जाहिरा अपनी आँखें बंद किए हुए पड़ी लंबी-लंबी साँसें ले रही थी।
थोड़ी देर के बाद फैजान उठा और अपना पजामा उतार कर अपनी अकड़े हुए लंड को पकड़ कर उसकी चूत के सामने बैठ गया।
सबके जीवन में कुछ ना कुछ ऐसा होता है जो एक अच्छी कहानी का शक्ल ले सकता है। मेरे पड़ोस की एक भाभी के साथ मेरे यौन सम्बन्ध हुए, उसी घटना को इस कहानी में लिख रहा हूँ।
जहाँ पापा मम्मी के गुलाबी अधरों का रस पान कर रहे थे, वहीं मम्मी पापा के मुँह का रस पी रही थी और रोमाँच के कारण उनके मुँह से केवल उम्म... उम्ह... उम्ह की सिसकारी रूपी आवाजें निकल रही थी।
अब पापा के हाथ मम्मी के ब्लाउज पर आ गए, पापा अपने हाथ मम्मी के उरोजों पर ब्लाउज के ऊपर से ही फिराने लगे।
अन्तर्वासना के पाठक पाठिकाओ, ख़ास कर गर्ल्स लडकियाँ या भाभी आंटी मुझे बता सकती हैं कि औरत को सबसे ज्यादा क्या पसंद है, किस तरीके में, किस आसन में लड़कियों को सबसे ज्यादा मज़ा आता है?
मेरी सहेली ने मुझे अपने घर बुलाया, कहा कि सेक्सी बन कर आना. वहां हमने ताश के खेल में अपने कपड़े उतारने शुरू किये और नंगी हो गई. उसने डिल्डो से मेरी चूत चोदी और अपनी फुद्दी चटवाई !
दोनों बहनें अलग अलग अपने अपने बॉय फ्रेंड से चुदती रही, धीरे धीरे हम दोनों ने एक दूसरे को अपने अपने यारों से भी मिला दिया। वो दोनों भी आपस में दोस्त से बन गए।
जाहिरा- मेरी प्यारी भाभीजान, आज तो आपके शौहर मेरे भी शौहर बनने जा रहे हैं, आज भाई का लंड मेरी चूत में जाने वाला है, जैसे आपकी चूत में जाता है, कैसा लगेगा?
मां मेरा लण्ड दीदी को दिखाते हुए चूसने लगी तो दीदी की अन्तर्वासना भड़की, उसने माँ की गांद और चूत चाटनी शुरु कर दी, फ़िर मां ने दीदी को मेरे लंड से चुदवा दिया।
मुझे मम्मी पापा की उस रात की बात याद थी कि वो दोनों इस बार अकेले और सुहागरात वाली रात की तरह सेक्स करना चाहते हैं।
मैं पापा मम्मी को उनकी दूसरी सुहागरात मनाने और उन लोगो को उसका पूरा आनंन्द लेने का मौका देना चाहता था और उन्हें सुहागरात मनाते देखना चाहता था।
प्रेमा और रानी दोनों ही गर्भवती हो चुकी थी तो वे दोनों आई और नंगी होकर मेरे लंड की पूजा की. उसके बाद कम्मो ने उन दोनों से मजाक में मेरा गुप्त विवाह करवाया.
मुझे एक मेल मिला.. जो कि गाजियाबाद से था। उसकी उम्र 36 साल की थी और वो विधवा थी। उसके पति उससे कहीं ज्यादा उम्र के थे.. पैसे के कारण नीलम में उससे शादी कर ली थी।
शादी के दस साल बाद उसके पति का स्वर्गवास हो गया, उसे मेरी मदद चाहिए।
फैजान- अरे यार कुछ भी गंदा नहीं होता.. इसे मुँह में लेकर तुम्हारी भाभी भी तो चूसती हैं ना..
जाहिरा इठलाते हुए बोली- वो तो आपकी बीवी हैं.. मैं आपकी क्या लगती हूँ.. बहन ना..
माँ दीदी के सामने ही मेरे लंड की चोट की बात करके उसकी जांच करने लगी मैंने देखा कि दीदी की निगाहें मेरे लंड पर टिकी हुई थीं.. तो मैं लंड को झटके देने लगा।
मम्मी पापा और मैं एक ही बेडरूम में सोते थे तो जब भी पापा मम्मी की चुदाई की कोशिश करते तो मम्मी कभी मेरे जाग जाने तो कभी बिना कंडोम के गर्भ ठहरने के डर से चुदाने से मना कर देती थी , मैं यह सब देखता था.
'वाउ.. गुरूजी और रत्ना मैडम.. हम सोच रहे.. आप कहाँ रह गए हो.. और इधर आप दोनों तो यहाँ जंगल में नंगा दंगल कर रहे हो।'
सब लोग हमें चुदाई में मस्त और व्यस्त देख कर ताली बजाने में लग गए और मुझे शर्म आ गई, मैंने अपनी गर्दन नीचे कर ली।
मैं और माँ चुदाई के मामले में खुल गए थे और अब दीदी को अपने खेल में शामिल करना चाह रहे थे। हमने मिल के योजना बनाई कि दीदी को माँ और मेरी चुदाई का पता लग जाए