गर्ल हॉस्टल, लड़कों के हॉस्टल में लड़के लड़कियों के कारनामों की कहानियाँ

गर्ल हॉस्टल, लड़कों के हॉस्टल में लड़के लड़कियों के कारनामों की कहानियाँ

Girl hostel, Boys’ Hostel me ladke ladkiyon ke karnamon ki kahaniyan

Sex stories about boys and girls activities in college hostels

गांड में लंड लेने की लत लग गई

कॉलेज के हॉस्टल में मेरे रूममेट ने एक बार मेरी गांड मार ली. मेरी गांड चुदाई का सीन हॉस्टल के एक दूसरे लड़के ने भी देख लिया और तब शुरू हुई मेरी गांड चुदाई की कहानी.

मेरे नीग्रो सैंया जी-2

मेरे क्लासमेट नीग्रो ने मुझसे आई लव यू बोल दिया, मैं तो पहले से तैयार थी. मैं उसके रूम में गयी तो हमारा रोमांस शुरू गया. हम चूमाचाटी करने लगे, उसके बाद क्या हुआ?

बॉयज होस्टल में गर्लफ्रैंड का प्यार

मेरे होस्टल और मेरी गर्लफ्रेंड के पीजी की दूरी ज्यादा नहीं थी, हम रोज़ मिलते थे, मगर चुदाई की चुल्ल मुझे कुछ ज्यादा थी, चुदाई का कोई जुगाड़ नहीं था. मैं खतरा मोल लेकर उसे अपने होस्टल में ले आया.

पहली बार लंड चूसने का मजा

मेरी एडल्ट गे सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं शुरू से ही खुद को लड़की जैसा महसूस करता था, और अपनी बहन के कपड़े भी पहनता था. मैंने हॉस्टल में अपने एक दोस्त का लंड चूसा पहली बार.. पढ़ें और मजा लें!

दोस्त की गांड मारी: मेरी गे सेक्स स्टोरी-1

मेरी पिछली गे सेक्स स्टोरी अपने सीनियर से गांड मरवाने की थी, इस बार मैं बता रहा हूँ कि कैसे मैंने कॉलेज के दो लड़कों की गांड मारी.

मेरी कमसिन चूत और लेस्बीयन लड़कियाँ हॉस्टल में-2

मैं गर्ल्स होस्टल में पहली बार गई थी, वहाँ दीदी ने मेरी छोटी छोटी चुची चूस कर मुझे लेस्बीयन वासना की आग में धकेल दिया। मुझे इसमें मजा आने लगा.

मेरी गांड चुदाई की शुरूआत : गे सेक्स स्टोरी

हॉस्टल में सर्दियों में मैं सोया था, मुझे लगा कि कोई मेरे लंड को पकड़े है। देखा तो मेरा दोस्त मेरे लंड को हिला रहा था। यह मेरी गांड चुदाई की कहानी की शुरूआत थी।

दो सहेलियाँ चुद गई बॉयज हॉस्टल में-3

करीब सुबह के पांच बजे वह लोग मुझे चोद-चोद कर थक कर बेहाल हो चुके थे, मेरी हालत बहुत खराब थी, मैं बेड पर बेसुध नंगी पड़ी हुई थी।

दो सहेलियाँ चुद गई बॉयज हॉस्टल में-2

मैंने अपने दोनों पैरों को पूरा खोल दिया था और उसकी कमर को अपने दोनों हाथों से लपेट लिया था और अब वह मुझे बड़े मज़े से चोद रहा था, मेरी चूत पानी छोड़ने लगी.

आरक्षण की आग में मिला जाट का लंड-1

मुझे लड़कों में ज्यादा रुचि है. रोहतक में आरक्षण के दंगों के कारण मुझे अपने दोस्त के कमरे में रुकना पड़ा. वहाँ उसके रूममेट को देख कर देखता ही रह गया.

गर्ल हॉस्टल की लौंडिया संग चूत चुदाई का मजा

मेरे कमरे से साथ गर्ल हॉस्टल था. एक लड़की मुझे छत पर दिखी और कुछ दिन की देखा देखी के बाद उससे हाय हेलो हुई. बात चीत शुरू हुई तो उसकी चूत चुदाई पर जा पहुंची.

गर्लफ्रेंड की सहेली और थ्री-सम चुदाई -1

मेरी गर्लफ़्रेंड मुझसे चुदना चाहती थी तो उसकी सहेली, जिसने हमें मूवी हाल में लंड चूसते देखा था, ने उसे आइडिया दिया और मुझे अपने पीजी में अपना भाई बना कर बुला लिया।

सपने में चूत चुदाई का मजा -5

गायब होने वाली दवा पीकर मैंने पहले एक लड़की के कम्रे में घुस कर उसकी गान्ड के छेद पर अपना वीर्य छोड़ा और फ़िर दो लड़कियों को एक लड़के से चूत चुदवाते देखा।

चूत एक पहेली -9

गॉड ने एक ऐसा तगड़ा लौड़ा भेजा.. कि बस मज़ा आ गया.. बस तो मैं चुद कर ही वापस आ गई थी। तो तू बेसुध होकर घोड़े बेच कर सो रही थी, तेरी नाईटी भी खुली हुई थी।

मेरी गर्लफ्रेंड की फ्रेंड की चूत की चुदाई-1

मेरी गर्लफ़्रेन्ड पीजी में रहती थी तो वहीं रहने वाली उसकी सहेली मुझे चाहने लगी थी, मैं भी उसको चोदना चाहता था तो बात ऐसे बनी कि उसने खुद ही चुदाई की बात की, उसने मुझे उकसाया…

हॉस्टल में रापचिक माल चोदा

यह कहानी मेरे एक दोस्त की है, उसी के शब्दों में पेश कर रहा हूँ। अगर कहा जाए तो सब अपनी कहानी सच ही लिखते हैं। बस अपनी कहानी को थोड़ा रोमाँचक बनाने के लिए फालतू की बातें भी जोड़ देते हैं। जैसे अपने लण्ड के साइज़ को ही झूठ बोलते हैं और बोलेंगे भी […]

केले का भोज-9

योनि खाली हुई लेकिन सिर्फ थोड़ी देर के लिए। उसकी अगली परीक्षाएँ बाकी थीं। सुरेश को दिया वादा दिमाग में हथौड़े की तरह बज रहा था,‘जो इज्जत केले को मिली है वह मुझे भी मिले।’ समस्या की सिर्फ जड़ खत्म हुई थी, डालियाँ-पत्ते नहीं। काश, यह सब सिर्फ एक दु:स्वप्न निकले। मां संतोषी ! लेकिन […]

केले का भोज-8

वह फिर मुझ पर झुक गई। कम से कम आधा केला अभी अन्दर ही था। ‘खट खट खट !’… दरवाजे पर दस्तक हुई। मैं सन्न। वे दोनों भी सन्न। यह क्या हुआ? ‘खट खट खट’… ‘सुरेश, दरवाजा खोलो।’ निर्मल उसके हॉस्टल से आया था। उसको मालूम था कि सुरेश यहाँ है। किसी को समझ में […]

केले का भोज-7

नेहा ने जब एक उजला टिशू पेपर मेरे होंठों के बीच दबाकर उसका गीलापन दिखाया तब मैंने समझा कि मैं किस स्तर तक गिर चुकी हूँ। एक अजीब सी गंध, मेरे बदन की, मेरी उत्तेजना की, एक नशा, आवेश, बदन में गर्मी का एहसास… बीच बीच में होश और सजगता के आते द्वीप। जब नेहा […]

केले का भोज-6

ओ ओ ओ ओ ओ ह… खुद को शर्म में भिगोती एक बड़ी लहर, रोशनी के अनार की फुलझड़ी… आह.. एक चौंधभरे अंधेरे में चेतना गुम हो जाती है। ‘यह तो नहीं हुआ? वैसे ही अन्दर है !’… मेरी चेतना लौट रही है- अब क्या करोगी?’ कुछ देर की चुप्पी ! निराशा और भयावहता से […]

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