chudai ki kahani

चुदाई की कहानी हिंदी में, मजेदार हर तरह की सेक्स से भरपूर मनोरंजक स्टोरीज,
Hindi chudai kahani padh kar maja len!
General Sex Stories in hindi

खामोश शर्मिन्दगी

बहुत देर से रेलवे आरक्षण की लम्बी कतार में खड़े रहने के बाद अब मैं खिड़की के काफी क़रीब पहुँच चुका था। उसके आगे तीन लोग थे। गर्मी से मैं पसीने से तरबतर था। मैं स्टेशन का जायज़ा लेने लगा जो भीड़ से ठसाठस भरा हुआ था। बरसात के बाद की गर्मी ने हर किसी […]

तेरी कह के लूँगा

By श्रेया आहूजा On 2013-02-04 Tags:

और क्या हाल हैं जी? आपकी श्रेया आहूजा एक बार फिर आपके सामने हाज़िर है एक दोस्त की आपबीती लेकर ! यह कथा है मेरे दोस्त संजय कुमार रस्तोगी उर्फ़ राजू की ! अब आगे राजू की ज़ुबानी: मैं संजय कुमार रस्तोगी हूँ मेरी उम्र अभी तीस साल है और मैं कालीघाट कोलकाता रहने वाला […]

आयुषी की चढ़ती जवानी

By ब्लैकबेरी बॉय On 2013-02-03 Tags:

दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ, मैंने सारी चटपटी कहानियाँ पढ़ी हैं और मैं पहली बार मेरी खुद की एक सच्ची कहानी बयान करने जा रहा हूँ। मेरा नाम आदित्य है, उम्र 23 वर्ष, रंग साँवला, गठीला बदन और मेरी खासियत है मेरे गालों के दो डिम्पल, जिनके खड्डे में फिसलने से लड़कियाँ अपने […]

छवि की बेवफाई

By riyasaini1616 On 2012-12-24 Tags:

प्रेषिका : रिया सैनी हाय दोस्तो, मेरा नाम इशा है, मैं लुधियाना में रहती हूँ। यह मेरे एक दोस्त की कहानी है। जैसा कि हम अन्तर्वासना के नियमित पाठक हैं तो मेरे दोस्त ने उसकी और छवि की कहानी आपके सामने रखने को कहा। अब आप सोच रहे होंगे न कि यह छवि कौन है, […]

एक ख्वाहिश

बदन में सिहरन सी हो रही थी जिसे मैं महसूस कर सकता था। उसकी आँखें अब बंद सी हो रही थी... उसकी स्कर्ट घुटनों से थोड़ी ज्यादा ऊपर हो गई थी, अपने हाथों से मैंने उसका स्पर्श किया और अपने होंठ उसकी जांघों पर टिका दिए।

जन्मदिन का उपहार और सज़ा

मैं अमित शर्मा एक बार फिर लेकर आया हूँ अपनी सच्ची दास्तान ! बात उन दिनों की है जब मैं इंजिनियरिंग के फाइनल ईयर में था, मेरी गर्लफ्रेंड थी नेहा ! नेहा के बारे में मैं आपको बताता हूँ, उसकी उम्र 23 थी, हाइट 5’6″. उसका बदन 32-28-32, उसके चूचे तो ऐसे लगते थे जैसे […]

जो पहले कर ना सकी थी

मैंने चुपचाप आँखें मूंद ली... काफ़ी दर्द हो रहा था, ऐसा लग रहा था कि मैं कोई गर्भवती थी, अभी मेरा प्रसव हुआ है और मेरा बच्चा मेरे दोनों निप्प्ल चूस रहा है...

परीलोक से भूलोक तक

By साजन शर्मा On 2012-10-26 Tags:

एक बार फिर मैं अपनी नई कहानी लेकर आपसे रूबरू हो रहा हूँ, यह कहानी असल में मेरा एक सपना है, जो मैंने अभी तीन–चार दिन पहले ही देखा था, उसी को आपके सामने एक कहानी के रूप में पेश कर रहा हूँ, आशा करता हूँ मेरा यह सपना आप सभी को पसंद आएगा। मेरी […]

बेशर्म कौन

जैन साहब उस दिन नाई की दुकान में अपनी बारी की इन्तजार में बैठे किसी फिल्मी पत्रिका में एक हास्य अभिनेता के सपनों के घर के बारे में पढ़कर चौंक गये ! चौंकना स्वाभाविक था क्योंकि वह अपने सपनों का महल जूहू बीच पर, किसी सुरम्य वादी या स्वर्ग में नहीं बसाना चाहता था, वह […]

निगोड़ी जवानी-6

By रोनी सलूजा On 2012-09-15 Tags:

शाम को मैं फिर घर पहुँची। राकेश आये तो उन्होंने रात को सोते समय फिर मुझे दबोच लिया, अपना खड़ा लंड मेरे हाथों में थमा दिया। मैं जानती थी कि उन्हें चुसवाने में बड़ा मजा आने लगा है, मैंने भी चूस चूस कर उन्हें मस्त कर दिया, फिर उनके ऊपर चढ़ कर उनका लंड अपनी […]

निगोड़ी जवानी-5

By रोनी सलूजा On 2012-09-14 Tags:

मैं रोनी सलूजा, अन्तर्वासना कहानियों के भण्डार में आप सभी पाठक पाठिकाओं का स्वागत करता हूँ, मुझे ख़ुशी है कि आप सभी मेरे द्वारा लिखी कहानी ‘निगोड़ी जवानी’ का भरपूर मजा ले रहे हैं। यह कहानी विनीता की है जिसे मैं रोनी सलूजा अपने शब्दों में संशोधित एवं सुसज्जित करके आप सभी के समक्ष प्रस्तुत […]

निगोड़ी जवानी-4

मैं उनके बालों को सहलाते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के गर्व से फूली नहीं समा रही थी। फिर मैंने माफ़ी मांगते हुए उन्हें सारी सच्चाई बता दी तो वो हँसते हुए बोले- मैं डॉक्टरक्टर हूँ, तुम्हें बाथरूम से उठाकर लाया था, तभी समझ गया था कि तुम्हें कहीं चोट नहीं लगी है। फिर […]

निगोड़ी जवानी-3

By रोनी सलूजा On 2012-09-10 Tags:

मैंने सर को पकड़कर अपने ऊपर खींच लिया, वो भी मेरे ऊपर आकर मेरे से लिपट गए, मेरे चेहरे को थामकर मेरे होंठों का रसपान करने लगे। उनका खड़ा लंड मुझे अपनी नाभि के पास चुभता महसूस हो रहा था। हमेशा से सच्ची रही विनीता अन्तर्वासना के कारण बेवफ़ाई के रास्ते चल पड़ी। अब सर […]

निगोड़ी जवानी-1

By रोनी सलूजा On 2012-09-08 Tags:

सभी पाठकों को रोनी का प्यार भरा नमस्कार ! आज की कहानी विनीता की है जो उसने मुझे सुनाई थी, उसी को मैंने उसी के शब्दों की माला में पिरोकर आपके समक्ष पेश कर दी है। मेरा नाम विनीता है उम्र 24 साल है। यह मेरी सच्ची कहानी है जिसे मैं रोनी सलूजा से लिखवाकर […]

मेरे बचपन का प्यार

By magic_mouse4u On 2012-08-27 Tags:

मेरा नाम अदित है, आज मैं अपनी पहली कहानी लिखने जा रहा हूँ, आशा करता हूँ कि आपको पसंद आएगी। हमारे परिवार बचपन से ही काफी करीब रहे हैं तो काफी आना जाना होता था एक दूसरे के घर लेकिन मैं हमेशा से ही घर से बाहर पढ़ा हूँ तो मेरी बातें ज्यादातर फ़ोन पर […]

ज्योमेट्री के साथ सेक्स-2

By सचिन On 2012-08-17 Tags:

प्रेषक : सचिन मेरी कहानी ‘ज्योमेट्री के साथ सेक्स’ को अन्तर्वासना पर जगह मिली, धन्यवाद। दोस्तो, आपके मेल मिले बहुत अच्छा लगा और स्फूर्ति मिली। मैं कहानी की तरफ बढ़ता हूँ। उस दिन प्रिया चली गई पर दूसरे दिन आने का वादा उसने किया। मैं उस दिन उसके ही सोच में डूबा रहा। वो सब […]

दिल का क्‍या कुसूर-8

तभी अचानक मुझे अपने अन्‍दर झरना सा चलता महसूस हुआ। अरूण का प्रेम दण्‍ड मेरे अन्‍दर प्रेमवर्षा करने लगा। अरूण के हाथ खुद ही ढीले हो गये… और उसी पल… आह… उईईईई… मांऽऽऽऽऽ… मैं भी गई… हम दोनों का स्‍खलन एक साथ हुआ… मैं अब धीरे धीरे उस स्‍वर्ग से बाहर निकलने लगी। मैं अरूण […]

दिल का क्‍या कुसूर-7

उन्‍होंने अपने हाथ से मेरी ठोड़ी को पकड़ कर ऊपर किया और मेरी आँखों में झांकते हुए विनती सी करने लगे जैसे कह रहे हों, “प्‍लीज, मुझे अपनी प्राकृतिक अवस्‍था का दर्शन कराओ।” उनकी नजरों में देखते देखते पता नहीं कब मेरी पकड़ ढीली हुई और वो मुझसे थोड़ा सा अलग हुए… मेरी ब्रा और […]

दिल का क्‍या कुसूर-6

अरूण मेरे बिल्‍कुल नजदीक आ गये। मेरी सांस धौंकनी की तरह चलने लगी। अरूण ने चेहरा ऊपर करके अपने होंठ मेरे होठों पर रख दिया। आहहहह… कितना मीठा अहसास था। उम्‍म्‍म्‍म्‍म… बहुत मजा आ रहा था। मेरी आँखें खुद-ब-खुद बन्‍द हो गई। संजय के बाद वो पहले व्‍यक्ति थे जिन्‍होंने मेरे होठों को चूमा था… […]

दिल का क्‍या कुसूर-5

आखिर इंतजार की घड़ी समाप्‍त हुई और बुधवार भी आ ही गया। संजय के जाते ही मैंने अरूण के मोबाइल पर फोन किया। तो उन्‍होंने कहा, “बस एक घंटे में गाड़ी दिल्‍ली स्‍टेशन पर पहुँच जायेगी… और हाँ, अभी फोन मत करना मेरे साथ और लोग भी हैं हम तुरन्‍त मीटिंग में जायेंगे। मीटिंग खत्‍म […]

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