मैं बीवी संग गोवा घूमने गया. वहां खुले विचारों वाले सेक्सी कपल से दोस्ती हुई. तो दोनों ही मर्दों की नज़र अपनी बीवी की बजाय दूसरे की बीवी पर ज्यादा ठहर रही थी. वहां पर क्या हुआ?
एक समय था जब लोग यौन सम्बन्ध, नग्नता, प्रेमालाप के दौरान किये जाने वाले आलिंगन चुम्बन सब कुछ एकांत में या छुप के किया करते थे लेकिन अब नयी पीढ़ी में ये सब कुछ बदल रहा है सभी लोग तो नहीं लेकिन कुछ लोग यह सब खुलेआम करने लगे है, शेयर करने लगे हैं.
एक बार मेरी डार्लिंग ने मुझे घर में होते हुए भी फोन किया- अरुण बार्बर बोल रहे हैं? सुनिए मेरी झाँटें बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं.. उलझ जाती हैं.. चूत के अन्दर चली जाती हैं। अब तो पैन्टी के बाहर भी दिखने लगी हैं.. क्या आप अभी मेरी झाँटें शेव कर सकते हैं? इट्स अर्जेंट..
युवती लिखती है कि उसके पति अलग अलग लड़कियों की चड्डी को चुरा लेते हैं, उनमें अधिकतर उनकी रिश्तेदार लड़कियों, महिलाओं, बहन, बुआ, मौसी, साली या फिर पड़ोसन की चड्डियाँ होती हैं।
साड़ी ऊपर करके मैंने दिखाई.. तो वो तो बस पागल ही हो गए.. जबरदस्ती मेरे साथ सेक्स किया.. वो पीछे नितम्बों के बीच में अपना वो डालने लगे.. बहुत ही दर्द हो रहा था। स्तनों में दांत से कटा.. योनि में ज़बरदस्ती उंगलियाँ डालीं.. और नितम्बों में भी..
मेरे एक प्रशंसक व मित्र मुझसे उनकी पत्नी के बारे में कुछ सेक्सी कहने को लिखने को कहते थे। मैंने कहा- बिना देखे कुछ ख़ास नहीं लिख पाऊँगा और जो लिखूंगा वो काल्पनिक होगा, तुम्हें मज़ा नहीं आएगा, तुम यदि अपनी पत्नी के फ़ोटो मुझे दिखाओ तो मैं कुछ बताऊँ या लिखूँ। वो तैयार हो गया लेकिन साथ ही वादा लिया कि मैं कलात्मक और कामुक लिखूँगा। तो फिर कुछ दिनों बाद उन्होंने मुझे एक मेल किया, उसमें स्मार्ट मोबाइल से लिए अपनी पत्नी के कुछ बहुत ही कामुक चित्रों की एक पूरी शृंखला मुझे मेल की और मैंने उन्हें उस मेल का जो जवाब दिया वो में ज्यों का त्यों यहाँ कॉपी पेस्ट कर रहा हूँ
Yuvkon ki Aam Yaun Samasyaen मेरे हाल ही में प्रकाशित हुए लेख ‘लड़कियाँ सुरक्षित हस्त-मैथुन कैसे करें!’ को ज़बरदस्त रेस्पोंस मिला। लड़कियों और शादीशुदा महिलाओं
उसकी गांड के छेद पर मैंने अपनी उंगलियाँ फिराई, वो बिफर पड़ी, वो बोली- वहाँ मुंह मत लगाना प्लीज़… वो गन्दी जगह है। मैंने उसे कहा- मेरी रानी, औरत के शरीर का कोई भी हिस्सा गंदा या खराब नहीं होता है…
मैंने उसके सर और कमर के नीचे पहले ही दो तकिये रख दिए थे, जिससे उसका सीना ऊपर हो गया था, रस्सी नीचे बाँधी थी और जैसे ही उस रस्सी को और टाइट किया उसके वक्ष और ज्यादा उभर कर तन गए।
अंकल जी ने बहुत आराम से एक एक करके दोनों पैर ऊँचे उठा उठा के पैर में से वो अंडरवियर बाहर निकाली। ऐसा करने से दोनों बार उसकी चूत की झिरी खुली और बंद हुई, और साफ़ पता चल गया कि मारे उत्तेजना के उसकी चूत भी गीली हो गई थी।
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