कामिनी की बाहों में

मेरी कॉलेज की सहेली मेरे काफी करीब थी. हम दोनों में कुछ भी छिपा न रहता था. एक दिन जब मुझे उसने अपने चचेरे भाई के साथ हुई घटना के बारे में बताया तो हम दोनों ने एक दूसरे के साथ क्या खेल खेला?

कामिनी की बाहों में-2

कामिनी मेरे चूतड़ दबा रही थी और अचानक उसकी ज़बान मेरी चूत के छेद में घुस पड़ी तो ऐसा लगा जैसे गरम पिघलता हुआ लोहा मेरी चूत में घुस गया हो, मैं चिल्ला पड़ी.

कामिनी की बाहों में-1

कामिनी ने मुझे बिस्तर पर लिटा दिया और मेरे दोनों दूध दबाते हुए मेरे होंठ चूसने लगी। ऊफ़ उसकी ज़बान इतनी चिकनी, गर्म और इतनी लम्बी थी कि मेरे पूरे मुँह में मचल रही थी और मेरे गले तक जा रही थी।

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