जूनियर लड़के से गांड की सेवा करवायी

(Junior Ladke Se Gand Ki Sewa Karwayi)

डॉ कामेश 2019-03-04 Comments

अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट काम पर मेरी दूसरी कहानी
मेरी गांड का पूजन और चुदाई
छपने पर आप लोगों के बहुत से प्रोत्साहित करने वाले ईमेल मिले। कई लोग तो मुझे चोदने का ख्वाब देखने लगे हैं और कुछ लोग मुझे इस फील्ड का एक्सपर्ट मानते हुए सलाह भी मांगते हैं। मैं सभी पत्रों का उत्तर भी जरूर देता हूँ।
आज मैं अपनी अगली कहानी जिसके बारे में पहले जिक्र किया था, लिख रहा हूँ, आशा है आप सभी को आनंद आयेगा।

बहुत दिनों तक शराफ़त का नकाब ओढ़ कर, हस्तमैथुन की तकनीकें उपयोग कर मैं बोर होने लगा रहा था। एक डिल्डो भी खरीदा ऑनलाइन शॉपिंग करके … पर कहाँ असली माल और कहाँ नकली, कोई मुक़ाबला नहीं। वैसे तो मेरे सुडौल नितंबों की झलक किसी को भी दीवाना कर सकती थी, पर कोई मिल नहीं रहा जिसके साथ मैं एक कमरे में बंद हो सकूँ।
मंदिर के सामने से निकलने पर भी भगवान से दुआ में यही मांगता था।

फिर एक दिन दुआ कुबूल हो ही गई। जैसा कि पहले बताया था कि उत्तर भारतीय होने के नाते यहाँ पर राजभाषा अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार भी देखता हूँ। यहाँ हिन्दी सेक्शन में एक कन्नड लौंडा नया हिन्दी असिस्टेंट भर्ती हुआ और उसे ही अब इस अनुभाग का कार्य देखना था। उसका नाम अनिलाकुमार हरदनहल्ली महालिंगा था और वह अनिलाकुमार एच एम लिखता था। यहाँ के नामों में गाँव और पिता का नाम जोड़ने का चलन है।

नौकरी की ज्वाइनिंग फ़ोरमैलिटीज पूरी करके वह रहने की जगह को लेकर चिंतित था। मैंने उसे अपने साथ रहने को कहा जब तक इंतजाम नहीं होता। क्योंकि मैं अकेला ही कैम्पस के टाइप 5 मकान में रह रहा था और फिर यह तो भगवान का भेजा हुआ मेरी वासना पूर्ति का इंतजाम जो था।
उसने संकोच करते हुए मेरा आफ़र मान लिया और अपना सूटकेस लेकर मेरे साथ शाम को आ गया। मैंने उसे एक किनारे का कमरा दे दिया और कहा- अनिला तुम आराम से रहो इंतजाम होने तक।
इसका एक दरवाजा बाहर की ओर खुलता था तो उसे अलग से ताला व चाभी भी दे दी जिससे उसे कोई असुविधा न हो।

हमारे संस्थान में संसदीय राजभाषा समिति का निरीक्षण होना था इसलिए अनिला को सारे दस्तावेजों को दुरुस्त करना था, इसके लिए उसे काफी मेहनत करनी पड़ रही थी और बार बार मेरे पास सुझावों के लिए आना पड़ता था। हिंदीतर होने के कारण उसकी हिन्दी अच्छी होने के बावजूद अर्थ का अनर्थ कर देती थी।
जैसे कि दूसरे दिन ही वह कैंटीन से चार बजे जलेबी लाया और मेरे पास रख कर बोला लो- सर संभोग करो।
मैंने हँसते हँसते कहा- जरूर संभोग करूँगा लेकिन इसका मतलब पता है?
फिर मैंने उसको मतलब बताया तो वह बेचारा बुरी तरह झेंप गया.

मैंने मज़ाक में कहा- तुम अहिंदी भाषी लोगों को हिन्दी की साइट अन्तर्वासना से हिन्दी सीखनी चाहिए।
मैंने थोड़ी देर बाद देखा कि वह कम्प्यूटर पर इस साइट को खोल कर पढ़ रहा है, मेरे पास से गुजरते ही उसने साइट क्लोज़ की। लेकिन चस्का लग चुका था और फिर हिन्दी ज्ञान वर्धन होने में देर की कोई गुंजाइश नहीं रही थी।
उसे टी वी देखने के लिए मैंने अंदर की तरफ से कमरे को खुला छोड़ा था जिससे अनिला कभी भी मेरे कमरें में आ सकता था।

मेरी गांड मराने की कामना अब उफान मारने लगी थी क्योंकि अब तो सामान पास में था। फिर भी प्रणय निवेदन सीधा तो नहीं किया जा सकता कि आओ मेरी गांड मार लो।
मौका जल्दी ही आ गया, एक शाम मैंने अपना जाल फैलाया, नहा कर खाली तौलिया लपेटा और अपने कमरे में बिना दरवाजा और लाइट बंद किए लेटकर सोने का नाटक करने लगा। पंखे की हवा ने तौलिया उड़ा दिया. फिर क्या था कि मेरी हसीन गांड का दीदार किस विश्वामित्र की तपस्या भंग कर सकता था।

खुशनसीब अनिला जो पॉर्न साइट देख कर एकाकी जीवन में हस्तमैथुन से काम चला रहा था, इस नजारे को देख कर अपने को रोक न सका और मेरे कमरे मे नंगा ही आकर खड़ा हो नजारे को घूर रहा था।
मैंने कनखियो से उसके महालिंग को देखा और करवट लेते हुए आंखें खोल दीं।

वह घबराकर भागने ही वाला था कि मैंने उसके लण्ड को पकड़ लिया और कहा- ओह … ‘निम्मा शिश्न्दा गाथ्रवेणु’ (तुम्हारे लण्ड का क्या साइज है), बड़ा मस्त औज़ार रखे हो सचमुच का यथा नाम तथा गुण ‘महालिंगा’
जैसा कि मैंने थोड़ी काम चलाऊ कन्नड भी सीख ली थी।
वह बोला- सर आप ही नाप लो अपने अंदर डलवा के! ‘निम्मा हन्नुगलू उत्तमवगिवे’, सर जी, क्या मस्त नितंब हैं आपके।

मैंने उसे अपने ऊपर खींच लिया और आलिंगन बद्ध हो उसके लौड़े को सहला रहा था, जिसमें से लसलसा पदार्थ प्रीकम चुवाने लगा था। फिर मैंने एक स्केल और कलिपर लेकर उसके खड़े लण्ड को मापा यह पूरे 22 सेंटीमीटर लंबा और 4.5 सेंटीमीटर चौड़ा था। उसकी ए जी डी (अनोजेनिटल डिस्टन्स, गांड के छेद से लण्ड की जड़ तक की दूरी) 5.1 सेंटीमीटर मिली जो कि उसके गभरू नौजवान होने का प्रतीक थी। ए जी डी 2.6 से 6 सेंटीमीटर तक पाई जाती है यह जितनी ज्यादा होती है बंदे काम रस उतना ही ज्यादा बनता है और वह उतनी ही अधिक महिलाओं और गांडुओं को संतुष्ट कर सकता है। ए जी डी 2.5 सेंटीमीटर से कम वाले हम जैसे लोग अक्सर बॉटम रोल में रहते हैं।

फिर मैं बिस्तर पर गांड ऊपर कर लेट गया और अनिला को पास रखे डिल्डो पर क्रीम लगा कर अंदर डालने को कहा।
वह बोला- सरजी यह तो ज्यादती है, मेरा अच्छा खासा खड़ा है और आप नकली लंड यूज करने को कह रहे हैं?
मैंने कहा- तेरा एकसाइटमेंट इतना ज्यादा है कि तू दो मिनट में ख़लास हो जाएगा.
और सचमुच उसका उसका गर्म गर्म लावा मेरी पीठ पर टपाटप गिरने लगा, जिसे उसने पास पड़े तौलिये से साफ़ किया।

मैंने कहा- कोई बात नहीं अनिला, ज्यादा हस्तमैथुन के कारण तुम कमजोर हो गये हो, इसलिये पहले तुम अपने आप पर कंट्रोल करो तभी तो इस डिल्डो का उपयोग बताया था।
मैंने अब उसके सामने ही डिल्डो से अपने आपको चोदना जारी रखा और वह अपने लौड़े पर क्रीम लगा कर उसे खड़ा करने में कामयाब हो चुका था और अब यह मेरे डिल्डो से कहीं बड़ा था।
मैंने उसे समझाया कि अक्सर नौजवान अधिक उत्तेजना के चलते असली गांड या चूत को देखकर जल्दी झड़ जाते हैं और कुंठा ग्रस्त हो कर नीम हकीमों के भ्रामक प्रचार में फंस जाते हैं। तुम पूरी तरह से फिट हो और मेरी हसीन गांड को आज जरूर खुश कर दोगे।

मैंने उसे पीठ बल लिटा दिया और खुद उसके लौड़े पर अपनी अपनी गांड के छेद को सेट करके उसे चोदने लगा, जब मैं थकता तो वह अपनी कमर ऊपर कर चुदाई सुरू कर देता था और मेरे निप्पलों को मसल मसल कर पूरा मजा देने लगा। पूरे कमरे में धप्प, धप्प, फ़च फ़च की आवाजें माहौल को खुशगवार बना रही थीं।

आखिरकार इस बार लगभग 20 मिनट तक कार्यक्रम चल गया और अनिला का वह अजगर लण्ड गर्म गर्म लावा मेरी हसीन गांड में फेंक कर निढाल हो गया। मैंने उसका ‘बहुत अच्छे!’ कह कर उत्साह बढ़ाया।
उसके ढेर सारे सीमेन के साथ लंड फिसल कर बाहर आ गया। मैं भी चरमोत्कर्ष से दो बार झड़ चुका था। आज बहुत दिनों बाद मुझे असली लंड की फिर से भगवत कृपा से प्राप्ति हुई थी।

फिर हम साथ साथ नहाये और पूरी रात नंगे ही एक ही बिस्तर पर सोते रहे।

अब हम रोज एक साथ अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ते, वासना के ज्वार मे निर्बाध बहते हुये राजभाषा की भी अच्छी तरह सेवा कर रहे हैं।

सभी खड़े और भीगे लंडों को मेरा प्यार। अपनी प्रतिक्रिया अवश्य लिखें मुझे इसका इंतजार रहता है।
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