तू सेर, मैं सवा सेर

दो दोस्तों की आपस में खूब पटती थी. दोनों के घर भी एक ही शहर में थे. दोनों ही एक दूसरे की बीवियों और सालियों को चोदने की फिराक में चल पड़े. चुदाई की इस दौड़ में जीत किसकी हुई?

तू सेर, मैं सवा सेर-2

शहनाज़- खुश हो तो दिखाओ अपना लंड! मैं अभी देखना चाहती हूँ इसी वक्त! और सुनो साली आधी नहीं पूरी घरवाली होती है। चोदना के माने है लौड़ा चूत में पेलना। अब पेलो अपना लंड मेरी चूत में, तब जाने दूँगी। सलीम ने उस दिन शहनाज़ को मजे से चोदा। उधर मुनव्वर यास्मीन के चक्कर […]

तू सेर, मैं सवा सेर-1

खुश हो तो दिखाओ अपना लंड! मैं अभी देखना चाहती हूँ इसी वक्त! और सुनो साली आधी नहीं पूरी घरवाली होती है। चोदना के माने है लौड़ा चूत में पेलना। अब पेलो अपना लंड मेरी चूत में, तब जाने दूँगी।

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