मास्टर जी का लंड चूसा
मेरी नज़र हमारे गणित के मास्टर हरि ओम पर रहती थी.. उनका पीरियड आता था मेरी नज़र ज्यादातर उनकी पैंट की चेन के उभार का जायज़ा लेती रहती थी और मैं उनके लंड की पोजिशन का पता लगाने के चक्कर में रहता था।
गे सेक्स स्टोरी, दो मर्दों के बीच गांड मारने-मराने वाले समलिंगी, गाण्डू, लौण्डेबाजी गे सेक्स की कहानियाँ हिंदी में
Do mardon ke beech Gand Marne Maraane Ki Gay sex kahaniyaan Hindi mein
Gay sex Stories in hindi based on Sex between two males anal sex
मेरी नज़र हमारे गणित के मास्टर हरि ओम पर रहती थी.. उनका पीरियड आता था मेरी नज़र ज्यादातर उनकी पैंट की चेन के उभार का जायज़ा लेती रहती थी और मैं उनके लंड की पोजिशन का पता लगाने के चक्कर में रहता था।
मैंने अपने छोटे भाई को अपनी बहन की शर्ट पहन कर लड़की बनने को कहा और कुछ ही लम्हों बाद मेरा लण्ड जड़ तक उसके मुँह में था। तभी बड़ी बहन की आवाज से मैं डर गया।
फरहान सलवार उतारने लगा.. तो मैंने कहा- सलवार मत उतारो बस नीचे से बीच में से सलवार की सिलाई उधेड़ लो.. ताकि वहाँ सुराख बन जाए और ड्रेस उतारना ना पड़े।
विक्की हरियाणा के गाँव का एक साधारण जाट लड़का है, पड़ोस में दिल्ली से एक चिकना लड़का आया तो विक्की की निगाह में चढ़ गया. उसके अंदर उसे चोदने के अरमान जागने लगे।
अब मैं अपनी तीसरी उंगली भी फरहान की गाण्ड में दाखिल करना चाह रहा था। मैं जानता था कि इसकी तक़लीफ़ बहुत ज्यादा होगी। मैं डर रहा था कि कहीं वो चिल्लाना ना शुरू कर दे।
साथियो, मैं आपको अपने जीवन की युवावस्था की आपबीती सुना रहा था जिसमें मैं अपने एक मित्र आमिर के साथ एक रात में अकेला था और हम दोनों के बीच जिस्मानी छेड़छाड़ चल रही थी अब अपनी उसी आपबीती को आगे लिख रहा हूँ आनन्द लीजिए। फिर आमिर मेरे मम्मे चूसने लगा.. एक चूसता तो […]
मैंने उसका लण्ड चूसना बंद कर दिया। उसने अपना लण्ड मेरे मुँह से निकाला ही था कि उसका लण्ड ज़मीन पर पिचकारियाँ मारने लगा। अब मेरी बारी थी उसकी गाण्ड मारने की!
स्कूल में तो लड़के सेक्स के बारे में हमेशा बातें करते रहते थे और मुझे भी उनकी बातों में बड़ा मजा आता था। मुझे एक बात थोड़ा अजीब लगती थी कि मैं लड़कियों के मुकाबले लड़कों की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहा हूँ।
उसने मुझे बताया कि उस लड़के के होंठों को किस करो.. उसके निचले होंठ और ऊपरी होंठ को बारी-बारी चूसो.. उसके लण्ड को चाटो और मुँह में भर के चूसो और उससे कहो कि वो तुम्हारे लण्ड को चूसे।
मैंने सोचा कि क्या होगा अगर मेरे पास एक लड़का और एक लड़की हो.. तो मैं चोदने के लिए किसे तरजीह दूँगा। फ़ौरन ही मेरे जेहन ने मुझे बता दिया कि मैं 'गे' नहीं हूँ। मैं हमेशा लड़की को चुदाई के लिए तरजीह दूँगा..
उस वक़्त मेरी उम्र 19 साल थी। मैं सेक्स के मामले में बिल्कुल पागल था। चौबीस घंटे मेरे जेहन में सिर्फ़ सेक्स ही भरा रहता था। मैं हर वक़्त सेक्स मैगजीन्स की तलाश में रहता था।
मामा ने मुझे बिस्तर के किनारे खींचा और पीठ के बल लिटा दिया। इस पोजीशन में मेरी गाण्ड उनके लंड के सामने आ गई। मामा ने मेरी गाण्ड पर अपना सुपारा लगाया और अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए।
उसने कहा- देख, मैं पहले भी बता चुका हूँ कि मेरे अंदर ऐसी कोई फीलिंग नहीं है अगर तू मेरे साथ कुछ करना चाहता है तो मुझे उत्तेजित कर और अपना काम कर ले...
मुझे लड़कों में ज्यादा रुचि है. रोहतक में आरक्षण के दंगों के कारण मुझे अपने दोस्त के कमरे में रुकना पड़ा. वहाँ उसके रूममेट को देख कर देखता ही रह गया.
अपनी मामी, मासी, चाची, बुआ और उनकी लड़कियों के चूचे तो मैंने दबा कर देखे ही थे। एक दो रिश्तेदारों की चूत भी देखी थी। मगर किसी सोई हुई लड़की या औरत की चूत को छूना खतरे से खाली नहीं होता।
मुझे लड़कियों से ज्यादा 35+ के मर्द ज्यादा भाते हैं। उनका शरीर, डील-डौल, मरदाना आवाज मुझे बहुत अच्छी लगती है। ऐसा नहीं है कि मेरी गर्लफ्रेंड नहीं है, मेरी दो गर्ल फ्रेंड हैं!
प्रवीण ने अपने सीधे हाथ से मेरी जांघिया को नीचे खींच दिया और मेरी गांड का छेद उसकी आखों के सामने आ गया। वो मेरे नर्म मुलायम चूतड़ों को हाथों से दबाता हुआ इस्स इस्स करने लगा और अपनी उंगली मेरी गांड में डाल दी।
सने जिप धीरे धीरे नीचे की तरफ खोलनी शुरु की... जैसे जैसे चेन नीचे जा रही थी, मेरे मुंह में पानी आ रहा था और मेरे ये भाव देखता हुआ प्रवीण मुस्कुरा रहा था..
दोनों मेरे सामने खड़े थे और दोनों के ही लंड पैंट में तने हुए एक साइड में आकर लग गए थे। आस पास गेहूं के खेत थे चिड़िया की भी आवाज नहीं थी… बस था तो रात का सन्नाटा..
रात को सवारी ना मिलने के कारण मैं पैदल गाँव जा रहा था कि बाइक पर दो पुलिस वालों ने मुझे लिफ़्ट दे दी। उनके बांके बलिष्ठ बदन देख मेरी गांड में कुछ कुछ होने लगा।