मैंने अपनी कहानी के पिछले भागों में बताया कि कैसे मैंने अपने बेटे को पटाया और उसके साथ अय्याशी की. अब पढ़ें कि कैसे हम दोनों ने मंदिर में शादी की और सुहागरात मनायी.
मैं विधवा हूँ, अपने तन की आग बुझाने के लिए मैंने अपने सगे बेटे बेटे के साथ चुदाई, अय्याशी की. हम दोनों माँ बेटा सेक्सी मस्ती करने शिमला गए. वहां हमने क्या कारनामे किये.
मैंने अपने बेटे को अपना सेक्सी शरीर दिखा कर उत्तेजित कर दिया था. मैं उससे चुदवाना चाहती थी. मुझे लगता था कि वो भी अपनी माँ की चुदाई करना चाहता है. तो असल में हुआ क्या?
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