अंजलि की खुशी

मुझे गाण्ड मरवाने का बहुत शौक था. मैं अपने पति से रोज चुदवाती थी. एक बार ऑफिस के काम से उन्हें अमेरिका जाना पड़ा. उनके अमेरिका जाने के बाद मैंने किस तरह उनके भाई की मदद से अपने गाण्ड की प्यास बुझाई, पढ़ें इस कहानी में.

अंजलि की खुशी-2

उसका लण्ड बेहद तन्नाया हुआ था। लग रहा था कि चोदे बिना वो नहीं मानने वाला है। पर सच भी तो है कि मुझे उसके लण्ड का मजा अपनी चूत में मिला ही कहाँ था।

अंजलि की खुशी-1

मेरा नाम अंजलि है। अपनी गाण्ड में लौड़े लेना मेरी सबसे बड़ी खुशी है! कुछ लड़कियाँ समझती हैं कि इसमें बहुत ज्यादा दर्द होता है, या यह गलत है, लेकिन मैं जानती हूँ कि दुनिया में इससे बेहतर आनन्द कोई नहीं हो सकता!

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