मेरी मस्त गर्लफ्रेंड की सीलतोड़ चुदाई का मजा

(Meri Mast Girlfriend Ki Seal Tod Chudai Ka Maja)

मेरे प्यारे दोस्तो और अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज के प्रशंसको, मेरा नाम राहुल है. यह मेरी पहली सच्ची चुदाई की कहानी है. अगर कोई ग़लती दिखे तो माफ़ कर दीजिएगा.

यह कहानी मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड की है. वैसे वो मेरे पड़ोसन भी है. इसी लिए हमारा एक दूसरे के घर आना जाना लगा रहता था. इसी में हमें प्यार हो गया. उसको मैंने ही प्रपोज किया था. उसका नाम मीशा है.

कहानी से पहले मैं अपने बारे में बता दूँ. मैं पंजाब के मंडी गोबिंदगढ़ से हूँ.

यह आज से करीब 10 साल पहले की बात है. उस समय मेरी उम्र 20 साल थी और मीशा की उम्र 19 साल थी. मीशा का फिगर भरा पूरा 36-34-38 का था. उसका रंग एकदम दूध सा गोरा है और उसका कद 5 फुट 4 इंच है.
मीशा के शरीर की रूपरेखा भी समझ लीजिएगा. उसकी चूचियाँ बिल्कुल ऐसी थीं, जैसे तोतापरी आम हों. उसकी चुचियों के निप्पल एकदम गुलाबी और लम्बे थे. उसके गाल एकदम मस्त चिकने थे, मैं जब उसको चूमता था तो उसके गालों को काट खाने का मन होता था. कभी कभी तो मैं काट भी लेता था, जिससे वो चिल्ला पड़ती थी और बदले में मेरे लंड को पकड़ कर उमेठ देती थी, जिससे मुझे उसको छोड़ना पड़ जाता था.

हम दोनों एक दूसरे से बहुत मस्ती करते थे और चुदाई करने को छोड़ कर ऊपर ऊपर से सब कुछ कर लिया करते थे.

मैं और मीशा जब भी टाइम मिलता था, तो चूमाचाटी आदि तो करते ही रहते थे… पर कभी सेक्स करने का मौका नहीं मिला था. काफी समय से उसका मन भी मुझसे चुदने का था, लेकिन हम दोनों को मौका नहीं मिल रहा था.

उस दिन मैं घर पर अकेला था, तो मैंने मीशा को फोन कर दिया कि वो मेरे घर आ जाए. घर में कोई नहीं था. इस वक्त मेरी मम्मी डॉक्टर के पास गई थीं.
आज मौका था और मेरा मन उसको चोदने का हो रहा था.
मीशा ने जब ये सुना तो वो बोली- क्या करना चाहता है?
मैंने बोला- आज तेरी सील तोड़ने का मन है. आ जा साली तेरी चुत के चिथड़े उड़ा दूँगा.
वो बोली- सच में यार, आज मुझे भी बहुत आग लग रही है, चुदाई करवाने का बहुत मन कर रहा है.

मैंने कहा- झांटें बना के रखी हैं, या जंगल उगा रखा है?
वो बोली- मेरी चुत एकदम साफ़ है, साले तेरा लंड कैसा है, उसको भी साफ़ कर ले.
मैं कहा- क्यों लंड की सफाई से क्या करना है… क्या लंड चूसेगी?
वो बोली- हां आज तेरा लंड खा जाऊंगी. साफ़ करके रख ले.

उसकी बात सुनकर मेरे लंड में सुर्खी आ गई, लंड एकदम से खड़ा हो गया, मैंने कहा- चल आ जा… अभी तुझे दिखाता हूँ कि मेरा लंड कैसा है.
उसने फोन रख दिया.
आज उससे फोन पर बात करके ही मन पक्का हो चुका था कि आज मीशा की चुत की सील तोड़ दूँगा.

वो मेरे घर आ गई. उसके आने से पहले मैंने अपने लंड को साफ़ कर लिया था. मीशा ने उस समय उसने शर्ट के साथ लोवर डाल रखा था. उसकी शर्ट एकदम टाईट थी, जिससे उसकी चुचियां शर्ट फाड़ कर बाहर आने को मचल रही थीं. उसका लोअर भी एकदम चिपका हुआ था जिससे उसकी मरमरी जांघें भी उसकी साफ़ साफ़ नुमाया हो रही थीं. उसकी पेंटी की लाइन भी लोअर के ऊपर से ही एकदम साफ़ दिख रही थी.
उसको देख कर मेरा लंड एकदम क्रान्ति करने लगा.

मीशा आते ही मुझसे लिपट गई और हम दोनों एक दूसरे को चूमने लगे, उस दिन भी हम पहले किस कर रहे थे. फिर मेरा एक हाथ मीशा के मम्मों पर चला गया और मैं उसके मम्मों को जोर जोर से दबाने लगा. आज मैंने पहली बार उसके मम्मों को इतने खुल कर से दबाए थे. आज हम दोनों को सेक्स करने के लिए पूरा खुला मौका था.

मेरे हाथों ने मीशा के मम्मों को मींजा तो मीशा मस्ती में आ गई. वो मेरे बालों में हाथ फेरने लगी.

फिर मैं अपना हाथ मम्मों से नीचे ले जाते हुए लोवर के ऊपर से ही चुत पे फेरने लगा… तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया. मगर मैंने फिर भी हाथ फेरना चालू रखा. अब तो मैं उसकी चुत को दबाने भी लगा था. उसकी साँस तेज तेज चलने लगी. मैं एक हाथ से उसकी चुत मसल रहा था और दूसरे हाथ से उसकी शर्ट के बटन खोल दिए. उसने ब्लैक कलर की ब्रा पहनी हुई थी. मैं उसके मम्मों को ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा. इतने में उसका एक हाथ मेरे लंड पे चला गया. उसने भी मेरे लंड को मसलना शुरू कर दिया. मैंने भी अपने लंड को उसके हाथों में छोड़ दिया. वो मेरे लंड को जैसे जैसे मसल रही थी, लंड अपना आकार लेता जा रहा था.

इधर मैं उसके होंठों को छोड़ कर ब्रा के ऊपर से ही उसके मम्मों को चूसने लगा. उसकी मादक कराहें और आहें निकलने लगीं. फिर मैंने उसकी शर्ट और ब्रा निकाल दी और उसके चुचियों को पीने लगा. वो मेरे सर को अपने मम्मों पे दबाने लगी.

उसकी चूचियां मैं आज पहले बार देख रहा था. आज ही मुझे मालूम हुआ था कि मीशा की चूचियां एकदम तोतापरी आम के जैसी हैं. मैंने उसके गुलाबी निप्पल भी अपने होंठों में दबा लिए और चुसकने लगा. निप्पल चुसवाते ही मीशा की मस्ती बढ़ गई और वो मेरे मुँह में अपनी चूचियां ठेलने लगी.
वो मुझे दूध पिलाते हुए बड़बड़ाने लगी- आह मेरी जान, साले पी जा, मेरी चूचियों को खा जा कमीने… कितने दिनों से मन होता था कि तुझे अपना दूध पिला दूँ… आह निचोड़ ले साले… मजा आ रहा है…

मैंने भी उसकी एक चूची को अपने मुँह में पूरा भर लिया और दूसरी चूची को अपने हाथ से मसलते हुए उसकी जवानी के रस का मजा लेने लगा.
करीब दस मिनट तक उसकी दोनों चूचियों को चूस चूस कर मैंने उसके मम्मे लाल कर दिए. इसके बाद मैं अपना हाथ को उसके लोअर के अन्दर ले गया और उसकी चुत को मसलने लगा.

मम्मे चुसवाने के कारण उसकी चुत ने पानी छोड़ दिया था और उसकी चुत एकदम रस से भीगी हुई थी. मैंने थोड़ी देर उसकी चुत में उंगली की, तो एक मिनट में ही उसका शरीर अकड़ गया और उसने मेरे हाथ पे अपना पानी छोड़ दिया. उसकी आँखों में वासना की खुमारी थी, वो मुझे नशीले अंदाज में देख रही थी. मैं भी उसको ऐसे देख रहा था, जैसे मैंने भी आज उसकी जवानी के जाम को पी कर उसको खा जाने का मन बना लिया हो.

वो अपनी गांड मटकाते हुए बाथरूम में चली गई. जब तक वो वापिस आई, तब तक मैं अपने कपड़े निकाल चुका था. मेरा लंड एकदम लोहे की रॉड बना तुनकी मार रहा था. मैं आज उसकी जवानी को रौंदने वाला था यह सोच कर मेरा लंड और अधिक गुस्से में था.

उसके बाहर आते ही मैं उस पर झपट पड़ा. उसको दुबारा से किस करने लगा और उसके नंगे मम्मों को दबाने लगा. फिर मैं उसके दूध पीने लगा और उसके लोअर में हाथ डाल के चुत को मसलने लगा.

कुछ ही देर में चुदास बढ़ी तो मैंने उसका लोअर और पेंटी निकाल दी और उसको बेड पे बिठा कर उसकी चुत चाटने लगा. कुछ देर चुत चाटने के बाद मैंने उसको अपना लंड चूसने को बोला.

वो तो जैसे मेरे कहने का इन्तजार कर रही थी. उसने झट से नीचे बैठ के लंड को मुँह में ले लिया. मेरे लंड को उसकी नर्म जीभ का अहसास मिलते ही मेरी आह निकल गई.

मैंने उससे कहा- साली, तब से क्या मेरे कहने का इन्तजार कर रही थी.
उसने लंड चूसते हुए ही हंस कर मुझे आँख मारी. मैं समझ गया कि मीशा में अभी शर्म बाकी थी, यदि वो खुद से ही मेरा लंड चूसने लगती तो शायद मुझे लगता कि साली बिल्कुल रंडी है, जो आते ही मेरा लंड चूसने लगी.

खैर अब वो बहुत अच्छी तरह से लंड चूस रही थी. मुझे लंड चुसवाने में बहुत मज़ा आ रहा था. मैंने उसके हाथ अपने अंडों पर रखवा दिए और उसने मेरा इशारा समझ लिया. मीशा मेरे लंड की गोटियां सहलाते हुए लंड को चूस चूस कर मजा दे रही थी. उसको लंड का प्रीकम का स्वाद मिल रहा था, जिसे वो बड़े मजे से चाट रही थी.

कुछ ही मिनट में उसका मुँह दर्द करने लगा. मैंने भी कम टाइम को देखते हुए जल्दी से सेक्स करना ठीक समझा क्योंकि मम्मी भी आने वाली थीं. मैंने तेल की बोतल ले कर अपने लंड पे तेल लगा लिया और उसकी चुत पर भी तेल की मालिश कर दी.

मैंने जैसे ही लंड को उसकी चुत पे लगा के ज़ोर लगाया, लंड फिसल गया. उसका भी पहली बार था और मेरा भी पहला. जब दो बार लंड फिसल गया. तब मीशा ने लंड को पकड़ के अपनी चूत के छेद पे रखा और मुझे ज़ोर लगाने को कहा.
मैंने जोश में आकर ज़्यादा ज़ोर से धक्का मार दिया. लंड का टोपा उसकी चुत में चला गया और उसकी चूत फट गई और चीख निकल गई. वो मुझे धक्के देने लगी. मैंने झट से अपना हाथ उसके मुँह पे रख दिया और मैं कुछ देर के लिए रुक गया.

जब वो हिलना बंद हुई तो मैंने अपना हाथ उसके मुँह से हटाया और कहा कि इतने ज़ोर से मत चीख.
वो बोली- यार मेरी तो फट गई… बहुत दर्द हो रहा है. तूने एकदम से घुसा दिया.
उसे गुस्सा भी आ रहा था.

मैंने उसे सांत्वना दी और कहा बस कुछ देर में सब ठीक हो जाएगा और मजा आने लगेगा.

जब वो शांत हो गई तो मैंने धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए. ऐसा लगता था कि उसका दर्द कम हो गया. मैंने उसको किस करना शुरू कर दिया और मम्मों को दबाने लगा. फिर मैंने ज़ोर से तीन चार धक्के मारे. अब मेरा पूरा लंड उसकी चुत में चला गया था.
वो फिर से रोने लगी, तब मैंने उसको कहा- अब दर्द नहीं होगा. अब सिर्फ़ मज़ा ही आएगा… क्योंकि पहली बार ही दर्द होता है.

थोड़ी देर में उसे भी मज़ा आने लगा. थोड़ी देर में उसने मुझे ज़ोर से पकड़ लिया. मैं करीब 5 मिनट तक उसे चोदता रहा. फिर मेरे लंड का काम होने वाला था… तो मैं उसकी चुत के अन्दर ही झड़ गया. अब तक उसका भी दो बार हो गया था.
दो मिनट बाद मैंने अपना लंड उसकी चूत में से निकाला तो उस पर खून लगा हुआ था.

मीशा ने अपनी चुत देखी तो उसकी चुत पे सूजन आ गई थी, उससे खून भी निकला था जिसे देख कर वो डर गई थी. वो बाथरूम में अपने आपको साफ करने चली गई.

जब वो आई तो मैंने उसे चाय बनाने को कहा. वो अपने कपड़े पहन कर चाय बनाने चली गई और मैं बाथरूम में चला गया.

मैंने आकर अपने कपड़े पहन लिए. मैंने घड़ी देखी तो मम्मी के आने टाइम हो गया था.

मैंने यह सोच ही रहा था कि तभी मम्मी आ गईं. मम्मी मैंने और मीशा ने चाय पी और फिर मीशा अपने घर चली गई.

उसके बाद भी मैंने और मीशा ने कई बार चुदाई की. अब मीशा की शादी हो गई और मेरी भी. मगर आज भी मेरे और मीशा का रिश्ता है और एक बात कहना चाहूँगा कि मीशा का जो बेटा है, वो मेरा है.

आपको मेरी कहानी कैसी लगी. मुझे मेल करके ज़रूर बताएं. मेरी मेल आईडी है.
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