बुआ संग खेली होली

बचपन में ही ईश्वर ने मुझे माँ के प्यार से वंचित कर दिया था. मेरी बुआ ने मुझे पाला. हम दोनों के बीच में मां-बेटे जैसा संबंध था. फिर बड़ा होने के बाद जब जवान हुआ तो ये संबंध किसी और ही रूप में परिवर्तित हो गया।

बुआ संग खेली होली-2

लेखक: अमित कुमार प्रेषक: टी पी एल बुआ ने आगे से ब्रा को अपनी चूचियों पर निर्धारित कर अपने हाथ पीछे करके ब्रा के हुक बंद करने लगी लेकिन वह बंद होने का नाम ही नहीं ले रहे थे। जब बुआ ने मेरी ओर देख कर मुझे उन्हें बंद करने के लिए कहा तो मैंने […]

बुआ संग खेली होली-1

लेखक: अमित कुमार प्रेषक: टी पी एल मेरे प्रिये अन्तर्वासना के पाठको, कृपया इस नाचीज़ टी पी एल का सादर प्रणाम स्वीकार करें। मैं अपने उन सभी प्रशंसकों का बहुत ही धन्यवाद देती हूँ जिन्होंने मेरी कहानियों को पढ़ कर मुझे असंख्य मेल भेजी और जिनका मैं उत्तर अलग–अलग से नहीं दे पाई ! आज […]

Scroll To Top