मेरी मम्मी रंडी निकली-3

(Meri Maa Randi Nikli- Part 3)

मैं आनन्द अपनी मम्मी प्रभा का पति!
मेरी पिछली दोनों कहानियाँ
मेरी मम्मी रंडी निकली
मेरी मम्मी रंडी निकली-2
आप लोगों ने सराही उसका शुक्रिया! आप लोगों ने पढ़ा कि कैसे मुझे अपनी माँ के रंडी होने का पता चला और फिर मैं और मेरी छोटी बहन शीतल ने मिलकर मम्मी को चोदा और मम्मी की कोख में अपना बच्चा करने के लिए मैंने और मम्मी ने दूसरे शहर में जाकर शादी कर ली!
अब पढ़िए आगे की कहानी:

शादी के बाद समाज के सामने मैं और मेरी रांड मम्मी प्रभा पति-पत्नी थे और शीतल मेरी साली… लेकिन हक़ीक़त में मेरी छोटी बहन शीतल ने कसम दी थी कि इस साली रंडी प्रभा को एक रखैल से ज्यादा मत समझना और इसका जिस्म बेच के पैसे कमाना और मम्मी की कोख में बच्चा देखना चाहती थी मेरी बहन!

पिछले कहानी मेरी और मेरी मम्मी की सुहागरात का आनन्द आप लोगों ने लिया कि कैसे कैसे मैंने उस रांड को पटक पटक के चोदा जिसे देख के मेरी बहन शीतल की भी चूत गीली हो गई थी!

करीब हफ्ते भर तक शीतल ने मम्मी को खूब चुदवाया मुझसे दिन रात! पेट भर के अपनी छिनाल मम्मी को चोदने के बाद शीतल और मैंने अब मम्मी को बाज़ारू औरत/रंडी के तौर पे ले जाने का सोचा ताकि उसका जिस्म बेच के कुछ पैसे भी आते रहे हमारे पास!

पर बाहर वालों से तो हमेशा कंडोम लगवा के ही चुदना था मम्मी को… बस एक मैं ही उसे बिना कंडोम दिन में कम से कम 3 बार चोदता था.
पर शीतल ने कहा- पहले मम्मी को पेट भर और चोदा जायेगा. एक बच्चा हो जायेगा उसके बाद इसे फुल टाइम रंडी बना देंगे.
मैंने भी हामी भर दी और यही फाइनल हो गया!

अब मम्मी और शीतल दोनों बहुत ही ज्यादा सेक्सी कपड़े पहनने लगे थे और मम्मी को कभी भी मैं चोदने लगता था जब मेरा या शीतल का मन करता! शीतल ने 8 इंच का डिलडो मंगवा लिया था जिससे वो मम्मी की गांड और चूत मारती थी!

एक बार हम सबने बाहर घूमने का प्लान किया तो सब लोग तैयार होने लगे! शीतल ने जीन्स और टॉप पहन लिया. तभी मम्मी सूट पहन के कमरे से बाहर आयी, उसे देखते ही शीतल बहुत गुस्सा हो गयी और बोली- साली रंडी प्रभा, मैंने इतना टाइट जीन्स पहना है और और तू साली पूरा बदन ढक के चलेगी? मेरे भाई की कुछ तो इज़्ज़त रख साली! पत्नी है तू इसकी… आधी से ज्यादा नंगी चल… ताकि लोग देखें तो सोचें कि क्या मस्त बीवी है इसकी!

इतना कहते ही शीतल ने प्रभा के सूट को गले से पकड़ा और फाड़ दिया! और उसे एक हल्के कपड़े वाली ढीली स्कर्ट दी जो हवा से उड़े और ऊपर का टॉप एक बनियान जैसा दिया.
प्रभा ने फटाफट ये कपड़े पहन लिए! ब्रा या पैंटी दोनों ही शीतल ने मम्मी को नहीं पहनने दिए.
उल्टा शीतल ने मुझे कहा कि मैं उसकी (शीतल की) पैंटी पहनूँ, वो हल्का रहेगा और कहीं जगह मिली तो प्रभा को बाहर ही चोदने में आसानी होगी!

मैंने शीतल की गुलाबी वाली पैंटी पहन ली, वो वाकयी में बहुत हल्की थी!
और फिर हम सबने कैब बुलाई और चिड़ियाघर के लिए निकल गए!

चिड़ियाघर पहुंच कर हमने टिकट लिया और अंदर घूमने लगे, बीच बीच में हल्की हवा से मम्मी की स्कर्ट उड़ने लगती थी जिससे उसकी गोल-गोल गांड दिख रही थी, मम्मी की गांड देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया और पानी छोड़ने लगा.
मैंने शीतल से कहा- चोदने का मन कर रहा है!
तो शीतल ने कहा- आगे जंगल की तरफ झाड़ियों में चलते हैं!

हम लोग झाड़ियों में पहुंच गए, वहां कुछ कपल पहले से चुदाई में मगन थे, ये सब देख के शीतल भी गर्म हो गयी, शीतल तुरंत घुटनों पर बैठ गयी और मेरा लंड बाहर निकाल के चूसने लगी.
इस बीच मम्मी मुझसे चिपक गयी, मैंने उसकी गांड दबोच ली और मसलने लगा और साथ में उसे किस भी करने लगा!

शीतल ने मम्मी को कहा- बाथरूम चल, मैं जीन्स खोल के तेरी स्कर्ट पहनूंगी अभी, मुझे चुदना है भाई से अभी!
मम्मी और बहन दोनों बाथरूम गई, उधर से शीतल मम्मी की स्कर्ट पहन कर आयी और मम्मी ने शीतल का दिया हुआ एक छोटा हॉट पैंट दिया जो शीतल पर्स में लेकर आयी थी!

शीतल मुझसे लिपट गयी और मेरा लंड पकड़ के अपनी चूत में घुसा लिया और बोली- भाई, हल्का ही चोदना! और जब गिरने वाला हो तो मम्मी के हॉट पैंट के अंदर गिराना जो उसने पहना है! थोड़ी देर चोदने के बाद जैसे ही मेरा गिरने वाला हुआ, मैंने लंड मम्मी की हॉट पैंट पे डाल दिया जिससे सारा माल उसकी चूत पे गिर गया और हॉट पैंट सफ़ेद थी तो वो दूर से ही गीली नज़र आ रही थी!

अब वापस से शीतल ने अपनी जीन्स पहन ली और हम घर की तरफ निकले, बाहर ही खाना खा लिया और इसी सब घूमने फिरने में घर आते आते 10 बजे गए.
हम बहुत थक गए थे तो तुरंत ही सो गए!

अगले दिन सुबह 8 बजे मेरी नींद खुली, मम्मी सो रही थी पलंग पे वही हॉट पैंट पहने हुए और शीतल मेरे साथ सोफे पे ही सोई थी. तो वो भी उठ गयी और मुझे किस किया. मैंने शीतल को अपनी जांघों पे बैठा लिया और टीवी देखने लगा.
भी मम्मी भी उठी और चाय बनाने किचन में गयी!

मम्मी को देख के शीतल ने कहा- भैया, साली की गांड देख रहे हो? मन हो रहा कि मारू अभी सुबह सुबह ही!
मैंने कहा- जा मार ले!
उसने कहा- ठीक है… लेकिन तुम भी पेलना!
मैंने कहा- ठीक है!

फिर उसने प्रभा को आवाज़ लगायी- ए रंडी, नंगी होकर चाय बना… हम चोदने आ रहे हैं तुझे!
प्रभा ने कहा- मैं वायग्रा खा लेती हूँ, ज्यादा जोश आएगा तो तुम लोगों को भी अच्छा मज़ा दूंगी.
मैंने कहा- ठीक है, बिस्कुट खा के दवा खा ले!

प्रभा बिस्कुट लेकर आयी, मैंने कहा- रुक जा छिनाल, ऐसे नहीं खायेगी, आज से तू खाना या अब जो भी खायेगी, मेरी बहन शीतल की चूत पे उसे मैं रखूँगा और तू उसकी चूत से चाट के खायेगी!
इतना कह कर मैंने शीतल को कहा- बहन, नंगी होकरमेरे लंड को अपनी गांड में लेकर पैर फैला के बैठ जा!

मैंने अपने कपड़े उतारे और शीतल ने मेरा लंड पकड़ा और अपनी कसी हुई गांड में पूरा ले लिया और बैठ गयी पैर फैला के!

अब मैंने बिस्कुट को चूर-चूर किया और शीतल की चूत पे गिरा दिया थोड़ा थोड़ा कर के और प्रभा को कहा- आ जा रंडी, चाट बिस्कुट अपनी बेटी की चूत पर से!
प्रभा कुतिया की तरह चाटने लगी शीतल की चूत… लगभग 1 पैकेट बिस्कुट चटवाया हमने, शीतल उसके बाल पकड़ के बढ़िया से चटवा रही थी अपनी चूत!

हमें भूख भी लग गयी थी, मैंने फोन पे खाना आर्डर कर दिया था, वो भी लेकर आ गया तो मम्मी चादर ओढ़ के खाना ले आयी!
अब मम्मी ने वियाग्रा भी खा ली थी और 10 मिनट में उसने असर दिखाना शुरू कर दिया था!

मेरे लंड ने शीतल की गांड में ही अपना पानी छोड़ दिया था तो शीतल उठ के बैठ गयी मेरी जांघों पर!

नाश्ते में सैंडविच था, मैंने कहा- अब मैं तुम दोनों माँ-बेटी की चूत पर सैंडविच चूर-चूर कर के खाऊंगा, तुम लोगों की चूत की पानी में मिक्स होकर सैंडविच में और टेस्ट आएगा!

अब दोनों माँ बेटी सोफे पे टांगें फैला कर बैठ गयी और चूर कर के सैंडविच डालने लगी जिसे मैंने चाटने लगा इससे दोनों जोर जोर से सिसकारी मारने लगी और एक दूसरे को लिप किस करने लग गयी, चूत दोनों की भीगी हुई थी और चुदवाने के लिए तड़प रही थी!

मेरा अभी अभी ही गिरा था तो मैंने कहा- अब तुम दोनों माँ बेटी मिल कर मेरा लंड चाटो सॉस डाल के… जिससे ये जल्दी दुबारा खड़ा हो और तुम लोगों की चुदाई शुरू करूँ!
अब वे दोनों अपने घुटनों पे बैठ गयी और मैं सोफे पे बैठा था, वे सॉस डाल दाल के मेरा लंड चूस रही थी.
बीच में शीतल ने कहा- प्रभा को थप्पड़ से मारो भैया… इसे तभी बढ़िया जोश आएगा!

मैंने कहा- यह साली तो मेरी रखैल है साली बदचलन औरत है ये, इसे तू ही मार!
इस पर शीतल ने कहा- भैया, तुम तो जानते हो कि जब मैं इसकी गांड मारती हूँ तभी इस साली को थप्पड़ मारने में मज़ा आता है मुझे!
मैंने कहा- ठीक है, जो दिल करे वो कर तू इसके साथ!

शीतल ने डिलडो पहन लिया और प्रभा की गांड में पेल दिया पूरा एक ही झटके में… प्रभा दर्द से चीखने लगी तो शीतल ने कस के उसके बाल पकड़े और पीठ में 4-5 थप्पड़ मारे और बोली- साली रंडी, इतने साल जिस तिस मर्द के साथ सोकर उनका बिस्तर गर्म करती रही, आज हम दोनों भाई-बहन तुझे चोद रहे है तो तेरी माँ याद आ रही है साली छिनाल की औलाद! कुत्ते के लंड से चुदावाऊँगी मैं तुझे… देखना तू!

इतने पे मैंने कहा- अबे शीतल, झटके मार के गांड पेल साली की… मेरा लौड़ा भी टाइट हो गया है, मैं इसकी चूत चोदता हूँ!

शीतल बोली- भैया, इसे गोदी में उठा लो अपना लंड घुसा के… ताकि इसकी गांड अच्छे से मार सकूँ मैं!
मैंने वही किया, प्रभा रंडी की चूत में अपना लंड पेला और गोद में उठा लिया गांड पकड़ के, पीछे से शीतल ने भी कस कस के गांड मारना शुरू कर दिया!

मम्मी कस कस के सिसकारी मार रही थी जिससे हमारा जोश और बढ़ रहा था. करीब 20 मिनट चोदने के बाद शीतल ने कहा- भैया, मेरी चूत से पानी टपक रहा है, कुछ करो मेरे साथ भी, इस साली को तो बहुत चोद लिया, अब मेरी जवानी की आग मिटा के मज़े लो भैया!

मैंने तुरंत मम्मी को नीचे पटका और शीतल को कहा- मम्मी के ऊपर चढ़ के तू मम्मी की चूत मार डिलडो से और पीछे से मैं तेरी चूत की आग ठंडी करता हूँ!
इस पर शीतल ने मम्मी को कहा- मेरी प्यारी पूजनीय रंडी मम्मी, गैर मर्दों से तो खूब चूत मरवाई है तूने, आ जा आज अपनी बेटी से चूत मरवा साली हराम की पैदाइश!
इस पर प्रभा ने कहा- आ ना मेरी रानी बेटी, मैं तो बस चुदवाने के लिए तरसती रहती हूँ. हकीकत में भले तू मेरी बेटी है लेकिन समाज के सामने मेरी बहन है अब तो मेरे पति की साली भी है सब रिश्ते नाते की माँ चोद दे बेटी, दुनिया में सिर्फ चोदना चुदना ही एकमात्र रिश्ता होता है!

शीतल प्रभा को नीचे लिटा कर उसके ऊपर चढ़ कर उसे किस कर के उसके बूबे दबाते हुए डिल्डो से उसकी चूत चोदने लगी और गन्दी गन्दी गाली देने लगी जिससे मम्मी का जोश और बढ़ रहा था और मैंने पीछे से शीतल की चूत में अपना लंड पेल दिया एक ही झटके में!

शीतल- ओह मेरे भाई, आज तो अपनी छोटी बहन की चूत फाड़ डालो भैया… बहुत जोश आ गया है.
प्रभा- मादरचोद आनन्द अपनी मम्मी को बीवी बनाया है, बच्चा टिका मादरचोद मेरी कोख में और अपनी बहन को बोल कि और कस के पेले मुझे!
मैंने कहा- साली रंडी प्रभा, तेरी कोख में ही गिराऊंगा आज… जब तक तू मेरे बच्चे की माँ बन जाए!

करीब आधे घंटे तक मैंने शीतल को चोदा इतने में शीतल का गर्म गर्म माल गिर गया, मैंने लंड निकाल लिया और शीतल को मम्मी के मुँह पे बैठ के चूत चटवाने को कहा.
शीतल प्रभा के मुँह पे बैठ गयी और प्रभा ने अपनी जीभ शीतल की चूत में घुसा दी और मैंने चढ़ के मम्मी को चोदने लगा कस कस के!
करीब 15 मिनट बाद मेरा गिरने वाला हुआ तो मैंने शीतल को कहा- बहन, मेरा गिरने वाला है!
शीतल ने तुरंत ही मुझे लिप किस किया और बोली- अंदर ही गिरा दो भैया मम्मी की चूत में, रोज़ अंदर ही गिराना इस साली के… जब तक इसकी कोख में तुम्हारा बच्चा नहीं टिक जाता. और बच्चा होने के बाद इसे रंडी बना देंगे और हम दोनों शादी कर लेंगे!

तभी मेरा फव्वारा प्रभा की चूत में बरस गया, पूरा माल मेरी माँ की चूत के अंदर!
और मैं उसी के ऊपर लेट गया!
शीतल भी मेरे बगल में लेट गयी और बोली- भाई, लंड बाहर मत निकलना, थोड़ी देर सो जाते है और फिर अंदर ही खड़ा करना, फिर आगे की चुदाई करेंगे!

इतना कहकर हम सब लेट गए पर मम्मी का अभी नहीं गिरा था, उसका जोश और बढ़ता जा रहा था, करीब आधे घंटे में हम सब उठ गए, लंड मम्मी की चूत से निकला तो मम्मी बोली- अरे मादरचोद, तू मेरा मर्द, मेरा पति है… साले मेरी आग बुझा… जवानी के मज़े ले साले हराम के पिल्ले!
इस पर मुझे भी हल्का जोश आया और मैंने कहा- साली तेरी माँ भी रंडी थी क्या कुतिया?

इस पर प्रभा ने कहा- साले, तुझे सच्चाई बताती हूँ आज!
तभी शीतल भी उठ गयी.

और प्रभा ने कहा- मेरा जन्म ही कोठे पे हुआ था, बहुत छोटी उम्र से चुदवा रही हूँ, मेरा जन्म ही एक रंडी के कोख से हुआ है और मुझे खुद नहीं पता मेरा बाप कौन है! फिर तुम लोगों का बाप आया और मुझे चोद के तुम दोनों को पैदा किया और फिर शादी कर ली लेकिन उससे पहले तीन और लोगों के बच्चे जन्मे हैं मैंने… तेरे बाप से शादी के पहले ही मैं तीन बार माँ बन चुकी थी जिनमें से एक बेटा और दो बेटियाँ हैं, वो तीनों तुम लोगों से बड़ी हैं, उनके बाप ही मुझे होटल में चोदने आते थे, अभी उन बच्चों को असलियत नहीं पता… वो तीनों तुम दोनों से बड़े हैं!

यह सुनते ही मेरा और शीतल का दिमाग घूम गया, शीतल ने साली प्रभा को लात से मारा उसकी गांड पे और बोली- साली, अब हम सब मिलकर तुझे चोदेंगे, उनके बाप का नंबर दे.

कहानी के अगले भाग में आप प्रभा के बाकी बेटियों के साथ की चुदाई, मम्मी के गर्भवती होने एवं शीतल से मेरे विवाह की कहानी पढ़ेंगे!

तो यह कहानी कैसी लगी आपको?
मुझे मेल कर के जरूर बतायें!
[email protected]
धन्यवाद!

कहानी का अगला भाग: मेरी मम्मी रंडी निकली-4

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