मेरा गुप्त जीवन- 130

(Mera Gupt Jeewan- part 130 Strip Tease Group Sex Chodan)

यश देव 2016-01-09 Comments

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स्ट्रिप टीज़ और फिर सामूहिक चोदन

अगली लड़की नंदा थी, उसने एक छोटा सा घाटनों जैसा नीचे से बाँधने वाला ब्लाउज और झिलमिलाता हुआ लहंगा पहन रखा था और वो बेहद खूसूरत लग रही थी।
उसके कपड़े उतारने का स्टाइल थोड़ा भिन्न था क्यूंकि उसने पहले अपना लहंगा उतार दिया, फिर उसने ब्लाउज की गाँठ खोली और उसे उतार दिया और फिर उसने अपनी लाल चमकी वाली पैंटी उतार दी। फिर वो नाचती हुई मैडमों के इर्द गिर्द घूमी और फिर मेरे पास आई और मेरे मुंह से अपने मुम्मो को जोड़ कर उसने एक झटके में अपनी ब्रा को अलग कर दिया।

उसके मोटे और गोल मम्मे उछल कर मेरे मुंह की तरफ लपके लेकिन मैं उससे एक कदम आगे था और ऐन मौके पर मैंने अपना मुंह पीछे खींच लिया।
इस तरह नंदा का वार खाली गया लेकिन मैंने उसको सजा देने के लिए उसको पकड़ लिया और उसके चूतड़ों पर हाथ रख कर उसके मुंह पर अपना मुंह रख दिया और एक ज़ोरदार चुम्मी उसके होटों पर जड़ दी।

सब लड़कियों ने खूब ज़ोर ज़ोर से तालियाँ मारी और कहा- वाह सोमू राजा, क्या फुर्ती दिखाई है तुमने!

धीरे धीरे सब लड़कियाँ आ रही थी और अपने हुस्न के जलवे बिखेरते हुए और कुछ मैडमों के साथ और कुछ मेरे साथ छेड़छाड़ करती हुई बैठक के सेंटर में वापस जा रही थी।
उनकी इस छेड़छाड़ में अक्सर वो मेरे लंड को छूना नहीं भूलती थी और यह बात मैडमों से छुपी नहीं रह सकी।
दोनों मैडमों ने मेरी तरफ हैरानी से देखा और कहा- वाह सोमू, तुमने तो इन लड़कियों पर जादू कर दिया है, सब तुम्हारी आशिक हो गई हैं. अब तो तुम्हारे मज़े ही मज़े हैं!

यह सुन कर मैं सिर्फ मुस्करा दिया क्यूंकि मैं समझ रहा था कि दोनों मैडमों को थोड़ी बहुत जलन हो रही थी, हालांकि मैं हर रात उनकी भी सेवा कर रहा था।

थोड़ी देर में स्ट्रिप टीज़ का कार्यक्रम समाप्त हो गया और अब जीतने वाली लड़कियों के नाम घोषित करने बाकी रह गए थे।
सब लड़कियों में जीतने वालों के नाम जानने की उत्सुकता बहुत बढ़ गई थी।

मधु मैडम ने हम सबको एक दूसरे कमरे में आने के लिए कहा और वहीं हम सबने निर्णय लिया कि आबिदा को सर्वश्रेष्ठ सुंदरी का खिताब दिया जाए और उसके साथ नंदा और हेमा को नंबर 2 और 3 स्थान पर रखा जाए!
स्ट्रिप टीज़ की प्रतियोगिता में जूली को नंबर 1, डॉली को नंबर 2 और ज़ूबी को नंबर 3 स्थान पर रखा गया।

बाहर आकर मधु मैडम ने सुंदरी प्रतियोगिता और स्ट्रिप टीज़ के नतीजे पढ़ कर सुना दिए और सब लड़कियों ने ज़ोर से तालियाँ बजा कर इन नतीजों का स्वागत किया।
मैडम ने अपनी तरफ से जीतने वाली लड़कियों को इनाम भी दिया और उन सबको लग्न के साथ काम करने की बधाई भी दी और आगे आने वाली फिल्मों में काम दिलाने का आश्वासन भी दिया।

यह कह कर दोनों मैडम अपनी कार में बैठ कर हवेली चली गई और जाने से पहले मुझ को रात को हवेली वापस आने के लिए बोल गई।
जैसे ही मैडमों की कार वहाँ से गई, बैठक में मोजूद सारी नंगी मलंगी फ़िल्मी कलियाँ मुझ को घेर कर खड़ी हो गई।

तब कम्मो ने मुझको बचाते हुए कहा- देखो फ़िल्मी परियो, छोटे मालिक तुम सबकी सेवा कर सकते हैं लेकिन अगर आप ठीक से व्यव्हार करें, तभी यह मुमकिन हो सकता है।

आबिदा और हेमा ने कम्मो की बात से सहमति जताते हुए कहा- अगर हम ढंग से चलेंगी तो सोमू हम सबकी इच्छा पूरी कर देगा। हमें थोड़ा धैर्य रखना होगा और हमको पूरी उम्मीद है कि सोमू बारी बारी से आप सबके खेतों में अपना मोटा हल ज़रूर चला पायेगा। क्यों सोमू राजा?

मैं बड़े आराम से बोला- सबसे पहले प्रतियोगिता जीतने वाली लड़कियाँ आगे आकर मेरे सामने खड़ी हो जाएँ प्लीज!
जब 6 लड़कियाँ मेरे सामने अपने एकदम कामुक नग्न शरीर के साथ खड़ी हो गई तो मैं बोला- मैंने जीतने वाली लड़कियों को ईनाम देने का वायदा किया था, मैं अपनी तरफ से आप को 100-100 का इनाम दे रहा हूँ! प्लीज आगे आकर अपना ईनाम ले लीजिये।

इससे पहले कि कोई भी विजेता लड़की आगे बढ़ती, डॉली ज़ोर से बोल पड़ी- ऐसे नहीं सोमू राजा, हम यदि नंगी खड़ी हैं तो ईनाम देने वाले को भी नंगा होना पड़ेगा! क्यों ठीक है ना लड़कियो?
सब लड़कियों ने ज़ोर से कहा- हाँ… कर दो नंगा सोमू जी महाराज को!
ईनाम जीतने वाली लड़कियों को छोड़ कर बाकी सब दौड़ती हुई आई और मेरे कपड़े उतारने लगी।

उन्होंने खुद ही निश्चित किया कि हर लड़की मेरे शरीर का केवल सिर्फ एक ही कपड़ा उतार पाएगी।
मेरे शरीर के जब सब कपड़े उतर चुके और केवल एक ही कपड़ा बचा रह गया और वो था मेरा अंडरवियर तो सोनल सामने आई और मेरे सामने नीचे बैठ कर वो उसको धीरे धीरे उतारने लगी।

अंडरवियर उतारने के साथ साथ वो मेरे लंड के साथ खेल भी रही थी, कभी वो अंडकोष को दबाती, कभी अंदर छुपे लेकिन एकदम तने हुए लंड को अंडरवियर के बाहर से चूमती, कभी उसको ऊपर नीचे करती।
यह देख कर बाकी सब लड़कियाँ एकदम बेसब्र हो गई और ज़ोर से बोली- जल्दी कर साली, यह लंड से खेल छोड़ और उसका अंडरवियर उतार!

अब सोनल ने जल्दी से लंड को आखरी चुम्मी दी और साथ ही अंडरवियर एकदम नीचे कर दिया और जैसे ही उसने ऐसा किया, मेरा उन्मुक्त लंड सांप के फन की तरह उछला और उसके मुंह पर थप्पड़ जैसे लगा, सोनल घबरा कर पीछे की तरफ गिर गई।
सब लड़कियाँ एकदम ज़ोर से हंस पड़ी और बोली- देखा सोमू के लंड का कमाल! अरे यह सिर्फ चोदता ही नहीं, मारता भी है।

सोनल खिसयानी हुई अपनी जगह पर खड़ी हो गई और फिर मैंने उन 6 लड़कियों में ईनाम के पैसे वितरित किये।
जब यह काम खत्म हो गया तो कम्मो आगे बढ़ी कुछ कहने के लिए तभी हेमा बोल पड़ी- कम्मो दीदी, आप अभी तक कपड़े कैसे पहने खड़ी हो? चलो दीदी को भी नंग मलंग करो सब मिल कर!
और तीन चार लड़कियाँ टूट पड़ी और कुछ ही पलों में कम्मो को भी नग्न कर दिया।

अब मेरे सामने 13-14 हसीनाएँ बिल्कुल मादरजात नंगी खड़ी थी और मेरा लंड तो गुस्सैले सांप की तरह फुंफकार रहा था।
कम्मो बोली- सुनो लड़कियो, आज सोमू सिर्फ ईनाम जीतने वाली लड़कियों के साथ ही अपनी रासलीला रचा पायेगा क्यूंकि हमारे पास इतना समय ही नहीं है कि आप सबका काम एक साथ किया जा सके। क्यों ठीक है ना?
छः अप्सराओं के अलावा बाकी सबने बड़ी बेदिली से यह कबूल किया और मुँह लटका कर चुप खड़ी रहीं।

इन बची लड़कियों ने आपस में कुछ खुसरफुसर की और फिर उनमें से रोज़ी बोली- ठीक है, हमको मंज़ूर है लेकिन हमारी एक शर्त है कि आज की जीतने वाली लड़कियों की चुदाई की शूटिंग हमारे सामने ही होगी! बोलो मंज़ूर है?
कम्मो बोली- क्यों लड़कियो, आप तैयार हो सबके सामने चुदने के लिए?
जूली बोली- यह तो एक ऑर्गी हो जायेगी, वाह क्या मज़ा आएगा!
एक और लड़की बोली- 13 मुर्गियों में एक मुर्गा?

कम्मो बोली- ठीक है लेकिन बाकी की लड़कियाँ भी चोदम चुदाई में शामिल रहेंगी और वो अपनी पार्टनर्स के साथ चुसम चुसाई पकड़म पकड़ाई का खेल खेलती रहेंगी।
सबसे पहले कम्मो और लड़कियों ने मिल कर अपने कमरों से गद्दे लाकर बैठक में बिछा दिए और ढेर सारी कोकाकोला की ठंडी बोतलें भी टेबल पर सजा दीं।

क्यूंकि आबिदा नंबर 1 थी तो उसको पहले चोदने के लिए कहा गया और उसके बाद जूली का नंबर लगाया गया और सबको सिर्फ 10 मिनट की चुदाई का टाइम दिया गया।
आबिदा ने आते ही मुझ को कस कर अपने आलिंगन में बाँध लिया और मेरे होंटों पर कामुक चुंबन देने शुरू कर दिए और एक हाथ से उसने मेरे लौड़े को भी आगे पीछे करना शुरू कर दिया।

तभी लूली नापने का फीता उठा लाई और उसने सबसे पहले मेरे लंड को नापना शुरू कर दिया।
नापने के बाद ऊँची आवाज़ में बोली- सोमू के लंड की लम्बाई है 7.5 इंच और आबिदा के मम्मों का नाप है 34 और कमर 24 और चूतड़ों का नाप 36 इंच। अति सुंदर शरीर है, बाकी सब लड़कियों का भी नाप ले लिया जाएगा और उसका रिकॉर्ड रखा जाएगा।

आबिदा चूमने और चाटने के बाद जल्दी ही बहुत गर्म हो गई और उसने मुझको नीचे गद्दे पर लिटा दिया और खुद मेरे ऊपर चढ़ गई और अपने हाथों से मेरा लंड अपनी अत्यधिक गीली चूत में डाल दिया और फिर ऊपर से मुझको धीरे धीरे चोदने लगी।
मैं भी उसके मोटे मम्मों को मुंह उठा कर चूसने लगा और उसकी गोल चूचियों को मुंह में रख कर गोल गोल घुमाने लगा।

बैठक में इस वक्त एकदम कामलीला का दृश्य उत्पन्न हुआ था और सब लड़कियाँ आपस में गुत्थम गुत्था हो रही थी। किसी का मुंह किसी की चूत पर था या फिर उसके गोल मस्ताने मुम्मों की चुसम चुसाई हो रही थी और कोई कोई तो अपनी ऊँगली से सब कुछ कर रही थी और सारा माहौल गर्म गर्म साँसों और अस्फुट आवाज़ों से भरा हुआ था।

कम्मो मेरी और आबिदा की चुदाई को नज़दीक से देख रही थी और जब आबिदा 10 मिन्ट में दो बार झड़ गई तो उसने उसको मेरे ऊपर से उठा दिया और उसकी जगह जूली ने ले ली जो मेरे बगल में पहले से ही लेटी थी।

जूली को मैं पहले भी 2-3 बार चोद चुका था, मैं उसकी पसंदीदा चुदाई का तरीका जानता था और मैंने उसको कुर्सी को पकड़ कर खड़ा कर दिया और पीछे से उसकी चूत में लंड को डाल कभी धीरे कभी तेज़ चुदाई का आलम शुरू कर दिया, अपने हाथों से उसके स्तनों को पकड़ कर मैं ज़ोर ज़ोर के धक्के मार रहा था और उसकी बहुत ही टाइट चूत का आनंद ले रहा था।

जूली आबिदा की चुदाई को देख चुकी थी, वो बहुत ही कामुक हो चुकी थी, वो हर धक्के का जवाब बराबर के जोश के साथ दे रही थी और उसके साथ ही वो अपनी चूत को सिकोड़ना और खोलना जारी रखे हुए थी।
फिर मैंने देखा कि जूली की चूत से सफ़ेद क्रीम जैसा पदार्थ निकलना शुरू हो गया और वो ज़ोर ज़ोर से हाय हाय… करने लगी और फिर जल्दी ही वो मेरे लंड के साथ नीचे पसर गई।

कम्मो ने तीसरी कैंडिडेट, जो नंदा थी, उसको मेरे पास लेकर आ गई, उसने नंदा से पूछा कि वो कैसे चुदना पसंद करेगी।
नंदा बोली- मैं तो नीचे लेट कर चुदना पसंद करती हूँ, आओ सोमू राजा, तुम ऊपर से आ जाओ।
मैं उसकी बगल में लेट गया और उसके मम्मों को हाथ से मसलने लगा और दूसरे हाथ से उसकी चूत में ऊँगली डाल कर उसकी भग को मसलने लगा।

चूत के गीलेपन को देखते हुए मैं उसकी चूत में मुंह से चाटने लगा और जीभ कभी उसकी चूत के अंदर और कभी उसके भग को चूसने में मस्त हो गया और जब नंदा ने अपने चूतड़ों को उठा कर मेरे मुंह से जोड़ दिया और मेरा मुंह अपनी जांघों में दबा लिया तो मैं समझ गया वो एक बार झड़ गई है और दूसरी की तैयारी में है।

जैसे ही मैंने अपना लंड नंदा की गर्म चूत में डाला, वो सीधा ही उसके अन्तिम छोर तक चला गया और मैं भी वहाँ तक पहुँच कर ज़रा रेस्ट करने लगा, फिर धीरे से निकाल कर फिर धीरे से लंड अंदर धकेल दिया और यह प्रक्रिया मैंने कुछ देर जारी रखी और तब नंदा की चूत मेरे लंड को चूसने लगी और वो भी जल्दी जल्दी से अपने चूतड़ों को उठा कर मेरे लंड की लय में रम गई।
कम्मो जो हम दोनों को देख रही थी वो भी नंदा के मम्मों को सहलाने लगी ताकि वो जल्दी ही स्खलित हो जाए और हम दोनों के इस प्रयास से नंदा भी 10 मिन्ट पूरे होने से पहले ही मैदान में ढेर हो गई।

कम्मो ने मुझको अब रेस्ट करने के लिए गद्दे पर लिटा दिया और अपने बैग में से तेल की एक शीशी निकाली और मेरे लंड को हल्के हल्के मालिश करने लगी।
थोड़ी देर बाद वो मेरे लिए स्पेशल दूध जो वो बना कर लाई थी, वो मुझको पिलाया।

दूध के पीते ही मुझमें नई शक्ति का संचार होने लगा और मेरे शरीर में जो हल्की सी थकावट थी वो दूर होने लगी।
डॉली जो लिस्ट के मुताबिक अगली लड़की थी, उसको लेकर कम्मो मेरे पास आई लेकिन उसको खूब चूमती और उसकी चूत में ऊँगली करती हुई आई।

डॉली एक खूबसूरत लड़की थी जिसका शरीर काफी भरा पूरा था और उसका अंग प्रतिअंग जवानी की मदहोशी से लबालब भरा हुआ था।
उसने घोड़ी बन कर चुदने का तरीका पसंद किया तो कम्मो ने उसको घोड़ी बना दिया और साथ में उसके चूचों को चूसती हुई और ऊँगली से भग को सहलाती हुई मेरे पास लाई ताकि वो चुदाई के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाए।

डॉली को मेरे सुपुर्द करके कम्मो बाकी की दोनों लड़कियों के साथ भी चूमाचाटी करने लगी ताकि वो भी मेरी चुदाई के लिए तैयार हो जाएँ और मुझको कम मेहनत करनी पड़े।
डॉली तो तैयार ही थी, उसकी तीव्र चुदाई मैंने शुरू कर दी और उसके चूतड़ों को हाथ से पकड़ कर मैं सरपट भागते घोड़े की स्पीड से डॉली को चोदने लगा और जल्दी ही उसको छूटने के कगार पर ले आया और फिर आखिरी ज़ोरदार धक्के के बाद वो कंपकंपाती हुई छूट गई।

उसके हटते ही कम्मो हेमा को मेरे पास लेकर आ गई और वो भी चुदाई के लिए पूरी तरह से तैयार थी, वो मेरी साइड पर लेट गई और मैं लेटे हुए ही उसकी टांग को अपने ऊपर ले कर उसकी फूली हुई चूत में अपना लंड डाल कर धीरे धीरे चोदने लगा।
मोटे और लम्बे लंड के कारण हेमा अपनी आँखें बंद किये हुए चुदाई का आनन्द ले रही थी।

मैंने चोदते हुए उससे पूछा- कैसा लग रहा है जानम?
हेमा बोली- सच बताऊँ? आज तुम्हारा लंड कुछ ज़्यादा लम्बा और गर्म सलाख की तरह लग रहा है और जैसे यह अंदर जा रहा है वैसे ही मेरी तपती हुई चूत को शान्ति मिल रही है।

फिर तेज़ धक्काशाही के बाद हेमा भी जल्दी ही हे माँ… कहती हुई झड़ गई और अपने गोल चूतड़ों को मेरे लंड से जोड़ कर ज़ोर ज़ोर से हिलने लगी और उसकी गर्म चूत में से पानी का फ़व्वारा सा छूट पड़ा जो सब देख रही लड़कियों को बड़ा अजीब लग रहा था।

कम्मो ने बताया- यह कोई अजीब बात नहीं है, कई लड़कियाँ और औरतें अपनी चूत से काफी पानी छोड़ती हैं जब उनका स्खलन होता है, खासतौर पर तब जब उन्होंने अपनी काम इच्छा को काफी देर तक दबा रखा हो।

अब ज़ूबी की बारी थी जिसको मैं पहली बार चोद रहा था क्यूंकि वो कुछ दिन पहले ही अपनी माहवारी से निवृत हुई थी और सब लड़कियों के साथ मैं उसको नहीं चोद सका था।
उसके शरीर को ध्यान से देखा तो वो काफी सुन्दर लड़की थी और पूरी तरह से सुडौल और अति सुन्दर शरीर की मालकिन थी।

मैंने उससे पूछा कि वो कैसे चुदना पसंद करेगी तो ज़ूबी ने जवाब दिया मैं केवल अपने तरीके से चुदना चाहती हूँ।
सबने पूछा- वो तरीका क्या है?
ज़ूबी बोली- अभी आप सब देख लेना वो कौन सा तरीका है। सोमू, तुम मुझ को हाथ नहीं लगाओगे जब तक मैं नहीं कहूँ। मंज़ूर है क्या?
मैं बोला- जैसे तुम चाहो… लेकिन याद रखना, तुम्हारे पास समय सिर्फ 10 मिन्ट का है।
ज़ूबी बोली- ठीक है, मैं 10 मिन्ट का समय ही लूंगी।

यह कह कर ज़ूबी कभी मेरे एकदम पास आ जाती और अपने मुम्मों को मेरी छाती से रगड़ कर फिर वापस चली जाती और मैं उसके मोटे और गोल मुम्मों को घूरता रहता।
ऐसा उसने 3-4 बार किया और फिर वो मुझको लेकर गद्दे पर लेट गई लेकिन मेरे से काफी दूर और फिर उसने अपने हाथों को मेरे शरीर पर फेरना शुरू किया।

वो मेरे निकट आई और मेरे लंड को धीरे से हाथों से हिलाने लगी और फिर लंड को ऊपर नीचे करने लगी और अपने मुम्मों को और अपनी बालों से भरी चूत को मेरे लंड के ऊपर रगड़ने लगी।
वो कोशिश कर रही थी कि मैं अपना धैर्य खो दूँ और उसके सामने घुटने टेक दूँ लेकिन मैं भी कम्मो का शागिर्द था तो उसकी हर चाल को बेकार करता हुआ डटा रहा मैदान में!

ज़ूबी जब हर कोशिश में नाकाम हो गई तो वो मेरे लंड के ऊपर बैठ गई और मुझको ज़ोर ज़ोर से चोदने लगी और मैं भी अपने पर संयम रखते हुए अपने शरीर और हाथों को ज़रा भी नहीं हिला रहा था।
कम्मो ने थोड़ी देर में ज़ोर से कहा- ज़ूबी, तुम्हारा समय खत्म हो गया है और तुम सोमू के ऊपर से फ़ौरन उतर जाओ!
इस समय में ज़ूबी का केवल एक बार ही छूटा।

ज़ुबैदा, जूली और हेमा तीनों मेरे पास नंगी मलंगी आ गई और मेरे शरीर के अंगो को छूने लगी जैसे हेमा मेरे लौड़े के साथ खेल रही थी और बाकी दोनों मेरी चौड़ी छाती के निप्पलों को मसल रही थी।
कहानी जारी रहेगी।
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