कामवाली को पैसे देकर चूत चुदाई की कहानी

(Kamwali Ko Paise Dekar Choot Chudai Ki Kahani)

सागर डबगड़ 2017-06-28 Comments

यह मेरे घर पर नई आई कामवाली बाई की चूत चुदाई की कहानी है कि कैसे मैंने पैसे का लालच देकर उसकी चूत की चुदाई का सौदा किया.
मैं 20 साल का गबरू जवान लौंडा हूँ। हमारे घर में एक 32 साल की हाउसमेड नाजिमा है, जो बहुत ही ज़्यादा सेक्सी है। हालांकि वो कामवाली बिल्कुल नहीं लगती, पर हालातों से मजबूर है इसलिए काम करती है।

मैंने उसके साथ पहली बार की चुदाई की कहानी सुना रहा हूँ।

मैं अपने स्टडीरूम में स्टडी कर रहा था, और नाजिमा मेरे कमरे में आई। उसका आज पहला दिन था.. वो पोंछा लगा रही थी। मेरी नज़र उस पर पड़ी तो उसका सांवला रंग और कमाल के बोबे देख कर मैं दंग रह गया। मेरा पपलू अचानक ख़तरनाक तरीके से खड़ा हो गया। जब उसे पता चला कि मैं उसे देख रहा हूँ तो उसे थोड़ी शरम आई।

मेरे पेरेंट्स वर्किंग हैं, वे सुबह ही निकल जाते हैं, इसके बाद ही नाजिमा काम पर आती है, उस वक्त मैं ही घर में अकेला होता हूँ।
मैंने दूसरे दिन से उससे बातें करना शुरू किया। वो भी मुझसे हंस-हंस कर बातें करती थी।

मेरी कामवाली पर मेरी नजर पड़ चुकी थी और उसकी चुदाई करने के मन मचल उठा था। मैं सोच रहा था कि अब जल्दी इस पर चढ़ना होगा इसीलिए मैंने प्लान किया।

अगले दिन जब जब वो रूम में आई तो मैं शर्ट निकाल कर बैठ गया नीचे बॉक्सर पहना हुआ था। वो अन्दर आई.. फिर मैंने ऐसे ही बातें करना शुरू किया। वो ज़्यादातर सहमी हुई रहती थी।
मैंने उससे पूछा- क्या बात है तुम इतनी सहमी क्यों रहती हो?
उसने कहा कि उसका पति शराबी है और बहुत पैसा उड़ाता है, तो पैसे की तंगी रहती है।

वो मेरी तरफ नहीं देख रही थी क्योंकि में आधा नंगा सा बैठा था। फिर वो बर्तन माँजने चली गई। वो जब बर्तन मांज रही थी, तब मैंने पानी पीने के बहाने उसके हाथ को छुआ, वो थोड़ी बिदक गई। फिर मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया और एक हाथ सीधा उसकी साड़ी के ऊपर से ही निशाने पर रखा और उसकी चूत को दबोच लिया। वो बुरी तरह से काँप उठी और पीछे मुड़ने की कोशिश करने लगी।

मैंने उसे तनिक छोड़ा, पीछे पलटाया और कुछ बोले बिना उसके होंठ चूमने की कोशिश करने लगा। वो अपना मुँह घुमा रही थी, इसीलिए मैं ठीक से चूम नहीं पाया।

फिर मैंने उससे कहा- अगर मेरे साथ चुदोगी तो पैसे दूँगा और तुम्हें घर भी छोड़ दिया करूँगा।
वो अभी तक घबराई हुई थी।

फिर मैं उसका हाथ पकड़ कर उसे बेडरूम में लेकर गया और उसे 500 का नोट दिखा कर बोला- हर चुदाई के 500 दूँगा.. मुझे ग़लत मत समझो.. पर तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो और मैं तुम्हें जम कर चोदना चाहता हूँ। तुम्हारी चूत और गांड को चाट कर उसका टेस्ट लेना चाहता हूँ.. प्लीज़ मुझे करने दो।
वो सोच कर बोली- ठीक है 500 मिलेंगे तो चलेगा, मेरी मजबूरी है इसलिए कर रही हूँ.. ये समझ लो।

फिर मैंने उसे बेड पर धकेल दिया। मेरा बाबूराव फटा जा रहा था.. साला इतना तन गया था कि रहा नहीं जा रहा था।

मैंने झट से बॉक्सर उतार दिया और पूरा नंगा हो गया। उसने मेरे लंड देखा और आँखें बंद कर लीं, वो अभी भी हमेशा की तरह सहमी थी।

अब मेरे अन्दर का जानवर जाग उठा वो बस चुत का भूखा था। इसलिए मैंने उसके सामने अपने लंड को पकड़ा और उसके पास आ गया और उसे आँखें खोलने को कहा।
फिर ना चाहते हुए उसने आँखें खोलीं और मैं किसी विलेन की तरह उसे देख रहा था, जैसे उसे निगल जाऊँगा।

जब उसने आँखें खोलीं तो मैंने लंड उसके पास जाकर हिलाना शुरु कर दिया। उसे अपनी आँखों में देखने को कहा, फ़िर उसका पल्लू नीचे किया और उसे जबरदस्त धक्का देकर उसे बेड पर गिरा कर उस पर चढ़ गया।

वो गिरते हुए ‘उई माँ..’ करके चीखी। फिर मैं उसे पागलों की तरह चाटने लगा। वो अभी भी होंठ नहीं खोल रही थी, जिससे मुझे गुस्सा आ गया और मैंने उसका बोबा बहुत जोर से दबा दिया। वो जोर से चीख उठी और मैंने उसके मुँह में अपना मुँह लगा दिया।

मैंने उससे इसी हालत में क़हा- जितना नाटक करोगी उतना मुश्किल होगा।

जब जोर से मम्मा दबोचा तो वो छटपटाने लगी और ऊपर सरक कर मुझसे दूर जाने की कोशिश करने लगी, उसने कहा- सीधा चूत में लंड डालो और कहीं और हाथ मत लगाओ।
जैसे वो मुझे निपटा रही हो।

फिर मैंने उससे कहा- तुम जितना गंदी तरह से चुदोगी, मैं उतना ज़्यादा पैसा दूँगा।
पैसे की सुनी तो वो मान गई।

फिर मैंने उसे और गंदे तरीके से करने को बोला तो उसने मेरे मुँह में जीभ डाल दी और मेरी कमर पर पैर जकड़ लिए।
अब वो बोली- मेरे मुँह में थूको।
मुझे समझ आने लगा कि ये मेरे कहने की तरह रंडी जैसी हो गई है। फिर मैंने थूका और फिर उसका मुँह चूमने लगा।

मैं बेकाबू होने लगा.. फिर मैंने उसकी साड़ी बहुत जोर से ऊपर उठाई और उसकी फटी हुई कच्छी में हाथ डाल दिया और उसकी गर्म चूत को जोर से मसलने लगा।
उसके मुँह से आवाज निकल पड़ी- इसस्स.. धीरे उम्म्ह… अहह… हय… याह… अहह..

मैंने उसका मुँह बंद करने के लिए उसके मुँह में जीभ डाल दी। इसके साथ ही मैंने अपना एक हाथ उसके सर के नीचे डाला और दूसरे हाथ से जोर-जोर से उसकी चूत को रगड़ने लगा।
इससे वो बिलबिला उठी और उसकी घुटी हुई चीखें मेरे मुँह में फंसने लगीं।

वो अपने हाथों से मेरा हाथ चूत के ऊपर से हटाने लगी.. पर मेरा हाथ चूत पर मानो जम गया था और मैं उसे जानवर की तरह रगड़ रहा था।

वो ‘ओह.. अहह.. छोड़ दो.. अहह.. प्लीज.. इसस्स..’ ऐसे करके चिल्लाने लगी। मैं कहाँ मानने वाला था.. मैंने उसका सर पकड़ रखा था और उसके मुँह का रसपान करने के साथ साथ उसकी चूत को दबा के रगड़ रहा था। फिर जब उसके आँसू निकल आए तो मैं होश में आया और उसे छोड़ दिया।

फिर उसका ब्लाउज निकाल दिया, वो बुरी तरह से हाँफ रही थी। फिर उसने थोड़ी देर रुकने को कहा, मैं उसके ऊपर से उतर गया और उसके खुले मम्मों को पकड़ कर सहलाने लगा।
वो मेरी तरफ देख कर बोली- मुझे ऐसी चुदाई की आदत नहीं है.. प्लीज धीरे आराम से करो।

मुझे भी प्यास लग गई, फिर मैंने उसके मुँह में जीभ डाली और निकाल कर कहा- मैं पानी पीकर आता हूँ.. तब तक पूरी नंगी हो जाओ.. अभी तो बहुत फाड़ना है तुझे।
तो उसने कहा- मुझे दूसरे काम भी हैं तो आज नहीं कर सकती।

उसकी बात को अनसुना करके मैं पानी पीकर आया और उसे अपना खड़ा लंड थमाते हुए कहा- अब इसका क्या करूँ?
तो वो बोली- आज चूस के शांत कर दूँगी कल नीचे डाल लेना.. प्लीज..

उसने इतनी अदा से कहा कि मैं न जाने कैसे मान गया। फिर मैंने उसके मुँह की चुदाई की.. वो सांस लेने के लिए छटपटा रही थी, पर मैंने ‘डीप थ्रोट’ किया और उसके मुँह अपना पानी तब छोड़ा, जब लंड पूरा अन्दर था। वो एकदम से लस्त सी हो गई, मैं भी एकदम मदहोश होकर अपनी पिचकारी छोड़ता रहा। फिर होश में आने के बाद मैंने देखा तो वो बुरी तरह से खांस रही थी, उसके आँसू बह रहे थे।

मुझसे उसे ऐसे देखकर कंट्रोल ही नहीं हुआ। मैंने उसेके बाल खींच के उसे खड़ा किया और उसे पलटा कर बेड पर फेंका और उसकी गांड में मुँह लगा दिया। वो अभी तक थोड़ी खांस रही थी.. पर मैं उसका मटका चखने में व्यस्त था।

फिर उसने याद दिलाया कि उसे जल्दी जाना है और काम भी बाकी है तो मैंने कंट्रोल किया और उसे छोड़ दिया।

वो कपड़े पहन कर.. थोड़ा काम बचा था, वो पूरा करने चली गई। वापस जाते वक़्त मैंने उसे 500 रूपए दिए और दरवाजा लगाते वक़्त उसकी साड़ी उठाकर उसके टाँगों के बीच मुँह डाल कर चूत भी चख ली।

तब वो बोली- इतनी भी ठरक ठीक नहीं है.. आज मेरा बुरा हाल हुआ है.. तुझे कल देखूँगी कि करना है कि नहीं। अगर ऐसे ही करते रहे तो..
उसने मुझे धमकी सी दी थी, मैं तुरंत उससे दूर हुआ और वो चली गई।

ये पैसों से चूत चुदाई की कहानी कैसी लगी.. जरूर लिखिएगा।
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