मेरी मुंह बोली बहन के पति यानि जीजू से मैं खूब चुदती हूँ. इस बार जीजू रात में मुझे किसी सरप्राइज के बहाने अपने घर ले गए. वहां उन्होंने अपने एक दोस्त को बुला रखा था जिसका लंड काफी लम्बा और मोटा था.
पड़ोसी कपल को मैं दीदी जीजू कहती हूँ, जीजू से मैं चुदवा चुकी हूँ. एक बार आधी रात को जीजू ने मुझे फोन करके छत पे बुलाया. बारिश हो रही थी. मेरी चुदाई का मजा लें!
मेरे दोस्त की पड़ोसन भाभी मुझे पसन्द आ गई, मैं भाभी का चूत चोदन करना चाहता था लेकिन कोई रास्ता नहीं था। कहानी पढ़ कर मजा लें कि मैंने भाभी की चुदाई कैसे की!
यह हिंदी सेक्स स्टोरी है मेरी बुर की पहली चुदाई की… कैसे मैंने एक लड़के से लिफ़्ट ली कॉलेज जाने के लिए और हम दोस्त बन गए। एक दिन वो मुझे जंगल की ओर ले गया।
फ़ेसबुक पर मुझे स्वैप करने वाला एक जोड़ा मिला, उनसे दोस्ती अच्छी हो गई। उन्होंने मुझे मिलने के लिए बोला। हम मिले तो चुदाई की इच्छा होने लगी। तो मैं कैसे चुदी?
दीदी गर्भवती हुई तो उनकी मदद के लिये जीजू मुझे लेने आए। उनके साथ रसीले खेल की शुरूआत तो ट्रेन में ही हो गई। घर पहुंचने के बाद दीदी की शह पर क्या क्या हुआ!
सुमन के मुँह से चुदाई की बात सुन कर मैं थोड़ा चौंक गया और सुमन ने कहा- मैं तो कब से इस टाइम का वेट रही थी कि कब मेरे पति घर पर ना रहें और तुम्हें बुला कर तुम से चुदूँ।
सोनिया बोली- अब तुम लोगों ने ग्रुप सेक्स का मज़ा लेने की आदत डाल दी है.. तो एक और लण्ड का इंतजाम कर लो.. पर एक बार में एक अकेले से ही चुदवाऊँगी.. जैसे मैंने मदन से चुदवाई थी।
इन्डियन कॉलेज गर्ल की पहली बार चूत चुदाई की सच्ची कहानी है यह… वो दिखने में बहुत खूबसूरत थी… पहले उससे दोस्ती की, फ़िर प्रोपोज़ किया और एक दिन उसे बिस्तर पर ले गया।
मैंने फ़ौरन ही उस को अपनी बांहों में ले कर चुम्बन करना शुरू कर दिया। वो भी मज़े ले रही थी पर जल्दी ही नीलम ने मुझसे कहा- यहाँ कुछ मत करो.. अगर रोशनी और अंकित जाग गए तो दिक्कत हो सकती है।
हमारे नए किरायेदार आए तो उनकी बड़ी बेटी मुझे भा गई लेकिन वो मुझसे दूर भागती थी। एक दिन उसे कॉलेज छोड़ने जाना पड़ा तो उससे बात हुई और मेरी दोस्ती उसने स्वीकार कर ली।
मेरा हाथ मेरी पैन्टी के अन्दर चला गया और मेरी उंगली मेरी चूत में आगे-पीछे होने लगी। मैं एक हाथ से अपने चूचों को दबाने लगी। उधर मम्मी पापा का लण्ड चूस रही थीं
मैं तब अनचुदी कुंवारी चूत थी जब मैंने पापा को मम्मी की चूत चोदते हुए पहली बार देखा था. उनके कमरे से आती आवाजों ने मेरी उत्सुकता बढ़ाई तो मैंने अन्दर झांका.
वो आया और हम होटल के कमरे में गए, कमरे में जाते ही उसने मुझे अपनी बाँहों में ले लिया और अचानक अपने होंठों को मेरे होंठों पर रख कर बेतहाशा चूसने लगा।
उसके अचानक यूँ चूमने से में थोड़ी घबरा गई और मैं उसके बदन को अपने हाथ से दूर हटाने लगी पर मैं अनुराग की मजबूत बाँहों में कसती जा रही थी, मैं अपने आपको छुड़ाने की कोशिश कर रही थी।
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