बेटे को बॉयफ्रेंड बना कर चुदवा लिया-5

(Bete Ko Boyfriend Bana Kar Chudwa Liya- Part 5)

कविता दूबे 2019-04-14 Comments

This story is part of a series:

चुदासी मम्मियों को और चोदू बेटों को मेरा नमस्कार. मैं कविता दुबे … मुझे आप सभी के बहुत सारे संदेश आये, धन्यवाद सभी पाठकों को.

मैंने अपनी कहानी के पिछले भागों में बताया कि कैसे मैंने अपने बेटे को पटाया और उसके साथ अय्याशी की.

अब आगे:

हम शिमला से वापस आ गए और मुम्बई जाने की तैयारी की. फिर कुछ दिन इंदौर में रहकर हम मुम्बई चले गए. वहाँ हमने पहले से ही तय कल्याण में एक फ्लैट खरीद लिया और दूसरे दिन ही मन्दिर में जाकर शादी करने का फैसला ले लिया.

वंश बोला- शादी के लिये शॉपिंग कर लेते हैं.

हम दादर गए और वहां से शॉपिंग की. मैंने लाल रंग का लांचा खरीदा और रेड ब्रा पेंटी और सुहागरात के लिये रेड गाउन लिया. वंश ने मेहरून कलर की शेरवानी ली. फिर मैंने हम दोनों के लिये सोने की चैन अंगूठी ली और मंगलसूत्र वाला हार लिया.

अब हम वापस अपने फ्लैट में कल्याण आ गए. उस रात में मैं फिर से वंश से चुदी और गांड फैला कर सो गयी.

सुबह हम दोनों उठे और दोनों तैयार हुए. मैं आज अपने बेटे की दुल्हन बन रही थी, सो बहुत खुश थी. मैंने पूरी बॉडी की वेक्स की … वैसे भी मैं मलाईका अरोरा जैसी लगती हूँ, सो और भी हॉट लगने लगी. मैं अच्छे से तैयार हुई और वंश भी.

वंश को दूल्हे के रूप में देख के लग रहा था कि इससे एक बार अभी ही चुद जाऊं, उसके बाद शादी करूं, पर वंश ने मेरी भावनाओं को समझते हुए मुझे रोक लिया. उसने मेरा हाथ पकड़ कर मुझसे बोला- आओ चलें स्वीटहार्ट.

हम दोनों बाहर आ कर कार में बैठे. वंश कार चला रहा था, मैं उसके साइड में बैठी, उसकी जांघों में हाथ फेर रही थी. हम दोनों मन्दिर गए, वहां हमने शादी की और गरीबों को दान दिया.
उसके बाद हम होटल ताज में गए और वहाँ पर लंच किया. फिर हम मुम्बई में घूमे, पब गए, हाजी अली गए. हम बहुत घूमे और शाम को डिनर करके वापस घर आ गये.

हम दोनों कार से उतरे और बांहों में बांहें डाल कर अन्दर आ गए.
वंश ने मुझे गोद उठा में उठा लिया और मुझे प्यार से देखने लगा. मैं भी उसकी नजरों में इस प्यार को देख रही थी. आज वो मेरा पति था, मैं बहुत खुश थी उसने डोर लॉक किया और मुझे बेडरूम में ले गया.

मुझे बिस्तर पर बिठा कर वो किचन में जाकर केसर वाला दूध लेकर कमरे में आया, मैं सुहागसेज पर दुल्हन बनी बैठी थी. मैंने घूंघट लिया हुआ था. मैं अपने पति के आने का इन्तजार कर रही थी. उसने मेरे नजदीक आकर मेरा घूँघट उठाया और मुझे प्यार से देखा. मैंने दुल्हन की लाज दिखाते हुए अपनी नजरें नीचे की रखीं. उसने मेरा चेहरा ऊपर उठाया और मुझे मेरे हाथ पर प्यार से एक चुम्बन लिया.

फिर हम दोनों ने एक ही गिलास से दूध पिया. इसके बाद हम किस करने लगे. उसने मुझे अपने मुँह में दूध का घूंट भर के मुझे अपने मुँह से ही दूध पिलाया. मैंने उस दूध को अमृत समझ कर पिया. फिर वंश ने मेरी आंखों में देखा, तो मैंने भी उसके जैसे ही दूध को अपने मुँह में भर के उसे पिलाया.

आज मैं अपने बेटे की बीवी बन गई थी और उसे उसकी बीवी जैसा ही सुख देने को लालायित थी. उसने बड़े प्यार से मेरे दुपट्टा पर हाथ लगाया और उसे हटा दिया. फिर मेरे माथे में किस करने की शुरुआत कर दी … इसके बाद मेरे होंठों में किस, फिर मेरी गर्दन में किस की.

ऊफ … क्या अहसास था … कैसे बताऊं … आप समझ रहे होंगे.

मेरी कमर में मेरे बेटे के हाथों का कसाव बढ़ गया और उसने मुझे अपनी बांहों में भर लिया.

मेरी एक हल्की सी आह्ह … निकल गई वो मेरी गर्दन को चाटने लगा. मैं कामुक होने लगी, मेरी कामोत्तेजना बढ़ने लगी. मैं मदहोश होने लगी. वंश मेरी गर्दन में दांतों से काटने लगा. उसके गर्म होंठों के चुम्बन मुझे पागल किये दे रहे थे.
आज फिर से सुहागन होकर सहवास की चाहत से मेरी दबी हुई सिसकारियों को निकलने का अवसर मिल गया.

‘ओह मेरी जान … वंश … उफ्फ … इस्ससी … उउफ्फ …’

वो धीरे धीरे मेरे ब्लाउज़ के बटन खोलने लगा. उसने मेरा ब्लाउज़ उतार दिया उसने और उसके बाद अपने कुर्ता को हटा दिया. अब वो मेरे आधे नंगे जिस्म को चाटने लगा, अपने जिस्म को मेरे जिस्म से रगड़ने लगा.
अपने पति के साथ इस समागम में मुझे आज एक अद्भुत आनन्द मिल रहा था. मेरे कंठ से लगातार आहें निकल रही थीं- उऊफ्फ्फ … आउच … आअह्ह्ह!
मैं वासना से मदहोश होने लगी.

उसने एक झटके में मेरा लहंगा उतार दिया और अपना पजामा भी निकाल दिया. अब मैं सिर्फ ब्रा पेंटी में थी … और वो सिर्फ चड्डी में था. हम दोनों मां बेटे अब पति पत्नी बन कर एक दूसरे के जिस्म का रसपान कर रहे थे. वो और मैं बीच बीच में एक दूसरे को काट भी रहे थे.

मेरे पति बना हुआ बेटा बोला- आई लव यू स्वीटहार्ट कविता!
मैं बोली- आई लव यू टू माय हबी एंड सन.

हम धीरे-धीरे वाइल्ड होने लगे. उसने मेरी ब्रा को उतार दिया और मम्मों को मसलने लगा. एक चूची को अपने मुँह में दबा कर चूसने लगा. मैं उसका लंड सहला रही थी. मेरे मम्मों को चूसते चूसते वंश ने अचानक मेरी पेंटी के अन्दर हाथ डाल दिया और मेरी सफाचट वैक्स की हुई चूत सहलाने लगा. मेरी चूत पनियाने लगी.

मैंने भी उसकी चड्डी के अन्दर हाथ डाल दिया और उसका मूसल लंड सहलाने लगी. मेरे पति बने बेटे वंश का लंड पूरा टाइट था, जैसे कोई लोहे का सरिया हो. मैं पूरी गर्म हो गई. वंश ने मेरी पेंटी उतार दी और मेरी टांगें अपने कंधे पर रख कर मेरी चूत में अपना मुँह लगा दिया.

आज मैंने अपनी चूत में फ़ूड ग्रेड का डिओ लगाया था, जो चूसने पर बड़ा ही मीठा स्वाद देता था. इससे चूसने वाले के लंड में भी देर तक सेक्स करने की क्षमता आ जाती थी. ये द्रव्य एक तरह से महकता हुआ सेक्सवर्धक लेप होता है, जो बहुत ही महंगा आता है.

मेरे वंश को आज मेरी चूत को चाटने में बड़ा मजा आ रहा था. उसने एक बार कहा भी- वाह … मेरी दुल्हन ने आज तो बड़ी ही स्वादिस्ट चूत परोसी है.
मैं उसके मुँह में अपनी चूत दबाए जा रही थी. अपने बेटे से चूत चुसवाते समय मुझे बड़ा रोमांच हो रहा था. क्योंकि इस खुशबू को चाटते हुए वंश मेरी चूत के अन्दर तक जीभ डाल रहा था जिससे इस दवा का असर मुझे भी होना था.

वो मेरी चिकनी चूत के अन्दर जीभ डाल के चूत की दीवारों को चाटने लगा. इससे हम दोनों ही कामातुर होते चले गए.

करीब 5 मिनट चूत चाटने के बाद हम दोनों 69 की पोज़ीशन में आ गए. मैंने अपने सैयां के लॉलीपॉप से लंड को गप अपने मुँह में भर लिया और गले तक घुसेड़ कर लंड चूसने लगी.

अब वंश की सिस्कारी और मेरे मुँह से फच फच की आवाजें आ रही थी.

उउफ्फ क्या माहौल बन गया था … मैं सातवें आसमान में पहुंच गई थी. ऐसे आज तक किसी ने चूत मेरी क्या … किसी की भी चूत, किसी ने भी नहीं चाटी होगी, जैसे वंश चाट रहा था. शायद उसने भी दूध में कोई चीज मिलाई थी जो उसकी चूत लंड को चाटने के खेल को मस्त बना रही थी.

कुछ देर बाद हम दोनों साथ में झड़ गए और दोनों ने एक दूसरे का पानी पूरा पिया. हम दोनों शिथिल होकर बेड में पड़े रहे.

थोड़ी देर बाद मैं वंश का लंड सहलाने लगी और मुँह में ले कर गीला किया. उसके बाद वो भी गर्म हो गया और मुझे लिटा कर मेरी कमर के नीचे तकिया लगा दिया. उसने अपना मूसल लंड मेरी लपलपाती चूत में सैट किया और वाह … मेरे लाल एक ही बार में पूरा लौड़ा चूत के अन्दर डाल दिया.

उम्म्ह… अहह… हय… याह… मेरे बेटे वंश ने मेरी चीख निकाल दी.
वो मुझे लंड की ठोकर देते हुए बोला- मेरी जान … माय स्वीट वाइफ … आई लव यू आअह्ह …
उसने चोदना चालू कर दिया, वो जोर जोर से धक्के लगाने लगा.

मेरा दर्द जैसे ही कम हुआ, मैं नीचे ऊपर की तरफ धक्के देने लगी. मेरी आहें निकलनी शुरू हो गईं- आअह्ह्ह उउउफ्फ बेटा आई लव यू बेबी उउम्म्म … आह्ह माय डीयर हस्बैंड आई लव यू टू मच!

उसने बड़ी बेदर्दी से पूरा लंड मेरी बच्चेदानी तक पेलना और ठेलना चालू कर दिया. मुझे बड़ा ही मजा आ रहा था साथ में अन्दर तक लंड जाने से मुझे दर्द भी हो रहा था. शायद चूत पर लगी दवा से उसका लंड फूल कर और भी मोटा हो गया था. मुझे मीठे दर्द का अहसास होने लगा था.

मेरी आवाजों ने वातावरण में एक चुदास भर दी थी- आह … मर गई उउफ्फ्फ बेटा … आज क्या चूत के चिथड़े उड़ा कर ही दम लेगा … आह … साले मादरचोद!
वंश मेरी आहों का मजा लेते हुए मुझे जोर जोर से चोद रहा था.

मैं बोली- साले हरामी आज तुझे बेटाचोद बना ही दिया.
वंश बोला- अब मैं तेरा बेटा नहीं हूँ साली रांड … तेरा पति हूँ कुतिया … से साली छिनाल ले लंड खा.
“आअह्ह ह्ह चोद दे बेबी … जोर जोर से चोद माय स्वीट बेबी … फ़क मी आअह उफ्फ!”

वंश मुझे धकापेल चोद रहा था और मेरे होंठों में किस भी कर रहा था. वो साथ ही मेरे मम्मों को दबा रहा था. पूरे कमरे में सिर्फ हम दोनों माँ बेटे या आज ही बने पति पत्नी की कामुक सिसकारियां गूंज रही थीं. मैं अपने बेटे से टांगें उठा कर चुद रही थी.

कुछ देर मेरा बेटा अब मेरे साइड में आ गया. उसने मेरी एक टांग को अपनी जांघों में रखा और दूसरे टांग मेरी कमर में फंसा कर अपना लंड चूत में घुसेड़ दिया.
“आअह्ह …” मेरी मीठी कराह निकली.

वो इससे बेपरवाह लंड पेल कर मुझे चोदने लगा. वंश पूरा लंड घुसेड़ कर बोला- आह साली आज खा जाऊंगा मैं तुझे … आआह्ह …
मैं गांड उठा कर लंड लीलते हुए बोली- खा जा मेरे राजा … आआह्ह … बेबी आई लव यू … चोद मादरचोद … जोर जोर से चोद मुझे!

इससे वंश को बहुत मज़ा आ रहा था. कुछ देर बाद मैंने उसे नीचे लिटाया और ऊपर चढ़ गई. मैं उसके लंड को चूत में फंसा कर बैठ गई. अपनी चूत में पूरे लंड को खाके मैं जोर जोर से उछलने लगी.

वंश मेरी गांड के नीचे हाथ लगाकर मुझे पेलते हुए बोला- यस डार्लिंग जोर जोर से.
इधर मैं भी तेज तेज लगी हुई थी, उधर वंश भी नीचे से धक्के लगाने लगा. मेरे मुँह से कामुक आवाजें निकलने लगीं- आअह्ह … मेरा बेटा आअह्ह … आई लव यू.
वंश बोला- ओह मम्मी, आई लव यू टू!

हम दोनों अब झड़ने वाले थे और मैं एकदम से चूत से लंड निकाल कर 69 में होकर उसके मुँह पर अपनी चूत रख के बैठ गई और उसका लंड मुँह में डाल कर उसका लंड का जूस पीने लगी. हम दोनों के झरने फूट पड़े थे. वंश मेरी चूत का पानी पी रहा था, मैं उसके लंड का रस चाट रही थी. हम दोनों ने एक दूसरे का पानी चाट चाट के साफ कर दिया.

इस चुदाई का मजा अब तक सबसे ज्यादा आया था.

घमासान चुदाई के बाद मैं और वंश थोड़ी देर एक दूसरे को किस करते रहे. मैंने अपनी पूरी जीभ उसके मुँह में डाल दी और जैसे मैं उसका लंड चूसती हूँ … वैसे ही वो मेरी जीभ चूस रहा था.

हम दोनों एक दूसरे के मुँह से मुँह को लगभग चोद रहे थे. मैं उसकी लार और थूक को बड़े स्वाद से अन्दर लेकर गटक रही थी.

आअह्ह्ह … ये सब लिखने में ही मेरी चूत से पानी छूटने लगा है. सच में उसकी लार का बहुत मादक स्वाद था. मैं मदमस्त होने लगी और मेरा बेटा वंश भी गर्म हो उठा.

हम दोनों के जिस्म में फिर से आग लग चुकी थी. उसने मेरे बालों को पकड़ कर मुझे अपने करीब खींचा. वो मेरा सर अपने लंड के पास ले के गया और अपना टाइट लंड मेरे मुँह में घुसेड़ दिया. फिर जैसे वो अपने मोटे लंड से मेरी चूत को चोदता है, वैसे ही वो मेरे मुँह को चोदने लगा.

मेरे कंठ से आवाज निकलने लगी- गूंगुन्गूउऊऊ …
ये आवाज ठीक वैसे ही आ रही थी, जैसे अंग्रेजी ब्लू फ़िल्म में बाल पकड़ कर लड़की का मुँह चोदा जाता है. बिल्कुल वैसे ही मेरे बाल पकड़ के मेरे मुँह को मेरा बेटा चोद रहा था.

कुछ पल बाद मैं घुटने के बल बैठ गई और वंश खड़ा हो कर मेरे मुँह को चोदे जा रहा था.
मैं उसके लंड का मजा लेते हुए उससे बोली- आई लव यू स्वीट बेबी.

मेरी आंखों से आंसू की धार बह रही थी और आंखें लाल हो गई थीं, पर भी मेरा बेटा वंश मेरे मुँह को चोदे जा रहा था. मुझे इस वाइल्ड सेक्स में बहुत मज़ा आ रहा था. हम दोनों को एक जंगली जानकार जैसे फीलिंग आ रही थी.

अब वो झड़ने वाला था. उसने एक तेज आवाज के साथ मेरे मुँह में गले तक लंड पेला और झड़ गया. मैं उसका सारा माल पी गई. कुछ बाहर निकला, तो उसे मैंने अपने चेहरे में लगा लिया. बाकी का पूरा माल में पी गई थी. फिर मैं अपने मुँह में लगे हुए लंड रस को उंगली से समेटते हुए अपने बेटे के लंड के माल को चाटने लगी.

अभी मैं माल चाट ही रही थी कि मेरे बेटे वंश ने मेरे ऊपर मूतना चालू कर दिया. उसने मेरे पूरे मुँह में, चेहरे में, सर में खूब मूता. फिर उसने मेरे बाल पकड़ कर मुझे उठाया और मेरे चेहरे को चाटने लगा और किस करने लगा. ये सब इतना अधिक कामुक था कि मैं लिखना भी चाहूँ, तो बयान नहीं कर सकती. इस तरह का सेक्स सबके बस का नहीं है. पर जो एक दूसरे का मूत पीना पसंद करते हैं, उन्हें इस सुख की अनुभूति हो रही होगी.

मूत्र विसर्जन के बाद वो किचन में गया और वहाँ से दूध की मलाई ले के आया. उसने मुझे बेड में घोड़ी बना दिया. फिर मेरी गांड में मलाई लगा कर मेरी गांड को चाटने लगा.
मैं बोली- ओह हो मेरे लाल … मेरे लिये भी मलाई बचा के रखना … मैं भी तेरी गांड को ऐसे ही चाटूंगी.

वो इतने मदमस्त तरीके से मेरी गांड को चाट रहा था, जैसे कोई कुत्ता चाट रहा हो … उफफ्फ.

उसके बाद मैंने उसके लंड में मलाई लगा कर चूसा. अब मेरी गांड और मेरे बेटे का लंड दोनों ही खूब चिकने हो गए थे.

वंश ने मुझसे बिना बोले … साले कमीने ने मेरी गांड में अपना मूसल जैसे लंड को एक ही झटके में पूरा डाल दिया.
‘आअह आअह्ह ऊह आउच आअह्ह …’

साले ने मेरी गांड फाड़ना चालू कर दिया मेरे कंठ से दर्द भरी आवाजें आने लगी थीं- आआह्ह आआह्ह्ह आआह्ह … मादरचोद बता कर तो डालता … आह मर गई मैं आह्ह्ह्ह!
वंश बिना मेरी चिल्लपौं पर ध्यान दिए मुझे जोर जोर से चोदे जा रहा था.

मैं कराहते हुए बोली- साले धीरे चोद … मैं तेरी माँ हूँ और बीवी भी हूँ … कोई रांड नहीं हूँ … धीरे चोद मादरचोद कुत्ते आअह्ह्ह …
वंश बोला- अब तू मेरी है कुतिया आआह्ह्ह … रंडी साली …

वो जोर जोर से चोदे जा रहा था. आज तक मेरी गांड में किसी का इतना तगड़ा लंड एक झटके से नहीं मिला था.

कुछ ही देर में मुझे राहत मिलने लगी- आआह्ह्ह चोद दे हरामी मादरचोद कुत्ते हां … मैं तेरी रांड हूँ और तू रंडी की औलाद चोद मादरचोद … आआह्ह्ह … उफफ …

मेरी हालत ऐसे होने लगी, जैसे 10-15 लोग मिल के मेरा जबर चोदन कर रहे हों.

वो मेरे मुँह से गाली सुन के और वाइल्ड हो गया. अब वो मेरी गांड पर चांटे मारने लगा. मुझे मजा आने लगा- आह कुत्ते मार डाल … चोद दे साले रंडी की औलाद आह्ह आआअह्ह …

तभी चोदते चोदते हरामी गिर गया और उसके लंड का पानी गिर गया. हम दोनों लस्त हो गए थे. इसके बाद किसी तरह से बगल की टेबल से ब्लैक डॉग की बोतल को उठा कर हम दोनों ने नीट दारू से गला तर किया और नंगे ही लिपट कर सो गए.

मेरे बेटे ने मुझे किस किस तरह से चोदा. ये गर्म चुदाई की कहानी अभी आपके साथ साझा करती रहूंगी. मैं आगे बताऊंगी कि हम दोनों हनीमून मनाने गोआ गए थे. उधर की रंगीन चुदाई का क्या मंजर हुआ था. इसका पूरा विवरण आपको मजा देगा.

ये मेरी रियल सेक्स कहानी है. आप सभी को कैसी लगी, आप प्लीज़ बताना जरूर. मुझे मेल कीजिएगा.
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