त्रीलिंग यानि लड़की) अपने ब्वॉयफ्रेंड से बात करने में लगी थी.

जब उसने बात खत्म कर ली तो मैंने उससे पूछा- तुम अपने ब्वॉयफ्रेंड से बात कर रही थी?
वो बोली- नहीं वो मेरा फ्रेंड है बस.
मैंने बोला- तो तुम्हारा कोई ब्वॉयफ्रेंड है?
वो बोली- नहीं.
मैंने बोला- ओके.. नहीं है तो मेरे से फ्रेंडशिप कर लो.

वो मना करने लगी, जब मैंने उससे दो तीन बार बोला, तो वो बोली- मैं आपकी सिर्फ दोस्त बन सकती हूं.
मैंने बोला- ठीक है.
और उसे अपना फोन नम्बर दे दिया. कुछ यों ही इधर उधर की बातें हमने की और हम अपने गन्तव्य पर पहुँच गए.
बस से उतर कर बाय बोल कर हम अपने अपने रास्ते हो लिए.

तीन चार दिन बाद मुझे उसका फ़ोन आया उसने मुझे उस दिन के लिए फिर थैंक्स बोला. मैंने भी उससे अच्छे से बात की. इसके बाद हमारी फ़ोन पर कई बार बात हुई. जब भी मैं उससे फ्रेंडशिप के लिए बोलता, तो वो मना कर देती.

ऐसे तीन महीने तक चला, फिर एक दिन वो मान गई लेकिन वो मुझे मिलती नहीं थी.
कई महीने तक उससे फोन पर ही बात होती रही. मैं भी तंग हो गया कि साली मिलती ही नहीं है, मैंने उसे इग्नोर करना शुरू कर दिया. अब मैं उसका फ़ोन भी पिक नहीं करता था.

फिर उसने मुझे बताया कि उसने कॉलज में एडमिशन ले लिया है, अब वो मुझे मिल सकती है.
इसके बाद हमने एक मॉल में मिलने का प्लान बनाया. मैंने पहले उस पर इतना ध्यान नहीं दिया था, मॉल में जब हम मिले तो मैंने उसके फिगर को नजर भर के देखा था. मैं उसके बारे में आपको बता दूँ उसके दूध 32 इंच के थे, कमर 28 की और गांड 30 की थी. उसका रंग सांवला था.

मॉल में हमने मूवी भी देखी. मूवी देखते हुए मैंने उसका हाथ पकड़ा और फिर तो मैंने उसे किस की, उसने भी कोई आपत्ति नहीं की. लेकिन जब मैंने उसकी चुची पकड़ने की कोशिश की तो उसने मेरा हाथ हटा दिया. मैंने सोचा कि पहली बार तो शायद शरमा रही है या नाटक कर रही है. लेकिन इसके बाद जब भी मैं उससे मिलता और उसके दूध को हाथ लगाता, तो वो मना कर देती थी. ऐसे ही हम दो तीन बार मिले, जब भी मैं दूध को हाथ लगाता वो गुस्सा हो जाती. एक बार तो मैंने उसकी ब्रा में हाथ डाल दिया, तो वो रोने लगी.

मैंने उसे छोड़ दिया, मैं उससे नाराज हो गया. मैंने उससे बोला- मैं अब तुमको कभी नहीं मिलूँगा, अगर मिलना है तो मैं तुम्हारी चूचियों को टच करूंगा, मुँह में भी लूँगा.
मेरे जोर देने पर वो तैयार हो गई.

अगले महीने मेरा जन्म दिन था. मैं फिर उसे मॉल में ले गया. आज सिनेमा हॉल खाली था, कुछ लोग ही थे. मैंने उसे किस किया, उसके दूध को हाथ से मसलने लगा. वो गर्म होने लगी. फिर मैंने उसकी एक चूची को मुँह में ले लिया और चूसने लगा. उसके मुँह से कामुक सीत्कारों की आवाजें आने लगीं. मैंने उसकी दोनों चूचियों को मुँह में लेकर खूब पिया. उसकी चूचे एकदम कड़क हो गए थे. फिर मैं उसकी चूत को हाथ लगाने लगा तो उसने मेरा हाथ हटा दिया और बोली- प्लीज़ तुमने दूध को टच करने का वादा किया था.. बस.

मैंने ज्यादा जोर नहीं दिया, उस दिन इतना सब ही हो पाया. फिर हम वापस आ गए. अगले महीने उसका जन्म दिन था. उसने मुझे बताया तो मैंने उससे मिलने को बोला.

वो मान गई पर मैंने उससे बोला- मैं तुम्हें अब रूम में मिलना चाहता हूँ.

वो मना करने लगी. मैंने बहुत जोर दिया. मुझे पता था कि वो मुझे प्यार करने लगी है, वो मुझे मना नहीं करेगी. थोड़े नखरे के बाद वो मान गई. मैंने होटल में रूम बुक कर लिया. उसे रूम में लेकर गया, पहले उसे जन्म दिन के गिफ्ट में एक घड़ी दी. वो उसे देख कर खुश हो गई और मुझे गले से लगा लिया.

मैं उसे किस करने लगा और उसके बूब्स को सहलाने लगा. फिर टॉप के अंदर हाथ डाल कर उसकी चूचियां मसली मैंने… फिर टॉप ऊपर करके उसकी चूचियो को ब्रा से निकाल कर चूसने लगा. वो गर्म होने लगी, अपने हाथ से मेरे सर को अपनी छाती पर दबाने लगी.
अब मैं एक एक करके कपड़े उतारने लगा. पहले उसका टॉप उतारा, उसने नीचे ब्लैक ब्रा पहनी हुई थी, मैंने वो भी उतार दी. अब ऊपर से वो अब पूरी नंगी मेरे सामने थी. मैं उस पर टूट पड़ा.. फिर से मैंने उसके दूध पीना शुरू किए. वो और गर्म होने लगी. मैं कभी उसके होंठों पर होंठ रख कर चूसता, तो कभी उसके दूध चूसता. वो मस्त हो गई.

अब मैंने उसकी जीन्स पर हाथ डाला, जींस के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाने लगा. एक आध बार उसन मेरा हाथ हटाया लेकिन फिर उसने मुझे नहीं रोका. अमिने उसकी जींस का बटन खोला और साथ ही जिप भी खोल दी. अंदर मुझे उसकी ब्लैक पैंटी दिखी. मैंने जींस के अंदर पैंटी के ऊपर से उसकी चूत सहलाई और दो मिनट बाद ही मैं उसकी जींस उतारने लगा. थोड़ी सी ना नुकुर के साथ उसने अपनी जींस उतरवा ली. मैंने उसकी पेंत्य्य में हाथ डाल दिया. उसकी चूत गीली हुई पड़ी थी. थोड़ी देर चूत सहलाने के बाद मैंने उसकी पनती भी उतार ड़ी और उसे पूरी नंगी कर दिया.

फिर मैंने उसे मेरे कपड़े उतारने को बोला. वो एक एक करके मेरे कपड़े उतारने लगी. पहले मेरी टी-शर्ट उतारी, फिर मेरी पेंट उतारी और रुक गई.
मैंने उससे अपना अंडरवियर उतारने को बोला तो वो शर्मा गई, बोली- तुम खुद उतारो.
मेरे जोर देने पर उसने मेरे अंडरवियर को उतारा.

मेरा लंड देख कर वो डर गई और बोली- इतना बड़ा..! मैं मर जाऊंगी.
मैंने बोला- मैं तुमको मरने नहीं दूँगा मेरी जान.
फिर मैंने अपना लंड उसके हाथ में दे दिया. वो उसे अपने हाथ से आगे पीछे करने लगी. फिर मैंने उसे लंड को मुँह में लेने को बोला, उसने मना कर दिया तो मैंने भी ज्यादा जोर नहीं दिया.

अब मैं अपने मुँह को उसकी चूत के पास ले गया और चुत पर किस करने लगा. पहले तो उसने मुझे ऐसा करने मना किया… लेकिन मुझे पता था कि एक बार मेरी जीभ उसकी चूत को छू गई तो वो आनन्द से पागल हो जाएगी. मैंने जबरदस्ती अपना मुंह उसकी चूत पे लगा दिया और अपनी जीभ उसकी चूर की दरार में फिराने लगा, वो एक दम सिहर गई, उस मजा आया. फिर मजे से चूत चुसवाने लगी. मैं भी अपनी जीभ से उसके चूत के दाने को रगड़ने लगा. वो दाने पर मेरी जीभ की रगड़ से पागल होने लगी और मेरे बाल पकड़ कर चूत पर दबाने लगी.

पांच मिनट तक मैंने उसकी चूत को चूसा, वो अपने चूतड़ इधर उधर हिला कर अपनी चूत चत्वा रही थी, उसे गुदगुदी हो रही थी.

कुछ देर बाद जब उसकी कामुकता उसके काबू से बाहर होने लगी तो वो मुझे अपने ऊपर को खींचने लगी. मैं समझ गया कि अब वो पूरी गर्म हो गई है और मेरा लंड अपनी चूत में लेने को तैयार है.

मैं उसके ऊपर आ गया, मैंने अपने होंठ उसके निप्पल पर रखे और चूसने लगा. मेरा लंड उसकी चूत को छू रहा जो उसे और तड़पा रहा था. मैं अपने कूल्हे हिला कर अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा. वो अपनी चूत को उठा कर मेरे लंड पर मारने लगी.

फिर मैंने धीरे से लंड का टोपा उसकी चूत के छेद पर टिकाया और एक धक्का लगा कर अंदर पेल दिया, उसकी एकदम से चीख निकल गई. मैं अपने होंठ उसके होंठ पर रख कर उसे किस करने लगा. जब वो थोड़ी शांत हुई, तो फिर मैंने एक शॉट से आधा लंड उसकी चुत में उतार दिया. उसकी आंख से आंसू निकल आए और चुत से खून भी निकलने लगा. मैंने धीरे धीरे अपना पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया और थोड़े बाद वो अपनी कमर हिलाने लगी.

मैं भी धीरे धीरे अपना लंड अन्दर बाहर करने लगा. कुछ ही पलों में वो कमर उठा कर मेरा साथ देने लगी.

फिर मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी. अचानक से उसका बदन काँपने लगा, वो झड़ गई. मैं भी थोड़ी देर बाद झड़ गया और उसके ऊपर गिर गया.

हम ऐसे ही लेटे रहे. मैं फिर उसे किस करने लगा और उसकी चूचियों को मुँह में लेकर चूसने लगा. वो फिर गर्म हो गई. मेरा लंड भी खड़ा हो गया था. अबकी बार मैंने उसे अपने ऊपर ले लिया. वो मेरे लंड पर बैठ गई और ऊपर-नीचे होने लगी. मैं भी नीचे से चूत में लंड पेलने लगा और उसे किस करने लगा. कुछ मिनट तक हमने फिर चुदाई की, फिर हम दोनों साथ में झड़ गए. इस बार टाइम काफी लग गया था.

फिर हम दोनों कपड़े पहन कर वहाँ से निकल गए. इसके बाद मैंने कई बार उसकी चुदाई की और गांड भी मारी.. उससे लंड भी चुसवाया.

दो साल तक उसके साथ खूब मजे से चुदाई की, फिर अब अचानक उसने मुझे मिलने से मना कर दिया, पता नहीं क्या हुआ उसे. अब वो मेरे से बस फ़ोन पर बात करती है.

कैसी लगी मेरी रियल चुदाई की स्टोरी, मुझे मेल करके अपने विचार जरूर बताना.

मेरी ईमेल आईडी है.
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