छोटी बहन की कुंवारी चूत चोदने की ललक -1

(Chhoti Bahan Ki Kunvari Chut Chodne Ki Lalak-1)

This story is part of a series:

आपका दोस्त राज एक बार फिर आपके सामने आया है, पर इस बार मैं अपनी खुद की कोई कहानी आपको नहीं बता रहा हूँ बल्कि अन्तर्वासना के एक पाठक की कहानी आप सबको बता रहा हूँ।
मेरी पिछली कुछ कहानियाँ पढ़ कर रोहन नाम के एक लड़के के मेरे पास बहुत मेल आते थे। मैं भी उसके मेल पढ़कर उनका उचित जवाब दे दिया करता था।

पर कुछ दिन पहले उसके बहुत से मेल आये जिनमें वो मुझ से अपनी एक कहानी अन्तर्वासना पर डालने की बात करता था।
मैं अपने काम में इतना व्यस्त था की इस सब के लिए मेरे पास टाइम की बहुत दिक्कत थी।
पर वो था कि मेल पर मेल कर रहा था।

आखिर मैंने उसको उसकी कहानी लिखकर भेजने को कहा।
वो बोला- मैं पूरी कहानी लिखकर नहीं भेज सकता पर आपको कहानी के मुख्य मुख्य वाकया लिख देता हूँ आप उन सबको जोड़ कर एक अच्छी सी कहानी बना देना।

वक़्त की कमी के रहते मैंने उसको मना किया पर वो बहुत मिन्नत कर रहा था तो मैंने उसको मेल करने के लिए कहा।
जो कुछ भी उसने मेल में लिख कर भेजा, उसी को मैं आपके सामने एक कहानी में पिरो कर पेश कर रहा हूँ।

रोहन लगभग तेईस साल का दिखने में अच्छी बॉडी वाला लड़का है, शादी नहीं हुई थी अभी।
परिवार में रोहन के अलावा उसके मम्मी पापा और दो बहनें एक उन्नीस साल की एक इक्कीस साल की… कहने का मतलब ये कि एकदम फ्रेश ताज़ा माल थी दोनों की दोनों। छोटी का नाम पायल और बड़ी का नाम सोनम, दोनों का ही फिगर मस्त, गोरा चिट्टा रंग, गोल गोल संतरे के आकार की चूचियाँ मस्त पतली कमर चिकना पेट और एकदम कयामत गांड।

पायल दिखने में सोनम से ज्यादा खूबसूरत थी पर सोनम भी कुछ कम नहीं थी, कॉलोनी के लगभग सभी लड़के उन दोनों बहनों को देख कर आहें भरते थे।

रोहन के पापा बिज़नस में व्यस्त थे और अक्सर बाहर जाते रहते थे। कभी कभी तो रोहन की मम्मी को भी साथ ही ले जाते थे।
ऐसे में घर की सारी जिम्मेदारी रोहन पर ही थी।
इन जिम्मेदारियों में भी रोहन अपनी सेक्सी बहनों को देख कर अपने अरमानों को दबा नहीं पा रहा था।

रोहन की पहली पसंद अन्तर्वासना पर रिश्तों में चुदाई वाली कहानियाँ थी और उनमे भी सबसे ज्यादा पसंद थी भाई बहन की चुदाई वाली कहानियाँ। अन्तर्वासना पर भाई बहन की चुदाई की कहानियाँ पढ़ता और फिर अपनी बहनों को याद करकर के मुठ मारता।
यहीं से उसके मन में अपनी बहनों को चोदने की तमन्ना पनपने लगी थी।

पर वो क्या कर सकता था, कहानियाँ पढ़ पढ़ के वो बहनों को पटाने के तरीके खोजता रहता।
पर उसकी उन तरीकों को अपनी बहनों पर अजमाने में फट जाती!
डर ऐसी ही चीज़ होती है यार!

आखिर में जब कण्ट्रोल करना उसके लिए मुश्किल हो गया तो उसने सबसे पहले पायल को पटाने का सोचा।
मोबाइल इसके लिए सबसे अच्छा तरीका था।
सबसे पहले उसने एक प्लान बनाया कि वो पायल को भाई बहन की चुदाई वाली कहानियाँ पढ़ने को देगा।
पर कैसे???

बहुत सोचने के बाद उसने एक दोस्त की आईडी पर एक मोबाइल सिम लिया और whatsapp पर अपनी बहन के नंबर पर भाई बहन की चुदाई की चार पांच कहानियाँ भेज दी।
उस समय पायल रोहन के पास ही बैठी हुई थी, अनजान नंबर से आये मैसज को देख कर उसने चेक किया तो उसमें रोहन की भेजी हुई सेक्स कहानी थी।

पायल ने रोहन के पास बैठे बैठे ही थोड़ी सी पढ़ी तो वो शर्म से लाल हो गई, उसने मोबाइल बंद किया और उठ कर अपने कमरे में चली गई।
रोहन जानता था कि पायल वो कहानी जरूर पढ़ेगी, उसने चेक करने के लिए पायल के कमरे के दरवाजे के पास जाकर देखा तो पायल सच में मोबाइल पर वो कहानियाँ पढ़ रही थी और उसकी आँखें वासना की लाली से भर गई थी।

रोहन को अपनी चाल कामयाब होती नजर आ रही थी।

पायल कहानियाँ पढ़ती रही और रोहन छुप कर उसको देखता रहा। पायल कहानियाँ पढ़ते पढ़ते गर्म होने लगी थी तभी तो उसका हाथ अपनी स्कर्ट के अन्दर जा चुका था और वो अपने हाथ से अपनी चूत को सहला रही थी।

एक बार तो रोहन के मन में आया कि लोहा गर्म है, मार दे हथोड़ा…
पर जल्दबाजी घातक हो सकती थी, उसने सब्र करना ठीक समझा।

थोड़ी देर बाद उसने हैलो का मैसेज पायल के नंबर पर भेजा तो थोड़ी देर बाद पायल का भी मैसेज आया- हू आर यू?
रोहन कुछ देर सोचता रहा फिर उसने भी मैसज किया- मैं आपका दीवाना हूँ। जब भी आपको देखता हूँ आपको अपनी बाहों में भरने को जी चाहता है और आपको चूमने को जी चाहता है और आपके साथ एक बार चुदाई करने का जी चाहता है।

जवाब आया- बकवास बंद करो, जब मैं आपको जानती ही नहीं तो आपकी हिम्मत कैसे हुई मुझे ऐसे मैसज करने की। अगर दुबारा ऐसा मैसज किया तो मैं अपने भाई को बोल दूंगी।
रोहन- हा हा हा… वैसे तुम्हें कहानियाँ कैसी लगी?
पायल का कोई जवाब नहीं आया।

रोहन ने दुबारा फिर मैसज किया कि अगर पायल और कहानियाँ पढ़ना चाहे तो वो उसे और भेज देगा।
पायल का फिर कोई जवाब नहीं आया।
रोहन ने एक और कहानी पायल के नंबर पर भेज दी।

पायल ने फिर से कहानी पढ़नी शुरू कर दी।
इस बार रोहन ने देखा की पायल ने अपनी पेंटी उतार दी और स्कर्ट को भी ऊपर कर लिया और कहानी पढ़ते पढ़ते एक ऊँगली अपनी चूत में डाल कर हिलानी शुरू कर दी।

रोहन ने चुपचाप से उसकी ऐसा करते हुए की वीडियो बना ली।
अगले दो दिन तक रोहन ने कोई मैसज नहीं भेजा।

तीसरे दिन रोहन के पास पायल का हैलो का मैसज आया।
रोहन का दिल जोर जोर से धड़कने लगा, उसने हिम्मत करके हैल्लो का जवाब दिया।
पायल का मैसज आया कि अगर उसके पास और कहानियाँ है तो वो उसे भेज दे।

रोहन ने पूछा कि क्या उसे वो कहानियाँ पसंद आई तो पायल ने हाँ में जवाब दिया साथ ही पूछा कि क्या वो सारी कहानियाँ सच हैं?
रोहन ने हाँ बोला तो पायल पूछने लगी कि कोई लड़की कैसे अपने सगे या कजिन भाई से ऐसे सेक्स कर सकती है।

रोहन ने झूठ बोलते हुए लिख दिया कि वो भी अपनी सगी बहन के साथ सेक्स करता है क्यूंकि यह बिल्कुल सेफ है, ना तो बाहर मुँह मारने की जरूरत और घर की इज्जत घर में ही रह जाती है।

पायल ने जवाब में कमीना लिखा।
तो रोहन ने बदले में पूछ लिया कि क्या कहानियाँ पढ़ कर पायल का मन नहीं किया कि वो भी अपने भाई के साथ चुदाई के मज़े ले।

पायल ने मना कर दिया और बोली कि उसे सेक्स में कोई रूचि नहीं है।
रोहन ने पूछा कि अगर रूचि नहीं है तो वो और कहानियाँ क्यों मांग रही है।
तो पायल ने जवाब दिया कि सिर्फ टाइमपास के लिए।

रोहन भी अब कमीनेपन पर आ गया था, वो चुपचाप पायल के पास जाकर बैठ गया और उसने पायल से पूछ लिया कि क्या पायल ने कभी अपने भाई का लंड देखा है?
मैसज पढ़ते ही पायल ने रोहन की तरफ देखा और फिर जवाब लिख दिया कि ‘नहीं उसने नहीं देखा है।’

रोहन ने पूछा कि क्या पायल का दिल करता है अपने भाई का लंड देखने का?
तो पायल ने मना कर दिया।

रोहन पायल के पास बैठा हुआ पायल के चेहरे के हावभाव पढने की कोशिश कर रहा था।
स्पष्ट था कि पायल मैसज पढ़ कर गर्म हो रही थी और बार बार रोहन की तरफ और रोहन की बरमूडा में बने तम्बू की तरफ देख रही थी।
पायल नहीं जानती थी की खुद उसका भाई उसके पास बैठ कर ये कमीनापन कर रहा था।

रोहन ने फिर से एक मैसज किया कि अगर उसका भाई उसको चोदना चाहे तो क्या वो उसको चोदने देगी?
पायल ने दो तीन गालियाँ लिख कर वापिस भेजी और मोबाइल से नेट बंद कर दिया।

मोबाइल बंद होते ही रोहन उठ कर पायल के बिल्कुल पास बैठ गया और पायल के बदन के साथ सटते हुए उसको अपने फ़ोन में एक फनी विडियो क्लिप दिखाने लगा।
पर उसने गौर किया की पायल का ध्यान मोबाइल पर कम रोहन के टावर पर ज्यादा है।
उसने बेशर्मी से पायल के सामने ही अपने लंड को पकड़ कर नीचे दबाया जैसे तो उसको सेट करने की कोशिश कर रहा हो।

रोहन का लंड कम से कम सात इंच का लम्बा और लगभग अढाई इंच का मोटा था। बरमूडा में तम्बू बना हुआ साफ़ नजर आ रहा था।
रोहन ने जब अपने लंड को मसला तो पायल ने एकदम से अपनी नजरे दूसरी तरफ घुमा ली और उठ कर अपने कमरे की तरफ तेज कदमों से चली गई।
रोहन की लगाईं हुई आग अब भड़कने लगी थी।

पायल के जाने के कुछ देर बाद रोहन उठ कर पायल के कमरे की तरफ गया तो दरवाजा अन्दर से बंद था। पर रोहन जानता था कि कहाँ से पायल के कमरे के अन्दर झाँका जा सकता है।
वो जल्दी से वहाँ पहुंचा तो रोहन की आशा के अनुरूप पायल अपनी चूत ऊँगली से रगड़ रही थी।
घर में अगर बाकी लोग ना होते तो शायद रोहन उसी समय पायल को चोदने उसके कमरे में पहुँच जाता। पर अभी घर पर मम्मी और सोनम भी थे।

रोहन ने फिर से दो तीन दिन पायल को कोई मैसज नहीं किया और पायल के मैसज का इंतजार करने लगा।
तीसरे दिन पायल का मैसज आया की कहानी भेजो।
रोहन ने फिर से उसको दो-तीन कहानियाँ भेज दी।

पायल ने फिर से कहानियाँ पढ़ी और फिर से अपनी चूत में ऊँगली कर ली। अब रोहन का मन मचलने लगा था पायल की चूत में अपना लंड घुसाने को।
बहुत हिम्मत करके उसने पायल को चेक करने की सोची। शाम के समय जब सोनम और मम्मी रसोई के काम में व्यस्त थी तो रोहन ने देखा पायल मोबाइल पर कुछ कर रही थी, शायद कहानी ही पढ़ रही थी।

रोहन पायल के कमरे में गया और पायल से बिलकुल चिपक कर बैठ गया और उसने अपना हाथ पायल के कंधे पर रखा और पायल से बोला- क्या बात है पायल आजकल सारा सारा दिन मोबाइल से ही चिपकी रहती हो, भाई से बात करने का भी समय नहीं है तुम्हारे पास?
पायल ने घबरा कर मोबाइल साइड में रख दिया, उसने कुछ जवाब नहीं दिया पर रोहन ने पायल के शरीर में कुछ कम्पन सी महसूस की।

पायल रोहन की बाहों में सिमटती जा रही थी, रोहन के स्पर्श ने शायद पायल की पेंटी में हलचल मचा दी थी।
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रोहन ने अपना हाथ पायल के कंधे से सरका कर उसकी बगल में रख दिया और पायल को अपनी और खिंच कर बिलकुल अपनी बाहों में भर लिया।
ऐसा करने से उसका हाथ पायल की चूची पर पड़ गया।

रोहन को जब पायल की मुलायम चूची का एहसास हुआ तो रोहन ने चूची को हल्के से दबा दिया। पायल चूची पर रोहन का हाथ महसूस करते ही उचक पड़ी और एकदम से रोहन से अलग होकर रसोई में चली गई।

उस दिन के बाद से अब रोहन हर रोज पायल के बदन को छूने की कोशिश करता। शुरू शुरू में तो पायल झट से उठ कर वहाँ से चली जाती थी पर जब ये हर रोज होने लगा तो पायल को भी शायद ये अच्छा लगने लगा था, अब वो आराम से बैठी रहती थी या यूँ कहिये की वो अब रोहन से कुछ ज्यादा ही चिपक कर बैठी रहती थी।
रोहन भी कभी उसके गाल कभी माथे पर चूमता और बीच बीच में पायल को चूची को स्पर्श करता या हल्के से दबा देता।

वो दोनों ये सब अपनी मम्मी और सोनम की निगाह से बचा कर करते थे, अब दोनों को ही एक दूसरे का स्पर्श अच्छा लगने लगा था। ऐसे ही करीब पंद्रह दिन निकल गए।

और उस दिन…
रोहन शाम को चार बजे अपने कॉलेज से वापिस आया तो देखा कि घर पर कोई नहीं था, वो पहले अपनी मम्मी के कमरे में गया, वो वहाँ नहीं थी।
फिर सोनम का कमरा देखा तो वो भी नहीं थी।

आखिर में जब वो पायल के कमरे के पास पहुँचा तो पायल मोबाइल पर शायद कोई कहानी पढ़ रही थी और उसने स्कर्ट उतार कर साइड में रखी हुई थी, पेंटी भी जांघो से नीचे थी, एक हाथ में मोबाइल और दूसरे हाथ की ऊँगली चूत में थी।

रोहन को एक दम से अपने कमरे में देख कर पायल घबरा गई और उसने जल्दी से अपनी पेंटी ऊपर की और स्कर्ट उठा कर जल्दी से बाथरूम में घुस गई।
रोहन ने पायल को आवाज दी पर पायल ने कोई जवाब नहीं दिया।

‘पायल… पायल, अगर तुम बाहर नहीं आई तो मैं सब कुछ मम्मी को बता दूंगा.. एक मिनट में बाहर आओ वरना…’
पायल ने डरते हुए दरवाजा खोला, वो स्कर्ट पहन चुकी थी, वो घबरा कर रोने लगी।

रोहन ने उसका हाथ पकड़ा और उसको लेकर बेड पर बैठ गया- यह क्या कर रही थी पगली…?
‘भैया… प्लीज मम्मी को कुछ मत बताना… यह गलती दुबारा नहीं होगी!’ कह कर पायल जोर जोर से रोने लगी।

रोहन को तो जैसे सुनहरा मौका मिल गया था पायल को अपना बनाने का, उसने पायल को अपने सीने से लगा लिया और चुप करवाने के बहाने पायल के शरीर पर अपना हाथ घुमाने लगा- कोई बात नहीं पायल.. इस उम्र में ये सब हो जाता है… तू तो मेरी अच्छी बहन है ना… मैं किसी को कुछ नहीं बताउँगा, वैसे मम्मी और सोनम कहाँ गए है?
‘वो मार्किट में गए हैं कुछ सामान लेने…’
कहानी जारी रहेगी।
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